अकसर लोग बुजुर्गों को बच्चा जैसा कहते हैं। इसका कारण यह होता है, कि दोनों में लगभग एक ही प्रकार की इच्छा रहती हैं। वही, संवेदनशीलता जैसे मामलों में भी वे दोनों एक तरह ही रहते हैं। सर्दियों में बच्चों और बुजुर्गों दोनों को ही कई परेशानियों का सामना करना पड़ता है।
ऐसा इस कारण होता है क्योंकि बुजुर्गों को और छोटे बच्चों में ठंड से बचाने के लिए जो फैट रहते हैं उनकी कमी होती है। और अगर ऐसे में तापमान ज्यादा कम हो, तो उन्हें कई प्रकार की समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है।
हाइपोथर्मिया जैसी बीमारी तब होती है, जब सामान्य से शरीर के तापमान में बहुत कमी होती है। इसीलिए ठंड में इस प्रकार की समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है इसलिए छोटे बच्चों और वरिष्ठ नागरिकों को अधिक ठंड में नहीं आने देना चाहिए और कुछ अन्य बातों का ध्यान रखना चाहिए जैसे-
टीका
विशेषज्ञों की मानें तो 6 महीने से अधिक के बच्चों और बुजुर्गों को भी एक प्रति वर्ष में एक बार जून से अक्टूबर के समय फ्लू शॉर्ट वैक्सीन लगानी चाहिए जिससे उन्हें छोटे-मोटे उपयोग या स्वाइन फ्लू से सुरक्षा मिलेगी और 50 साल से ऊपर के लोग न्यूमो कोकल वैक्सीन भी लगवाएं तो इसे और अधिक फायदा होगा। वर्तमान के समय साधारण फ्लू भी कोविड के लक्षण है इसलिए कुछ भी करने से पहले डॉक्टर की सलाह लेना आवश्यक है।
गर्माहट से आराम
छोटी बच्चों और अधिक उम्र के लोगों को गर्म कपड़े पहनाना चाहिए। इस बात पर विशेष ध्यान दें कि कपड़े आरामदेह होना चाहिए और कपड़ों के कारण दबाव या चुभन जैसी समस्याएं नहीं आनी चाहिए। कई बार ऐसे में सांस लेने में भी तकलीफ होती है। ऐसे में कपड़ों में डोरी लटकना या फुंदनी आना जैसी समस्याएं होने लगती है। इसकी वजह से बुजुर्गों को चोट लग सकती है और छोटे बच्चे चीज़े मुंह में डालने की आदत से परेशानी में आ सकते हैं इसलिए आपको आराम, गर्माहट और सुरक्षा तीनों को विशेष महत्व देना है ना कि वर्तमान में चल रहे फैशन को।
हवा का बदलना है आवश्यक
अलाग या सिगड़ी को बंद कमरे में कभी भी नहीं तापना चाहिए। इसका कारण होता है, कि इससे कमरे में कार्बन मोनोऑक्साइड जैसी जहरीली गैस जमा होती हैं। यदि आप छोटे बच्चों के लिए घर में हीटर का इस्तेमाल करते हैं, तो अधिक समय के लिए इसका इस्तेमाल ना करें क्योंकि इसकी वजह से हवा शुष्क हो जाती है जिससे दिक्कतें हो सकती हैं। वही आपको रात में सोते समय बच्चों को ऐसे कमरे में नहीं सुलाना जो पूरी तरह बंद हो और उन्हें पूरी तरह ओढ़ाकर ना सोएं।
सूरज से करवाएं दोस्ती
बच्चों और बुजुर्गों के लिए ठंड से बचाए रखने के लिए घर पर ही ना रखें। सुबह की धूप आपके और उनके लिए बहुत आवश्यक है। बच्चों को सुबह की धूप में खेलना भी बहुत पसंद आता है और बुजुर्गों को इस समय बाहर टहलने के लिए कहें जिससे उन्हें धूप लग सके और विटामिन डी की मात्रा मिल सके। उनकी हड्डियां मजबूत होगी और एलर्जी से बचाव में मिलेगा। रोग प्रतिरोधक क्षमता के लिए यह बहुत आवश्यक है और इससे नींद का चक्र भी संतुलित रहता है।