बढ़ती उम्र त्वचा के लिए परेशानिया लेकर आती है जिन्हें हम दूसरे शब्दों में झुर्रियां भी कह सकते हैं। असल में अगर देखा जाए तो झुर्रियों का असल कारण बढ़ती उम्र नहीं होता है बल्कि इसका कारण हमारे द्वारा की गई लापरवाही होता है!
हम इंकार नहीं कर रहे कि बढ़ती उम्र झुर्रियों का कारण है ही नहीं। यक़ीनन 50-55 साल की उम्र के बाद त्वचा पर झुर्रियां आना बिलकुल स्वाभाविक है और वे आकर ही रहेंगी लेकिन क्या होता है कि जब आप को मात्र तीस या चालीस साल की उम्र में ही झुर्रियां पड़ने लगती हैं? हम इसी उम्र की बात कर रहे हैं कि इस उम्र में झुर्रियाँ पड़ना हमारी लापरवाही का नतीजा होता है। आइए देखते हैं कि झुर्रियों के आने के कारण असल में क्या होते हैं?
1. सौंदर्य या ब्यूटी प्रोडक्ट्स का प्रयोग
मेकअप करके ख़ूबसूरत दिखना कोई बहुत बड़ी बात नहीं है और न ही इसमें कुछ ग़लत है लेकिन क्या होता है कि जब आप मेकअप की आदत ही डाल लेती हैं? ऐसे में हम कहेंगे कि ये बेहद ख़तरनाक होता है!
अगर आप सदा मेकअप करती हैं और तरह तरह के ब्यूटी प्रोडक्ट्स का इस्तेमाल करती रहती हैं तो यह आपकी त्वचा के लिए हानिकारक हो सकता है।इन ब्यूटी प्रोडक्ट्स में पाए जाने वाले केमिकल्स आपकी त्वचा की सुंदरता को ख़त्म कर सकते हैं। और तो और ये त्वचा में पाए जाने वाले पोषक तत्वों का नाश करते हैं जिस कारण जल्दी ही आपको बुढ़ापा आने लगता है अर्थात त्वचा में झुर्रियां पड़ जाती हैं।
2. नशे की लत
अगर आपको स्मोकिंग या शराब पीने की आदत है तो हमें ये बताने की ज़रूरत नहीं है कि इसके कारण आपके शरीर को क्या क्या नुक़सान होते हैं! ये दोनों ही चीज़ें हमारे शरीर को बेहद नुक़सान पहुँचाती हैं लेकिन क्या आप जानते हैं कि ये सिर्फ़ बीमारियों को ही जन्म नहीं देती बल्कि हमारी त्वचा को भी नुक़सान पहुँचाती है।जी हाँ, इस स्मोकिंग के कारण त्वचा में मौजूद पोषक तत्व मरने लगते हैं और त्वचा अपनी नमी खोकर शुष्क पड़ जाती है। फिर नतीजा ये होता है कि आपको जल्दी ही झुर्रियां पड़ने लगती हैं।
3. सूरज की किरणें
सूरज से आने वाली अल्ट्रावायलेट किरणें त्वचा के लिए बेहद नुक़सानदेह होती हैं। यक़ीनन कामकाज के चलते आपको सूरज में रहना पड़ता होगा और आप सूरज की रौशनी से परहेज़ कर पाने में असमर्थ होते होंगे लेकिन इसका ये मतलब नहीं है कि अब आप कुछ नहीं कर सकते हैं। अगर आपको सूरज की रोशनी में कार्य करना पड़ता है तो आप छाते का इस्तेमाल कर सकते हैं।इसके अलावा आप अपनी त्वचा को फ़ुल आस्तीन वाले कपड़ों और दुपट्टे से कवर कर सकते हैं।
4. हारमोन में आने वाले बदलाव
35-40 की उम्र में महिलाओं को मेनोपॉज से गुज़रना पड़ता है। इस दौरान उनके शरीर में हार्मोनल बदलाव आते हैं जिसके कारण उनके शरीर में एस्ट्रोजन की कमी हो जाती है। इसके साथ साथ उनके कोलेजन का भी स्तर घट जाता है। ये चीज़ें त्वचा में झुर्रियां लाती हैं। अगर आप भी ऐसी स्थिति से गुज़र रही हैं तो इसके लिए आपको डॉक्टर से मिलना चाहिए ताकि आप उचित इलाज के तहत ना सिर्फ़ ख़ूबसूरत त्वचा पा सकें बल्कि शरीर में होने वाली अन्य समस्याओं से भी छुटकारा पा सकें।
5. दवाओं का सेवन
अगर आपको कुछ बीमारियों के चलते दवाइयों का सेवन करना पड़ रहा है तो ऐसे में हमें आपके साथ सहानुभूति है। हो सकता है कि आपकी दवाइयां बेहद स्ट्रोंग हों जिनके कारण आपकी त्वचा में पाए जाने वाले तत्व प्रभावित होकर मर रहे हों।
अब आप इन दवाइयों का सेवन करना तो बंद नहीं कर सकते लेकिन बेहतर है कि आप डॉक्टर से यह अवश्य पूछें कि इन दवाइयों के अलावा इलाज का और क्या ऑप्शन हो सकता है। इसके अलावा ये दवाइयां आपकी त्वचा पर क्या असर डाल रही हैं और उससे किस तरह छुटकारा पाया जा सकता है इन चीज़ों को डॉक्टर से अवश्य कंफर्म करते चलें।
6. मोटापा भी है कारण
क्या आप ये बात सुनकर चौंक गए हैं कि झुर्रियां पड़ने का एक कारण मोटापा भी होता है तो दोस्तों चौकिए मत क्योंकि ये बात बिलकुल सच है! असल में जब आप हद से ज़्यादा मोटे हो जाते हैं और फिर आप बढ़ती उम्र में थोड़ा सा फ़ैट कम कर लेते हैं तो ऐसे में त्वचा सिकुड़कर झुर्रियां बना देती है।
अब आप सोच रहे होंगे कि इसका समाधान क्या है तो दोस्तों हम यही कहेंगे कि इसका समाधान ये है कि आप अपने शरीर पर हद से ज़्यादा वसा आने ही ना दें। आप जिम या एक्सरसाइज का सहारा ले सकते हैं ताकि इस तरह की स्थिति से बचा जा सके।