पढ़ाई लिखाई में जी तोड़ मेहनत करना और पूरा ध्यान केवल पढ़ाई में लगाना अच्छी बात है परंतु इसके साथ ही हमारे द्वारा बताई गई इन बातों को विशेष रुप से ध्यान देना अति आवश्यक है। यह जरूरी नहीं कि आप केवल पढ़ाई करके ही अमीर व्यक्ति बन सकते हैं या फिर दिन भर पढ़ाई करते रहने से आपको तरक्की मिले। कभी-कभी कम पढ़ाई करके भी एक सफल व्यक्ति बना जा सकता है और इसका उदाहरण विश्व भर में जीते जागते कई (बड़े बड़े अरबपति व्यक्ति) उदाहरण हैं।
पढ़ाई लिखाई में ऐसा हर बार नहीं होता है, कि हर किसी को कामयाबी मिल जाए। पढ़ाई करते समय हमें कई ऐसे नियमों को ध्यान रखना पड़ता है, जो हमें सफलता की ओर ले जाते हैं परंतु कई व्यक्ति इन नियमों को ध्यान में ना रख कर केवल पढ़ाई करते रहते हैं। इससे कई बार होता है, कि सफलता मिलने से चूक जाती है। चलिए तो जानते हैं, कि आखिर वह ऐसे कौन से नियम हैं जिनको हमें पढ़ाई करते समय ध्यान रखना चाहिए।
पूर्व दिशा की ओर मुंह कर कर पढ़ें
आपका जो भी स्टडी रूम है वहां पर आपको मेज कुर्सी इस तरह लगानी है जिससे आपका पढ़ाई करते समय मुंह पूरब दिशा की ओर हो जाए। ऐसी मान्यता है, कि जो व्यक्ति पूर्व की ओर मुंह कर कर पढ़ता है उसको ज्यादा अधिक पॉजिटिव एनर्जी मिलती है। सूर्य भगवान को हिंदू धर्म में देवता मानकर पूजा जाता है और यह ऊर्जा का सबसे बड़ा स्त्रोत भी है। पढ़ाई करते समय आपकी कमरों में चारों और रोशनी भी होनी चाहिए ताकि आपको पढ़ते समय देखने संबंधी किसी प्रकार की समस्या ना हो। कम रोशनी में पढ़ने से हमारी आंखों पर बुरा प्रभाव पड़ता है।
लेटकर नहीं पढ़ना चाहिए
कई बार अपने बच्चों को देखा होगा कि वह बेड पर लेट कर अपनी पढ़ाई को करते हैं। उनको हमेशा समझाइश देना चाहिए कि लेट कर कभी भी नहीं पढ़ना चाहिए। लेटकर पढ़ने की वजह आप कहीं पर भी बैठ कर पढ़ाई करने को अधिक महत्व दे। लेट कर पढ़ाई करने से आलस आता है और ठीक से पढ़ाई नहीं हो पाती है।
अगर कोई ऐसी चीज पढ़ना हो जो आप केवल टाइम पास के लिए पढ़ रहे हैं, तो आप लेट कर पढ़ सकते हैं। अगर आप अपनी एग्जाम की तैयारी के लिए पढ़ रहे हैं, तो आपको कभी भी लेट कर नहीं पढ़ना चाहिए। बैठकर पढ़ने से दिमाग हमेशा एक्टिव रहता है जिससे आप काफी अच्छे से पढ़ाई कर सकते हैं।
खाते समय पढ़ाई ना करें
जब भी आप किसी भी भोज्य पदार्थ को खा रहे हो, उस समय कोशिश यह करें कि पढ़ाई को खाने के पश्चात ही करें। अगर आप खाते समय पढ़ते हैं, तो जूठे हाथ से पन्ने को ना पलटे। इससे आपकी कॉपी किताब भी खराब हो सकती है। ऐसा माना जाता है, कि कभी भी हमें झूठे मुंह से नहीं पढ़ना चाहिए।
पढ़ने का टाइम टेबल बनाएं
आपको जिस भी चीज की पढ़ाई करनी है प्रतिदिन नियमित रूप से उसका टाइम टेबल बनकर ही पढ़ाई करनी चाहिए। अगर टाइम टेबल नहीं बना होता है, तो उसे हमारी पढ़ाई का नुकसान भी होता है इसलिए इस बात का विशेष ध्यान दें।