शिक्षा क्या है – Education हमारे जीवन का एक महत्वपूर्ण अंग है। शुरू से ही हमें पहले माता-पिता के रूप में फिर शिक्षक के द्वारा शिक्षा मिलती रहती है। जीवन के प्रत्येक पहलू में शिक्षा की महत्वपूर्ण भूमिका है। यह हमारी सोच को सकारात्मक विचार लाती है तथा नकारात्मकता को दूर करती है।
जीवन की शुरुआत से ही माता-पिता शिक्षा की ओर ले जाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं तथा वे अच्छे से अच्छे शैक्षणिक संस्था में हमारा दाखिला कराने का प्रयास करते हैं। शिक्षा तकनीकी और उच्च कौशल ज्ञान के साथ-साथ पूरे संसार में हमारे विचारों को विकसित करने की क्षमता प्रदान करती है। हमें शिक्षा अधीक्षक अनुशासित तथा बेहतर शिक्षित बनाती है। यह समाज में हमें अपनी अलग पहचान दिलाने तथा बेहतर पद दिलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है।
भारत में स्त्री शिक्षा का महत्व-
भारत में वैदिक काल से ही स्त्रियों के लिए शिक्षा का व्यापक प्रचार रहा। ईस्ट इंडिया कंपनी के द्वारा सन 1854 में स्त्री शिक्षा को स्वीकार किया गया। अब विभिन्न सरकारी तथा गैर सरकारी दर पहले 0.2 %थी लेकिन अब सिर्फ 6%तक पहुंच गई है। कोलकाता विश्वविद्यालय महिलाओं को शिक्षा के लिए स्वीकार करने वाला पहला विश्वविद्यालय था।
स्वतंत्रता प्राप्ति के बाद
स्वतंत्रता प्राप्ति के बाद हमारा भारत सन 1947 में स्वतंत्र हुआ था। भारत की स्वतंत्रता के बाद सन् 1947 में University Education Commission बनाया गया था, इसमें महिलाओं की शिक्षा दर को कम करने का प्रयास भी किया गया था।
निष्कर्ष:-
लड़कियों तथा महिलाओं को शिक्षा के लिए जागरूक होना लड़कियों तथा महिलाओं की Education गरीबी पर काबू पा सकती है, आजकल लड़के-लड़की में कोई भेदभाव नहीं करना चाहिए क्योंकि आजकल हर स्तर में लड़के लड़की सम्मान पा रहे हैं।
लड़कियां भी लड़कों से कहीं पीछे नहीं हैं। कुछ परिवारों में काम कर रहे पुरुष कुछ स्थिति में वह कार्य नहीं कर पाते हैं। फिर महिलाओं के ऊपर परिवार का पूरा बोझ हो जाता है महिलाओं को ऐसी जरूरतों को पूरा करने के लिए तथा ऐसी स्थिति का डटकर सामना करने के लिए शिक्षित होना अति आवश्यक है, जिससे वह विभिन्न क्षेत्र में प्रवेश कर सकती हैं।
महिलाएं शिक्षक और डॉक्टरों वकीलों के शासक के रूप में कार्य करती हैं तथा अपना तथा अपने परिवार का अच्छे से ख्याल रखती हैं तथा शिक्षित महिला एक अच्छी मां बन सकती है। महिलाओं की शिक्षा में समस्या बेरोजगारी तथा सामाजिक शांति से जुड़े मामलों को भी आसानी से हल किया जा सकता है। महिलाओं का शिक्षित होना अति आवश्यक है।
शिक्षा प्राप्त करने के लाभ
Education प्राप्त करके केवल आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर होना नहीं होता है, बल्कि हर क्षेत्र में ही शिक्षा महत्वपूर्ण स्थान निभाती है। शिक्षा का हमारे जीवन में लाभ ही लाभ है।
जिस प्रकार हमारे शरीर को भोजन की आवश्यकता होती है उसी प्रकार मानसिक विकास के लिए शिक्षा की आवश्यक है।
यदि नारी शिक्षित नहीं होगी तो वह एक कुशल ग्रहणी भी नहीं बन सकती है ना ही एक सफल माता। अगर मां ही अशिक्षित होगी तो वह अपने बच्चों को मार्गदर्शन नहीं कर पाएगी और यदि नारी शिक्षित होगी तो शोषित भी नहीं होगी। वह अधिकार पाने की पात्रता रखेगी।