दिल्ली की हवा एक बार फिर खराब हो चुकी है। पिछले सप्ताह हुई बारिश से पलूशन से कुछ राहत तो मिली थी लेकिन सोमवार से हालात फिर पहले जैसे ही हो गए हैं और हवा की क्वॉलिटी बेहद खराब की कैटिगरी में पहुंच चुकी है। आपको जानकर हैरानी होगी कि इन दिनों दिल्ली में सांस लेने मतलब एक दिन में 50 सिगरेट का धुआं शरीर के अंदर लेने जैसा है। ऐसे हालात में जरूरी है कि लोगों को उनके स्वास्थ्य के प्रति जागरूक बनाया जाए। आप चाहें तो घरेलू नुस्खों को भी अपना सकते हैं ताकि पलूशन के असर को कुछ कम किया जा सके।
दुनिया का सबसे प्रदूषित शहर दिल्ली
WHO की रिपोर्ट के अनुसार, दिल्ली दुनिया का सबसे प्रदूषित शहर है। ऐसे दूषित वातावरण में कहीं बाहर जाकर व्यायाम या योगाभ्यास नहीं करना चाहिए। ऐसे समय में घर में ही योग करना लाभदायक होता है। जिन लोगों को सांस लेने में तकलीफ होती है, उन्हें प्राणायाम और अनुलोम-विलोम करना चाहिए। इस दौरान सुबह की सैर की बजाय शाम की सैर बेहद लाभदायक होती है।
फेफड़ों को साफ करेगा घी
नाक में घी के 2-4 बूंद डालने से दूषित हवा साफ होकर फेफड़े में जाती है। बेहतर परिणामों के लिए दिन में 2 बार इस प्रक्रिया को दोहराएं। सीसा और मरकरी वायु प्रदूषण के अहम घटक हैं। सीसा और मरकरी के हानिकारक प्रभाव को कम करने में घी आपकी मदद करता है।
घर का बना खाना खाएं
प्रदूषण के दुष्प्रभावों से निपटने के लिए घर में बना हुआ और गर्मा गर्म खाना ही खाएं, बाहर के खाने से परहेज करें। संतुलित भोजन लें, जिसमें फल और सब्जियां शामिल हो।
दूषित पदार्थों को दूर करता है गुड़
गुड़ का सेवन भी हमारे शरीर से दूषित पदार्थों को दूर करने में मदद करेगा। हाल में हुए एक शोध में पाया गया कि धूल और धुएं में काम करने वाले जो मजदूर रोजाना गुड़ खाते थे, उनमें प्रदूषण से होने वाली बीमारियों की संभावना कम पाई गई।
लहसुन-प्याज है लाभकारी
भोजन में लहसुन और प्याज का इस्तेमाल बढ़ाएं। प्याज और लहसुन पारंपरिक दवाओं के रूप में भी उपयोग किए जाते हैं। ये अस्थमा की रोकथाम और उपचार सहित विभिन्न स्वास्थ्य लाभ प्रदान करते हैं।
स्टीम लेने से मिलेगा आराम
भाप की श्वास यानी स्टीम लें। इससे शरीर को हानिकारक पदार्थों को हटाने में मदद मिलती है। स्टीम लेने के दौरान पेपरमिंट तेल के 5-7 बूंद को पानी में डाल दें और तोलिये की मदद से चेहरे को ढक कर स्टीम लें। इससे भी राहत मिलेगी।