Saturday, September 21, 2024
hi Hindi

बच्चों की अच्छी परवरिश करना अपने आप में एक महान कार्य हैं और ज़्यादातर पेरेंट्स की यही कोशिश रहती है कि वह अपने बच्चों को सबसे उच्च प्रकार की परवरिश दें। पेरेंट्स की यह कोशिश वास्तव में सराहनीय है लेकिन कभी कभी पैरेंट्स के काफ़ी प्रयासों के बावजूद बच्चों का लालन पालन सामान्य तरीक़े से नहीं हो पाता है और इसी के चलते उनमें कुछ असामान्य आदतें जन्म ले लेती हैं।

6376C535 2CD3 47E8 B723 8E04156D6E62

अगर हम यह कहें कि कभी कभी अच्छी परवरिश के बावजूद कुछ कमियों के चलते बच्चों में कुछ ऐसी आदतें डेवलप हो जाती हैं जिन्हें सामान्य नहीं कहा जा सकता तो यह भी ग़लत नहीं होगा। सबसे बड़ी बात तो ये है कि बच्चों की असामान्य आदतों के लिए पेरेंट्स की परवरिश पर सवाल उठाने के बजाय हमें उन्हें बदलने की कोशिश करनी चाहिए।

ख़ैर बात को ज़्यादा घुमाते नहीं है और सीधे सीधे शब्दों में अपनी बात कहते हैं। इस लेख में हम असल में यह चर्चा करना चाहते हैं कि बच्चों की असामान्य आदतों को किस तरह बदलना चाहिए! तो आइए इस बेहद महत्वपूर्ण टॉपिक की चर्चा यहाँ करते हैं।

  • झूठ बोलने की आदत

275B8E13 D1E8 408D 83F4 91171D62BDD2

जैसा कि हमने कहा कि हम पेरेंट्स के द्वारा दी गयी परवरिश पर कोई उंगली नहीं उठाएंगे बल्कि हम ये देखेंगे कि आख़िर बच्चे की यह आदत किस तरह बदली जा सकती हैं!

जी हाँ, अगर आपका बच्चा झूठ बोलने लगा हो तो आपको उसे डांटना फटकारना नहीं चाहिए और न ही ख़ुद को कोसना चाहिए। सबसे पहले ये देखें कि बच्चा आजकल किसके साथ रह रहा है अर्थात् उसके दोस्त कौन कौन हैं। इस बात का अवश्य ख्याल रखें कि बच्चा किसी ऐसी संगति में ना पड़ जाए जो उसे ग़लत आदतें सिखा दें।

  • ग़लत तरह की भाषा का इस्तेमाल करना

C674D385 92DB 46B6 A0EF 38E5671AC3A0

अगर आपका बच्चा ग़लत तरह की भाषा का इस्तेमाल कर रहा है जैसे कि गाली गलौज या अश्लील शब्दों का उच्चारण आदि तो ऐसे में इस बात को बिलकुल भी इग्नोर न करें। बच्चे को फ़ौरन बताए की इस तरह की भाषा बोलना सही नहीं है।

पहले उसे समझाने पर ही ज़ोर दें। अगर काफ़ी समझाने से भी आपका बच्चा नहीं सुधर रहा है तो फिर आप उसे पनिशमेंट का डर दिखायें और पनिश भी करें। इस बात का ख़ास ख़याल रखें कि आप बच्चे के स्वाभिमान को बिलकुल भी चोट न पहुँचाएं। जितना हो सके उसे प्यार से समझाने की ही कोशिश करें।

  • मारपीट की आदत

771C0829 6537 4B0F B115 0159B1B671AD

अगर आपका बच्चा हिंसात्मक होता जा रहा है और उसे मारपीट की आदत हो गई हो तो इस पर ध्यान देना अति आवश्यक है। बच्चे में आई इस आदत का बड़ा कारण जानने की कोशिश करें और फिर उसे समझाने का प्रयास करें।

अगर बच्चा बात बात पर अपने साथियों से मारपीट कर रहा हो तो उसे फ़ौरन इस चीज़  से रोकने का प्रयास करें। इसके लिए अगर आपको चाइल्ड साइकोलॉजिस्ट की ज़रूरत पड़े तो भी पीछे न हटें।

ऊपर दिए हुए कुछ बिन्दु परवरिश की दृष्टि से अत्यंत आवश्यक हैं। इसके अलावा भी अगर आपको अपने बच्चे में कोई ऐसी आदत दिखाई दे रही है जो कि सही नहीं है तो उस चीज़ को यूँ ही ना छोड़ दें कि वक़्त के साथ वह ख़त्म हो जाएगी।

आपको बताते चलें कि छोटी उम्र की आदतें बड़ी उम्र में फ़ितरत बन जाती हैं और फ़ितरत व्यक्ति की पर्सनालिटी को कहीं न कहीं कंट्रोल अवश्य करती है इसीलिए बेहद ज़रूरी है कि आप अपने बच्चों पर ध्यान देते रहें। उसकी बेहतर काउंसलिंग करने की कोशिश करें। अगर आपको लगता है कि आपके बच्चे को चाइल्ड साइकोलॉजिस्ट की ज़रूरत है तो इस बात को अन्यथा न लें।

B70A981B 0249 4DD4 A760 57E4971A3DB4

एक और बात, अपने मन से यह बात बिलकुल निकाल दें कि चाइल्ड साइकोलॉजिस्ट के पास अपने बच्चे को ले जाने का मतलब ये है कि आपका बच्चा असामान्य है। जी नहीं, ये बात बिलकुल ग़लत है! बेहतर है कि आप इस तरह के मिथ्यों पर विश्वास न करें क्योंकि आपके बच्चे की ज़िंदगी इन मिथ्यों से ज़्यादा ज़रूरी है।

उम्मीद है कि इस लेख के माध्यम से आपको चाइल्ड काउंसलिंग की पर्याप्त जानकारी प्राप्त हो गई होगी! आप अपने सुझावों को कमेंट बॉक्स में हमारे साथ शेयर कर सकते हैं।

SAMACHARHUB RECOMMENDS

Leave a Comment