हिन्दू धर्म में ज्योतिष के अनुसार ग्रहो की शांति के लिए हवन दान, कवच और रत्न धारण करते हैं। हिन्दू धर्म में इन सब रत्नो या कवच को बहुत ही महत्वपूर्ण माना जाता है। ज्यादातर ज्योतिष आचार्य इनको मानव जीवन में न केवल धारण करने की सलाह देते हैं बल्कि वह जीवन पर इसका कैसे क्या असर होता है यह भी बताते हैं। आज हम आपको इस बात की जानकारी देंगे की किस ग्रह के लिए कौन सा रूद्राक्ष धारण किया जाता है।
एक मुखी रूद्राक्ष
एक मुखी रूद्राक्ष को धारण करने के अपने ही अलग महत्व है। एक मुखी रुद्राक्ष धारण करना सूर्य जनित दोषो में लाभदायक रहता है। इसे धारण करना हृद्य रोग, सिर दर्द और नेत्र संबंधी सभी रोगो में लाभदायक रहता है। एक मुखी रुद्रक्ष धारण करने से पहले इस मंत्र का जाप 108 बार करना होगा, मंत्र ऊँ एं हे औ ऐं ऊँ ।
दो मुखी रुद्राक्ष
दो मुखी रुद्राक्ष को चंद्र दोष के लिए धारण किया जाता है, दो मुखी रुद्राक्ष धारण करने से लक्ष्मी का वास रहता है, यह ध्यान लगाने में भी सहायक है। मुख्य रूप से इसे महिलाओं के लिेए बेहद लाभदायक माना गया है, गर्भवती महिला की गर्भ की रक्षा करने हेतु भी धारण किया जाता है।
तीन मुखी रुद्राक्ष
तीन मुखी रुद्राक्ष को मंगल ग्रह में दोष हेतु धारण किया जाता है। तीन मुखी रुद्राक्ष ब्लडप्रेशर, चेचक, बवासीर, रक्ताल्पता, हैज, मासिक धर्म संबंधित रोगो के निवरण हेतु भी धारण करते
चार मुखी रूद्राक्ष
चार मुखी रुद्राक्ष को बुध ग्रह के दोष के निवारण हेतु धारण किया जाता। इसे मानसिक रोग, पीत ज्वर, दमा तथा नासिका संबंधित रोग के निवारण के लिए भी धारण किया जाता है। इसे धारण करने से वाणी में मधुरता अरोग्य और तेजस्विता प्राप्त होती है।
पांच मुखी रुद्राक्ष
पांच मुखी रुद्राक्ष को बृहस्पति ग्रह दोष के निवारण हेतु धारण किया जाता है। यह दामपत्य सुख, निर्धनता, कान के रोग और मुधुमेंह जैसे रोगों से निवारण हेतु भी धारण किया जाता है।
छह मुखी रुद्राक्ष
छह मुखी रुद्राक्ष शुक्र ग्रह के निवारण हेतु धारण करते हैं। यह नेत्र रोग, पुरुषार्थ, काम वासना व्य़ाधिंयो में लाभदायक रहता है। इसके गुणों की तुलना हीरे से होती है। यह दांए हाथ में धारण किया जाता है।
सात मुखी रुद्राक्ष
सात मुखी रुद्राक्ष को शनि ग्रह दोष में धारण करना लाभदायक माना जाता है। इसे धारण करने से नपंसुकता, विकलांगता, हड्डी व मांस पेशियों के दर्द से ने निवारण हेतु भी धारण करते हैं।
आठ मुखी रुद्राक्ष
आठ मुखी रुद्राक्ष राहु ग्रह के दोष निवारण हेतु धारण किया जाता है। इसे मोतियाविंद, फेफड़ो के रोग, पैरों में कष्ट, चर्म रोग में धारण करना भी लाभदायक रहता है।
नौ मुखी रुद्राक्ष
नौ मुखी रुद्राक्ष केतु ग्रह के दोष में लाभदायक रहता है। इसे ज्वर, नेत्र संबंधी रोग, फोड़ फुन्सी जैसे रोगों में धारण करना लाभदायक रहता है। यह रुद्राक्ष धन और ऐेश्वर्य को बढ़ाने का काम करता है।