जब से कोरोना वायरस ने चीन से फैलना शुरू किया है तब से ही कई इंडस्ट्री को भारी नुकसान का सामना करना पड़ा है। अभी भी कई इंडस्ट्री में होने वाली नुकसान में कमी नहीं आई है। इन्हीं सब इंडस्ट्री में से एक ट्रैवल इंडस्ट्री है जिसको पूरी दुनिया में नुकसान का सामना करना पड़ा है। इस वायरस के कारण अंतर्राष्ट्रीय हवाई यात्रा पर भी काफी बड़े पैमाने पर नुकसान हुआ है।
इस कारण से ट्रैवल इंडस्ट्री में अंतरराष्ट्रीय हवाई यात्रा पर भी बहुत अधिक प्रभाव पड़ा है और एक कारण यह भी है, कि वर्तमान समय में लगभग कुछ देशों को छोड़कर सभी देशों में अभी भी अंतर्राष्ट्रीय हवाई यात्रा पर पाबंदी लगाया हुई है। अंतरराष्ट्रीय हवाई यात्रा परपाबंदी होने के कारण अभी भी ट्रैवल इंडस्ट्री को काफी नुकसान हो रहा है। इस कारण से कई इंडस्ट्री का तो काम ही ठप हो गया है और वह बंद होने के कगार पर आ गई है।
अंतरराष्ट्रीय हवाई प्रतिबंध से हो रहा है ट्रैवल इंडस्ट्री को नुकसान
कोरोना वायरस फैलने के डर से वर्तमान समय में सभी देशों में लगाए गए अंतरराष्ट्रीय हवाई प्रतिबंध से हो ट्रैवल इंडस्ट्री को भारी नुकसान हो रहा है। कई ट्रैवल एजेंसी ने तो अपना काम करना ही छोड़ दिया है क्योंकि वह कोरोना वायरस के कारण हुए नुकसान को नहीं सहन कर सकती है। कोरोना वायरस के कारण हो रहे नुकसान को आप सोच भी नहीं सकते कि ट्रैवल इंडस्ट्री को कितना नुकसान हो रहा है।
कुछ समय पहले ट्रैवल इंडस्ट्री के लिए जाने वाली कंपनी मेकमायट्रिप ने अपने कर्मचारियों को कम कर दिया है और आगे भी यह अपने कंपनी के कर्मचारियों की छटनी करेगा। इस कंपनी ने कर्मचारियों की छटनी करने पर कई लोगों द्वारा पूछें जाने पर कहा है, कि अभी इस समय यह स्पष्ट नहीं कि कोविड-19 के कारण लोग ट्रेवल करने के लिए निकलेंगे भी या फिर नहीं।
लोग तभी ट्रेवल करना पसंद करेंगे जब कोविड-19 पूरे कंट्रोल में हो सकेगा इसलिए इस कंपनी ने लगभग 360 कर्मचारियों को नौकरी से निकाल दिया गया है। इससे साफ साफ यह पता लगता है, कि ट्रैवल एजेंसी इतने अधिक कर्मचारियों का भार उठा नहीं कर सकती है। अर्थात कोरोना वायरस के कारण इस ट्रैवल एजेंसी को काफी नुकसान हो रहा है। सबसे दुखद बात यह है, कि लोगों की नौकरियां जा रही है।
WTTC के अनुसार पर्यटन इंडस्ट्री को दुनिया भर में हो रहा है नुकसान
कुछ समय पहले WTTC (विश्व ट्रेवल एंड टूरिज्म काउंसिल) कहा है, कि ना सिर्फ भारत बल्कि भारत के अलावा कई बड़े बड़े देशों में पर्यटन उद्योग को भारी मात्रा में नुकसान हो रहा है। कई बड़ी इंडस्ट्री के मुकाबले में सबसे ज्यादा नुकसान ट्रैवल उद्योग को हो रहा है। ट्रैवल इंडस्ट्री पूरी तरह से टूरिज्म पर आधारित है। वर्तमान समय में टूरिज्म तो ना के बराबर है।
कोरोना वायरस के कारण कुछ अन्य महत्वपूर्ण नुकसान
- अधिकतर (ट्रैवल इंडस्ट्री से संबंधित) कंपनियों ने अपने कर्मचारियों को हमेशा के लिए निकाल दिया है जिससे उन कर्मचारियों को इस भयावह स्थिति में काफी परेशानी उठानी पड़ रही है।
- कई बड़ी-बड़ी ट्रेवल इंडस्ट्रीज को बंद करना पड़ा है क्योंकि वह इस स्थिति में इतना बाहर नहीं उठा सकती हैं।
- जब पर्यटक एक देश से दूसरे देश में जाते हैं, तो अपनी करेंसी उस देश की करेंसी में ट्रांसफर करवा लेते हैं। इससे ट्रेवल से आने वाली विदेशी मुद्रा देश को कई व्यापारिक क्रियाओं में खर्च करते है। परंतु अब पर्यटन में कमी आने के कारण विदेशी मुद्रा में भी कमी आएगी।