रिटायरमेंट जीवन का एक अहम हिस्सा होता है। पूरी लगन से मेहनत करने के बाद वह चाहते हैं, कि अपनी जॉब के बाद बहुत सुख पूर्वक रहे। हर कोई सुख से जीवन बिताना चाहता है। सालों साल काम करने के बाद वह चाहते हैं, कि उनके रिटायरमेंट का जीवन काफी बिना किसी परेशानी के गुजरे। इसके बाद भी कई लोग अपने रिटायरमेंट प्लान सही से नहीं बना पाते। उनका रिटायरमेंट प्लान सही ना होने के कारण कई तकलीफ सामने आती हैं। आइए जानते हैं रिटायरमेंट से जुड़ी कुछ अहम बातों के बारे में-
क्यों आवश्यक होते हैं रिटायरमेंट प्लान
रिटायरमेंट प्लान सभी के जीवन में एक अहम हिस्सा रखते हैं। इनके कारण हमें यह समझ आता है, कि रिटायरमेंट तक आपको कितनी बचत करनी है। आपको कितना निवेश करना चाहिए जो रिटायरमेंट के लिए सही हो। इसलिए बेहद आवश्यक है, कि आपका रिटायरमेंट प्लान सही तरीके से बना हो। यदि रिटायरमेंट फोन सही नहीं होगा तो आपकी प्लानिंग गलत हो सकती है। रिटायरमेंट प्लैनिंग सही से करने के लिए कुछ बात ध्यान दें।
लक्ष्यों को ना भूलें
रिटायरमेंट प्लान भले ही बहुत अहमियत रखता है किंतु अन्य लक्ष्य भी बहुत जरूरी होते हैं। आपको अन्य लक्ष्य जैसे बच्चों की अच्छी पढ़ाई, उनकी शादी की प्लानिंग भी सही करना चाहिए। यदि आप यह प्लानिंग ढंग से नहीं करेंगे तो आपकी जमा की गई राशि रिटायरमेंट की जगह इन सब चीजों में खर्च हो जाएगी। आपको अपने लिए मेडिकल इमरजेंसी और बच्चों के लिए पढ़ाई और अन्य चीजों को भी महत्वता देनी होगी। इन सभी चीजों पर ध्यान ना देने से हो सकता है आपको रिटायरमेंट में परेशानी हो।
नियमित आमदनी जरूरी है
यदि आप अपने रिटायरमेंट को सही तरह से देखना चाहते हैं, तो आपको एक जरिया ढूंढना होगा जो आपको नियमित आमदनी दे। यदि आप अपने पैसे जमा करके बीच-बीच में निकालते रहेंगे तो यह सही नहीं है। नियमित इनकम बनाने के लिए आप एन्युटी में प्रवेश कर सकते हैं। इनका सालाना रिटर्न किंतु काफी कम रहता है और आपको इन पर टैक्स भी देना होता है। ऐसा कहते हैं, कि आप अपनी रिटायरमेंट की आमदनी का एक हिस्सा इसमें निवेश कर दें।
रिटायरमेंट के बाद की भी प्लानिंग करें
आपको रिटायरमेंट के आगे की उम्र की भी प्लानिंग करते रहनी चाहिए। यदि आप एक बार करके इस बीच में रोकेंगे तो यह सही नहीं है। आपको इमरजेंसी फंड अवश्य बनाना चाहिए जो आपके रिटायरमेंट में काम आएगा। अपनी वित्तीय जरूरतों के लिए एक फंड होना आवश्यक है।
काम जरूरी है
आपको रिटायरमेंट के बाद भी किसी काम में ध्यान अवश्य ही देना चाहिए। यदि आप केवल आराम करेंगे तो आप की बीमारी का खतरा हो सकता है। आपको कोई ना कोई कार्य अवश्य ही करना चाहिए। इससे आपको बोरियत नहीं होगी।