अपने निवेश पर हर व्यक्ति सुरक्षा के साथ साथ एक बेहतरीन रिर्टन चाहता है, पैसों को न जाने कहां कहां निवेश करने के बाद भी लोग उस लेवल का रिर्टन कभी हासिल नहीं कर पाते। उसका कारण यह है कि लोग प्रॉपर्टी में निवेश करते समय कुछ चीजो को नजरअंदाज कर देते हैं या फिर यूं कहें कि वह जानते ही नहीं के किसी प्रॉपर्टी को खरीदने से पहले उसके आस पास मौजूद सुविधाएं या बाजार कितने मायने रखते हैं। अधिकतम लोग केवल रेसिडेंस प्रॉपर्टी में अपना पैसा डालते रहते हैं और रिर्टन की उम्मीद लगा के रखते हैं। जबकि रेसिडेंस में उतने बेहतर रिर्टन मिले यह थोड़ा मुश्किल है, इसलिए हम आपको बताते हैं कि किस प्रॉपर्टी में निवेश करना आपके लिए सही रहेगा
अगर आपके पास 2-3 रेसिडेंस प्रॉपर्टी हैं तो फिर से रेसिडेंस प्रॉपर्टी में निवेश करना एक गलती है। अब समय आ गया है कि आप कॉमर्शिल प्रॉपर्टी में निवेश करें और वह भी बहुत कुछ देख पऱख कर। कॉमर्शियल प्रॉपर्टी के दाम बहुत जल्दी बड़ जाते हैं, साथ ही अगर आप उसे किराए पर चढ़ाते हैं तो आपको उससे अच्छा किराया भी मिलता है। वहीं रेसिडेंस प्रॉपर्टी में मिलने वाला किराया काफी कम होता है।
प्रॉपर्टी खरीदते समय डवलपर की जांच
आज के समय में प्रॉपर्टी को लेकर बहुत धांधलिया होने लगी है जिसके चलते लोग अपनी जिंदगी भर की पूंजी भी गवा बैठते हैं, तो आपको प्रॉपर्टी खरीदते समय बिल्डर या डवलपर की ठीक से जांच पड़ताल करना बहुत जरूरी है। आप यह देखें की अब तक उस बिल्डर द्वारा पूरी की गई साइट्स कैसी है, उसका ट्रैक रिकॉर्ड कैसा है। साथ ही जहां भी आप कॉमर्शियल प्रॉपर्टी खरीद रहे हैं वहां का माहौल कैसा है क्या वहां कोई आता जाता भी है या वह जगह अक्सर सुनसान ही दिखाई देती है।
छोटी प्रॉपर्टी खरीदें
अगर अब मन बना चुके हैं कि आपको कॉमर्शियल प्रॉपर्टी में निवेश करना है तो बड़ी एक बड़ी प्रॉपर्टी न खरीद कर कुछ छोटी छोटी प्रॉपर्टी खरीदे। आपको बता दें कि दिल्ली एनसीआर, मुंबई टियर टू और थ्री में बहुत जगह छोटे छोट कॉमर्शियल स्पेस मौजूद हैं। पहले के मुकाबले अब यहां काफी बेहतर प्रॉपर्टी है जिन्हे आप खरीद सकते हैं।
जांच पड़ताल जरूरी
किसी भी कॉमर्शियल प्रॉपर्टी को खरीदने से पहले उसकी और उस जगह के मार्केट वेल्यू के बारे में ठीक से जांच पड़ताल कर लें। आपकी खरीदी गई प्रॉपर्टी किसी किराएदार को कैसे लुभाएगी इस बात को भी समझ ले। ऐसा न हो के आप प्रॉपर्टी खरीदे और उसके लिए किराएदार ही न मिलें। सही तरह से रिसर्च कर के ही प्रॉपर्टी खरीदे बिल्डर के बहकावे में आकर हर चीज पर हां न भरे। बल्कि वहां के आस पास की सोसाएटी कितनी दूरी पर है यह सब जांच कर ही प्रॉपर्टी खरीदें।
यह होंगे फायदे
भारतीय बाजारो मे्ं बीते काफी समय से ऑफिस वगैरा की डिमांड बढ़ गई है। ऐसे में कॉमर्शियल प्रॉपर्टी आपको बेहतर किराया तो दिलाएगी ही, साथ ही इस प्रॉपर्टी की कीमत रेसिडेंस्ल प्रॉपर्टी के मुकाबले ज्यादा तेजी से बढ़ेगी।छोटे कॉमर्शियल प्रॉपर्टी खरीदने का सबसे बड़ा फायदा यह है कि इसके लिए आपको किराएदार बहुत आसानी से मिल जाएंगे, साथ ही अगर आप खुद का कोई बिजनेस शुरू करना चाहते हैं तो आप इस स्पेस का इस्तेमाल भी कर सकते हैं।