आज पूरी दुनिया में कोरोना की वजह से हाहाकार मची हुई है, क्या इटली क्या अमेरिका और क्या इंग्लैड दुनिया के सबसे शक्तिशाली देश भी इस वायरस के सामने घुटने टेकते दिखाई दे रहे हैं। चीन के वुहान से फैले इस वायरस ने अब तक हजारों लोगों को मौत की नींद सुला दिया है और अब भी करीब 6 लाख के आसपास लोग इस बीमारी से लड़ रह हैं।
कोरोना से प्रभावित होने वाले देशो की संख्या लगभग 200 हो गई है। आलम यह आ गया है कि लगभग पूरी दुनिया ही इस वायरस के चलते लॉकडाउन कर दी गई है। अर्थव्यवस्था की हालत तो इतनी खराब हो गई है कि बड़े बड़े देशों को इस बीमार से लड़ने के लिए अलग् अलग फंड खोलने की जरूरत पड़ रही है। चीन से फैले इस वायरस से अब चीन लगभग पूरी तरह आजाद हो गया है और यंहा अब कोरोना के केस काफी कम हो गए हैं।
अमेरिका का ऐलान
अब तक सबसे ज्यादा असर कोरोना का अगर किसी देश पर दिखाई दिया है तो वह है अमेरिका। अमेरिका में अब तक कोरोना पीड़ि़तो की संख्या करीब 1.50 हजार के पार पहुंच चुकी है। दुनिया के सबसे श्क्तिशाली मुल्क कहे जाने वाले देश अमेरिका में अब तक कोरोना की वजह से 2489 लोगों की जान जा चुकी है। साथ ही यंहा की पूरी की पूरी स्वास्थ्य व्यवस्थाएं भी छिन्न भिन्न सी दिखाई दे रही हैं। ऐसे में अमेरिकी राष्ट्रपति ने कोरोना से लड़ने के लिए 2 ट्रिलियन डॉलर का फंड भी जारी किया है। इससे न केवल स्वास्थ्य व्यवस्थाएं ठीक की जाएंगी बल्कि पड़ोसी मुल्को की भी मदद की जाएगी जिसमे भारत के लिए भी कुछ फंड जारी किया गया है।
इटली की हालत गंभीर
दुनिया की सबसे बेहतर स्वास्थ्य व्यवस्थाओं की गिनती में दूसरे पायदान पर आने वाले देश इटली की हालत तो बहुत ही ज्यादा गंभीर है। इटली में अब तक 10000 हजार से ज्यादा लोग अपनी जान गंवा चुके हैं। वक्त ऐसा आ गया है कि इटली के पास इन शवो को दफनाने के लिए आर्मी की सहारा लेना पड़ रहा है। आए दिन यह आकंड़ा बढता ही जा रहा है।
WHO की भारत को लेकर चिंता
वंही भारत के हालात भी खराब होते दिखाई दे रहे हैं। बीते कुछ ही समय में कोरोना पीड़़ितो की संख्या में इजाफा होता ही जा रहा है। साथ ही अलग अलग महानगरो में बसे दिहाड़ी मजदूरों के पलायन से भी केंद्र सरकार और राज्य सरकार दोनो ही खासी परेशान है। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के कोरोना से लड़ाई के लिए जारी किए गए फंड के बावजूद भी लोगों में असंतोष फैला हुआ है। लोग सड़को पर पैदल चल कर ही अपने गांव जाने के लिए निकल गए हैं। वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गनाइजेशन ने पलायन करते देख लोगों पर चिंता जताई है और इस समस्या से जल्दी निपटने के लिए सभी सरकारे अपनी पूरी कशिश कर रही हैं।