द गांधी मर्डर महात्मा गांधी की पुण्यतिथि 30 जनवरी को दुनियाभर में रिलीज होने जा रही है, लेकिन भारत में इसकी रिलीज रद्द कर दी गई है, क्योंकि खास तत्वों ने फिल्म के निर्माताओं को धमकी दी है। फिल्म की निर्माता लक्ष्मी आर. अय्यर ने आईएएनएस से कहा, “हमने ‘द गांधी मर्डर’ को भारत में रिलीज न करने का निर्णय लिया है।
भारत एक बड़ा बाजार है, और यहां हर तरह के लोग हैं। दुर्भाग्यवश कुछ तत्वों ने निर्माता और निर्देशक को धमकी दी है, जिसमें शारीरिक रूप से नुकसान पहुंचाने की धमकी भी शामिल है।”
करीम त्रैदिया और यूएई स्थित निर्देशक पंकज सहगल द्वारा सहनिर्देशित इस फिल्म में महात्मा गांधी की 30 जनवरी, 1948 को हुई हत्या के पीछे की वास्तविक सच्चाई पर निर्माताओं की सोच को सामने रखती है। अय्यर ने कहा, “केंद्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड ने पिछले वर्ष इसे मंजूरी दे दी थी। यह किसी भी रूप में पक्षपातपूर्ण नहीं है। यदि भारतीय सच जानने के प्रति अधिक उत्सुक हैं, तो यह सही समय नहीं है।”
फिल्म में अमेरिकी अभिनेता स्टीफन लैंग और दिवंगत अभिनेता ओम पुरी के अलावा अन्य लोग शामिल हैं। धमकी के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा, “ये अनजान लोग हैं और अनजान नंबरों से काल करते हैं। धमकी देने वाले निर्माताओं के परिवार, अन्य कारोबार से अच्छी तरह परिचित हैं।”
फिल्म के बारे में बात करते हुए निर्माता लक्ष्मी आर. अय्यर का कहना है कि ‘द गांधी मर्डर’ एक व्यवसायिक ऐतिहासिक थ्रिलर है न कि कोई ‘त्योहारी फिल्म’। अय्यर ने आईएएनएस को बताया, “यह (फिल्म) 30 जनवरी 1948 को महात्मा गांधी की हत्या के पीछे असली सच पर हमारी समझ है।
यह कोई त्योहारी फिल्म नहीं है। यह एक एक्शन थ्रिलर और एक व्यवसायिक ऐतिहासिक थ्रिलर है। इसलिए हम इसे व्यवसायिक रूप से रिलीज कर रहे हैं। महात्मा गांधी उन प्रसिद्ध पुरुषों में से एक थे, जो कभी हमारे बीच रहते थे।”