परिवार का अहम हिस्सा बुजुर्ग होते हैं। बुजुर्गों से ही जीवन के तजुर्बे के बारे में सीखते हैं। बुजुर्गों का अनुशासन हमें जीवन जीने की प्रेरणा देता है। ज्यादातर बुजुर्ग अपने ही तरीके से जीना पसंद करते हैं। उनके काम करने का तरीका अलग होता है। उनका हर काम निश्चित समय पर पूरा होता है। समय पर अखबार पढ़ना, खुली हवा में घूमना, लोगों से बातचीत करना सब निश्चित होता है। हमारे बुजुर्गों को मानसिक और शारीरिक रूप से सक्रिय होना आवश्यक है। वृद्ध अवस्था में कई सारी बीमारियां उन्हे घेर लेती हैं। बुजुर्गों को अपनी सेहत और स्वस्थ को लेकर सजग रहने की आवश्यकता है। खुश रहने के लिए तनाव से उन्हें दूर रखना चाहिए।
तनाव से दूरी
बुजुर्गों को सकारात्मक और खुशहाल माहौल देने की कोशिश करनी चाहिए। घर का वातावरण खुशनुमा होना आवश्यक है। बुजुर्गों को खुश रखने में बच्चे महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं। बुजुर्ग घर के बच्चों से बेहद प्यार करते हैं। बच्चे उनके साथ खेलें और बातें करें। परिवार के सभी लोग उनका ध्यान रखें। दिन भर उन्हें व्यस्त रखने की कोशिश करें।
स्वस्थ आहार का ध्यान
परिवार में बुजुर्गों के खानपान का विशेष ध्यान रखना चाहिए। इस अवस्था में पाचन ठीक से कार्य नहीं करता इस कारण खानपान में संतुलन होना आवश्यक है। ताजे फल सब्जियां और अंकुरित उनके भोजन में शामिल करना चाहिए। उन्हें कम वसा वाला भोजन देना चाहिए। हमें अपने बुजुर्गों के स्वास्थ्य का विशेष ध्यान रखना चाहिए। वृद्ध अवस्था में हड्डियां मजबूत रहें इसके लिए उन्हें 20 मिनट तक धूप में बैठना आवश्यक है। बुजुर्गों के आहार का विशेष ध्यान रखना चाहिए। अगर किसी बीमारी से पीड़ित हैं तो उसके अनुसार ही खानपान का ध्यान रखना चाहिए।
मनोरंजन का ध्यान
वृद्ध अवस्था में छोटी से छोटी बात उन्हें बुरी लग जाती है। उनकी मन की स्थिति जानते हुए कार्य करना चाहिए। बुजुर्गों को टहलने के लिए अपने साथ ले जाए। हल्का फुल्का व्यायाम कराएं। ध्यान रखें कि अकेलापन और चिंता तो उन्हें परेशान नहीं कर रही। घर में सभी लोग उनके साथ बातें करें। टीवी पर उनके पसंदीदा प्रोग्राम लगाएं जिससे उनका मनोरंजन हो। हर कार्य उनकी सलाह लेकर करें जिससे उन्हें उनकी अहमियत पता चले।
उनके दोस्तों से जोड़े
अपने आसपास जो उनके साथ ही दोस्त हैं उन्हें ही सम्मान दे। उनके साथ उन्हें घूमने और बातें करने का मौका दें जिससे उनका मन लगा रहे। परिवार में कार्यक्रम में उनके परिचितों को बुलाएं जिससे उन्हें अच्छा लगे। परिवार के बुजुर्गों को अकेला मत छोड़ो। उनकी देखभाल के लिए घर में एक के बाद एक जिम्मेदारी निभाते रहे।
स्वास्थ्य और दवाइयों का रखें ध्यान
परिवार के बुजुर्गों का स्वस्थ होना आवश्यक है। समय-समय पर चिकित्सक के पास उन्हें जांच के लिए ले जाए। उनकी दवाइयों और जरूरी चीजों का ध्यान रखें। घर में उनके भोजन, दवाइयों और उनकी सेहत को लेकर सजग रहें। इस बात का पूरा ध्यान रखें कि उन्हें किसी बात से परेशानी तो नहीं है। अगर वह बाहर घूमने जाए तो उन्हें जरूरी चीजें और पैसे भी दे जिससे उन्हें उनकी अहमियत का पता चले। उन्हें इस बात का एहसास अवश्य कराएं की उनकी हमें कितनी आवश्यकता है। हमारे बुजुर्ग हमारे जिंदगी की नींव है उनका खास ख्याल रखना आवश्यक है।