आज के वक्त में दुनियाभर के कानून बहुत सख्त हैं और होना भी चाहिए क्योंकि समाज में आए दिन बड़ने वाली अपराधो की संख्या एक खासा सिर दर्द है। हर सरकार और प्रशासन इसी बात में लगा है कि किसी भी तरह अपराधों को कम किया जाए या हर अपराध पर सख्त से सख्त सजा मिले ताकि लोग अपराध ही न करें। लेकिन जरा सोचिए की अगर अपराध पर कुछ ऐसी सजा मिले जो बहुत अजीब हो तो, नहीं समझे अरे भाई अगर आप शराब पी कर गाड़ी चलाने और किसी को उड़ाने के बाद जेल नहीं बल्कि 10 साल चर्च जाने की सजा मिले तो। जी हां, आज हम आपको अपराधो की कुछ ऐसी ही सजा बताएंगे जिन्हे जानकर आप भी दंग रह जाएंगे।
गधे के साथ मार्च
ये मामला सामने आया था 2003 में, अमेरिका के शिकागो शहर में दो लडको ने 25 दिसंबर यानि क्रिसमस की रात ईसा मसीह की मूर्ति चुराई थी और उसे नुकसान पहुंचाया था। कोर्ट में यह मामला पहुंचा तो दोनो लड़को को 45 दिन की कारावास और अपने गृहनगर में गधे के साथ मार्च करने की सजा सुना डाली, जिसे सुनकर कोर्ट में मौजूद लोग भी हंसने से खुद को रोक नहीं पाए।
10 साल चर्च जाने की सजा
आमतौर पर अगर कोई व्यक्ति शराब पी कर गाड़ी चलाए और उसके कारण कोई दुर्घटनाग्रस्त हो जाए या फिर किसी की मौत हो जाए तो वाहन चालक को सख्त से सख्त सजा सुनाई जाती है। लेकिन अमेरिका के ही ओकलाहोमा में इसके बिलकुल विपरित हुआ कोर्ट में मामला पहुंचने पर, युवक को अपनी स्कूल और कॉलेज की पढ़ाई खत्म करने के साथ 10 साल चर्च जाने की सजा सुनाई गई। साथ ही एक साल तक ड्रग, शराब, और निकोटिन टेस्ट करवाने की सजा भी सुनाई शायद ऐसा इसलिए किया गया क्योंकि उस समय इस लड़के की उम्र महज 17 साल थी। पर यह सजा सच में बहुत अजीब है
पॉकिट मनी मत मांगना
माता पिता से पॉकिट मनी लेते हैं तो सावधान हो जाइए क्योंकि यह आपके साथ भी हो सकता है। हम ऐसा इसलिए कह रहे हैं क्योकि कुछ समय पहले स्पेन क् एंडालूसिया में रहने वाले 25 वर्षीय एक लड़के ने अपने माता पिता पर यह केस डाल दिया था कि वह उसे पॉकिट मनी नहीं देते। लेकिन जैसे ही इस केस की सुनवाई शुरू हुई जज ने लड़के को फटकार लगाई और यह सजा सुनाई के अगले 30 दिन के भीतर उसे माता पिता का घर छोड़कर जाना होगा और अपने पैरो पर खड़ा होना होगा।
म्यूजिक सुनना पड़ा महंगा
संगीत तो आप भी सुनते होगे और कुछ लोगों के लिए तो म्यूजिक जिदगीं है, लेकिन जरा सोचिए अगर आप अपना मन पसंद सॉन्ग सुन रहे हों और आप पर 11000 रुपए का जुर्माना लग जाए तो शायद आप म्यूजिक कभी सुनो ही न। ऐसा ही एक मामला बीबीसी ने दुनिया के सामने उजागर किया था जब एड्रयू नाम का व्यक्ति अपनी कार में एक सॉन्ग बहुत तेज आवाज में सुन रहा था और इस बात पर उस पर 120 पाउंड का जुर्माना लगा दिया गया था। हालांकि जब यह मामला कोर्ट पहुंचा तो जुर्माने की रकम 30 पाउंड कर दी गई लेकिन उसके बदले एंड्रयू को 20 घंटे बीथावेन, बाख और शोपेन का शास्त्रिय संगीत सुनना होगा यह शर्त रखी गई थी।