कोरोना जैसी महामारी से निपटने के लिए यूं तो सरकार से लेकर फिल्मी हस्तियां और खेल जगत के लोग अपनी अपनी भूमिका निभाते दिखाई दे रहै हैं,। दुनिया के अलग अलग हिस्सो में अलग अलग खेलों से जुड़े खिलाड़ी कभी धन जुटाते दिखाई दे रहे हैं तो कुछ खिलाड़ी अपनी निजी बचत को दान दे रहे हैं और कुछ लोगों को खाना खिलाते दिखाई दे रहे हैं। लेकिन हम खेल जगत के कुछ ऐसे लोगों से आपको मिलाने वाले हैं जिन्होंने कोरोना से जंग के लिए एक अलग ही रास्ता अपनाया है। इन खिलाड़ियों ने खेल के साथ साथ अपनी की गई पढाई का फायदा उठाते हुए लोगों को कोरोना वायरस के लिए न केवल लोगों को गाइड किया बल्कि अस्पताल जा कर मरीजो की सेवा में जुट गई।
रशेल लिंच हॉकी छोड़ बनी नर्स
इनमे सबसे पहले नाम आ रहा है ऑस्ट्रेलिया की हॉकी टीम की ओर से खेलने वाली रशे्ल लिंच का। यूं तो रशेल महिला ऑस्ट्रेलिया की हॉक टीम में गोल कीपर हैं। वह टोक्यो में होने वला ओलंपिक में देश के लिए गोल्ड जितना चाहती थी, लेकिन कोरोना के चलते वह सपना तो टूट गया। लेकिन उन्होने अपनी नर्स की पढ़ाई का ऐसे वक्त में बहुत फायदा उठाया है और वह अब अस्पताल में नर्स के तौर लोगों की सेवा करने का फैसला किया है।आपको बता दें कि रशेल एक रजिस्टर्ड नर्स हैं, ऑस्ट्रेलियाई महिला हॉकी टीम की गोलकीपर रशेल एक रजिस्टर्ड नर्स है। रशेल ने दो कोविड-19 क्लीनिक में नर्स के तौर पर अपना रजिस्ट्रेशन करा लिया है। वह पहले भी सप्ताह में एक दिन न्यूरो रिहैबिलिटेशन वार्ड में बतौर नर्स कार्य करती थी।
फुटबॉलर टोनी बने फार्मासिस्ट
फुटबॉल जगत में अपना नाम कमाने वाले टोनी डोवाली स्पेन के लिए खेलते हैं। लेकिन स्पेन के ताजा हलातो को देखते हुए उन्होने एक ऐसा कदम उठाया है जो बहुत ही सराहनीय है।टोनी डोवाली एक वॉलेंटियर के रूप में पीडि़तों की मदद कर रहे हैं। टोनी थाई क्लब से खेलते हैं। 29 वर्षीय टोनी इन दिनों फार्मासिस्ट का काम संभाल रहे हैं। उन्होंने चार साल पहले इसका कोर्स पूरा किया था।
क्रिकेट कप्तान हीदर वॉलेंटियर
इंग्लैंड की हालत भी कोरोना के चलते खस्ता दिखा रही है आए दिन बढ़ रहे कोरोना मामलो ने सरकार की नाक में दम कर रखा है। ऐसे हालातो को देखते हुए इंग्लैंड की महिला क्रिकेट टीम की कप्तान हीदर नाइट ने वॉलेंटियर बनने का फैसल किया है। वह आज कल लोगों को कोरना से बचाने के लिए वॉलेंटियर नेशनल हेलथ सर्विस में शामिल हो गई हैं। हीदर का उद्देश्य लोगों को कोरना से बचाने का है।