धीरे-धीरे हमारे देश की इकोनामी में सुधार देखा जा रहा है। वर्तमान के समय में यह सुधार बहुत महत्वपूर्ण है क्योंकि इससे ही परिस्थितियों सुधेरेंगी।
यह कहना गलत नहीं होगा कि कोरोनावायरस का प्रभाव दुनियाभर के सभी देशों पर पड़ा है और भारत में भी इसका बड़ा प्रभाव पड़ा है, जब हमारे देश के आंकड़ों में नेगेटिव ग्रोथ की तरफ बढ़ गई थी। अब लेकिन परिस्थितियां सुधरी है और उम्मीद है, कि आगे भी सुधरेंगे। आइए जानते हैं क्या है सुधार की तरफ बढ़े कदम
एसबीआई में इन क्षेत्रों में देखने को मिला बदलाव
कॉर्पोरेट रिटेल और एसएमआई सेक्टर में बदलाव
यदि भारत के प्रमुख बैंक स्टेट बैंक ऑफ इंडिया या एसबीआई की बात करें तो उनके लोन में 7% की ग्रोथ देखी गई। वहीं मंजूरी में 20% की ग्रोथ और बांटने की ग्रोथ भी 12% देखी गई एसएमआई में भी ग्रोथ हुई है।
लोन रिस्ट्रक्चरिंग
बैंक ने रीस्ट्रक्चर लोन के लिए भी बदलाव किए हैं। वहीं 25000 करोड रुपए का लोन रिस्ट्रक्चरिंग के लिए अनटाइटल्ड होगा। दिसंबर के अंत तक 50 फीसदी रीस्ट्रक्चर करने पर बैंक काम कर रहा है। वही कॉरपोरेट सेक्टर के 7000 करोड़ रुपए लोन रिस्ट्रक्चर होगा।
कोरोनाकाल में बैंकिंग
इस समय में ऑनलाइन बैंकिंग से कई नए कस्टमर बैंक से जुड़े। एसबीआई के योनो की ही डिजिटल बैंकिंग की बात करें तो इसमें 200 प्रतिशत की वार्षिक ग्रोथ देखी गई है। वही खास बात यह है, कि 40 लाख नए लोन इंटरनेट बैंकिंग में देखे गए हैं। इससे एसबीआई के योनो में 6.2 करोड़ ग्राहक हो गए हैं। वही बैंक के कुल ट्रांजैक्शन में डिजिटल ट्रांजैक्शन की हिस्सेदारी 50 से बढ़कर 67 फीसदी हो गई।
डिजिटल माध्यम से प्रोडक्ट
एसबीआई में डिजिटल माध्यम से प्रोडक्ट उपलब्ध कराने पर जोर दिया गया। योनो के द्वारा लोन मंजूर किए गए। डिजिटल माध्यम से 30% पर्सनल लोन उपलब्ध कराए गए और प्रतिदिन 20 हजार के आसपास योनो के माध्यम से खाते खुल रहे हैं।
योजना
पुराना काल की वजह से एसबीआई की गतिविधि में कमी नहीं देखी गई इसलिए लोन और डिपाजिट दोनों में ही ग्रोथ देखी गई जो कि 14% थी। एसबीआई ने कारोबारियों के लिए 10% अधिक तक का लोन बढ़ा दिया है। एसबीआई का योनो समय के साथ ही बढ़ता जा रहा है। आगे बैंक इसकी तकनीकी दिक्कतों को सो जाने पर जोर दे रहा है।
बैंक के द्वारा दिए जाने वाले रोजगार
वर्तमान में बैंक के द्वारा भर्ती प्रक्रिया है मौजूद है और इस वर्ष के अंत तक इनकी पूरा होने की उम्मीद है। आमतौर पर बैंक 8000 भर्ती एसोसिएट लेवल पर और 2000 भर्ती ऑफिसर लेवल पर प्रतिवर्ष करता है। उसी प्रकार स्पेशल ऑफिसर और अप्रेंटिस लेवल पर 5 हजार से 6 हजार भर्तियां होंगी। वहीं नई ब्रांच में 450 से 500 नई ब्रांच खोली जानी थी जिनमें 350 खुल चुकी हैं और 2021 के अंत तक बची हुई ब्रांच भी खुल जाएंगी।
देश की अर्थव्यवस्था के कब तक सामान्य होने की उम्मीद है
अनलॉक के साथ ही देश की इकोनॉमी में डिमांड साफ देखने को मिली थी और मार्केट में वैसे भी कोरोना वैक्सीन के कारण पॉजिटिविटी दिख रही है जिससे लोगों में विश्वास जोरों पर है। ऐसा माना जा रहा है, कि आने वाली तिमाहियों में पॉजिटिव ग्रोथ आ सकती है। उम्मीद है, वित्त वर्ष के अंत तक हमारे देश की इकोनॉमी में सुधार देखने को मिले।