घर की व्यवस्था को बनाए रखने के लिए पैसों की आवश्यकता तो पड़ती ही है। ऐसे समय में अगर नौकरी छीन जाए या किसी अन्य कारण से पैसे की आवक बंद हो जाए तो हमें पहले से ही अपने खर्चों में से बचत करना आरंभ कर देना चाहिए। 6 महीने तक के खर्चों की व्यवस्था रखना आवश्यक है। कभी-कभी हम अनावश्यक खर्चे ज्यादा कर लेते हैं जिनका भुगतान हमें बाद में करना पड़ता है।
जिम, पार्लर और पर्सनल होने वाले खर्चे
हमारे परिवार में 4 सदस्य हैं। हम चारों हैं अगर महीने में फिल्म का शौक रखते हैं तो ₹1000 से ज्यादा खर्च कर देते हैं। खाने खाने के शौकीन है तो ऑनलाइन खाना ऑर्डर करना और रेस्टोरेंट में जाकर महीने में एक दो बार खाना खाने में दो हजार से ज्यादा रुपए खर्च कर डालते हैं। इन खर्चों को हम बचा सकते हैं। पार्लर, जिम जाना और ट्यूशन जैसे अन्य कई खर्चे बिना जरूरत के कर देते हैं उनके द्वारा महीने में ₹15000 तक आसानी से बचा सकते हैं।
कुछ महीने पहले निवेश द्वारा अच्छा रिटर्न पाकर
जब हमें पता हो की आगे जाकर पैसे की परेशानी आ सकती है, तो ऐसी आपातकाल की स्थिति का पहले से ही अवलोकन कल लेना चाहिए। जब हमारे पास पैसा होता है तो धीरे-धीरे करके म्यूचल फंड के लिक्विड फंड मैं पैसा डाल सकते हैं। एफडी के द्वारा भी इन्वेस्ट करके अच्छा रिटर्न मिल सकता है। हम थोड़ा थोड़ा पैसा इन्वेस्ट करके आगे जरूरत के समय इस पैसे का उपयोग अपनी जरूरी खर्चों के लिए कर सकते हैं। मुश्किल समय में बचत किया हुआ पैसा हमारे बहुत काम आता है। जीवन में यह सबक अवश्य ले की थोड़ा-थोड़ा करके बचत अवश्य करें।
क्रेडिट कार्ड का उपयोग
क्रेडिट कार्ड के द्वारा भी जरूरत के समय मदद मिल जाती है। क्रेडिट कार्ड का उपयोग करने के 45 दिन बाद राशि चुकाना पड़ती है। इन 45 दिनों में क्रेडिट कार्ड आपके लिए उपयोगी साबित हो सकता है। क्रेडिट कार्ड का उपयोग तभी करना चाहिए जब कहीं और से पैसा आने के उम्मीद ना हो। अति आवश्यक खर्च के समय ही क्रेडिट कार्ड का उपयोग करें।
ऑनलाइन खरीदी से रहें दूर
ऑनलाइन खरीदी आजकल फैशन बन गया है। बिना आवश्यकता के हम चीजें खरीद लेते हैं। हमें लगता है कि ऑफर अच्छे हैं तो हम ऑफर्स के चक्कर में आवश्यकता से अधिक खर्च कर देते हैं। कोई भी कंपनी बिना फायदे के कोई भी उत्पाद नहीं बैचती है। कई कंपनियां ₹500 का ऑफर देकर ₹5000 खर्च करवा देते हैं। हमें लगता है कि हमने ₹500 कमा लिए। ऐसी ऑनलाइन खरीदी से बचना चाहिए।
निवेश बढ़ाने के लिए तैयारी करें
म्यूचल फंड में एसआईपी के द्वारा निवेश करें। जिससे बाजार में गिरावट के समय कम मूल्य में ज्यादा यूनिट मिलेंगे। जब भी हमारे पास अतिरिक्त पैसे हो उस रिफंड में टॉप अप के द्वारा एसआईपी में और पैसा लगा सकते हैं ,जिससे अच्छे स्टॉक में निवेश हो जाए। इस प्रकार परिस्थितियों को देखते हुए आगे की तैयारी रखना चाहिए। छोटी-छोटी बचत के द्वारा इकट्ठा पैसा हमारे बहुत काम आता है। मुसीबत के समय इस पैसे का उपयोग करके हम बिना रुकावट के आगे की जिंदगी जी सकते हैं।