नमक (salt) के बिना स्वाद की कल्पना करना थोड़ा असंभव है। परंतु, आप यह जानकर हैरान रह जाएंगे कि यही नमक आपके सामने कई परेशानियां खड़ी कर सकता है।
खाने की कोई चीज में नमक ना मिले ऐसा पॉसिबल नहींं है अर्थात नमक के बिना किसी भी व्यंजन को नहीं बनाया (मीठे व्यंजन छोड़कर) जा सकता है। नमक को केवल स्वाद अनुसार ही ग्रहण करना चाहिए। परंतु, डॉक्टर कहते हैं कि नमक को स्वास्थ्य अनुसार ग्रहण करना चाहिए। डब्ल्यूएचओ (विश्व स्वास्थ्य संगठन) के अनुसार प्रत्येक व्यक्ति को एक दिन में औसतन दो हजार कैलोरी की जरूरत होती है। इसमें नमक की मात्रा 5 ग्राम से ज्यादा नहीं होनी चाहिए। अगर इससे अधिक होता है तो आपके शरीर के लिए नमक नुकसान करेगा।
सर्वे में यह पाया

Survey
ब्रिटेन में उपस्थित एक संस्थान ‘एक्शन ऑन साल्ट’ (‘Action on salt’) ने वहां पर उपस्थित हेल्दी स्नैक्स कहे जाने वाले 119 प्रोडक्ट पर सर्वे किया था। जिसमें संस्था ने पाया कि यह सभी स्नैक्स में नमक, फैट, शुगर इत्यादि को जरूरत से ज्यादा मात्रा में इस्तेमाल करते हैं, जो कि शरीर के लिए हानिकारक होते हैं।
भारत में बेचने वाले लगभग सभी स्नैक्स भी ब्रिटेन में बिकने वाले स्नैक्स की तरह हैं जिनमें नमक, फैट, शुगर इत्यादि को जरूरत से ज्यादा मात्रा में इस्तेमाल किया गया है। ब्रिटेन की संस्था की तरह एक और संस्थान ‘सेंटर फॉर साइंस एंड एनवायरनमेंट’ ने भारत के बाजारों में धड़ल्ले से बिकने वाले जंक फूड पर अध्ययन किया था। अध्ययन में पता चला कि इन सभी जंग फूड में तय समय सीमा से बहुत ज्यादा मात्रा में नमक का इस्तेमाल किया जा रहा है। संस्था ने कुछ समय पहले मशहूर ब्रांड के पिज्जा, बर्गर सैंडविच, इंस्टेंट नूडल्स, चिप्स इत्यादि पर भी अध्ययन किया जिसमें उन्होंने पाया कि इन चीजों में भी नमक अधिक मात्रा में इस्तेमाल किया जा रहा है।
इस संस्था ने लोगों की सेहत को देखते हुए एक रिपोर्ट में सिफारिश की नमक की मात्रा अधिक होने पर दुकानदारों को पैकेट पर एक चेतावनी लिखनी चाहिए। इससे खरीदने वाले को पता लग जाएगा कि इस प्रोडक्ट में नमक ज्यादा है या नहीं। भारत में खाने-पीने वाली चीजों से संबंधित मानकों को तय करने के लिए संस्था FSSAI (फूड सेफ्टी एंड स्टैंडर्ड अथॉरिटी ऑफ इंडिया) के अनुसार पैकेट बंद खाने में नमक, प्रोटीन, वसा, फैट इत्यादि के बारे में जरूर जानकारी देना अनिवार्य है।
यदि भोज्य पदार्थों में नमक या वसा जरूरत मात्रा से ज्यादा मात्रा में है तो पैकेट के बाहर चेतावनी जारी कर आवश्यक रूप से बताना चाहिए। पैकेट बंद भोज्य पदार्थों में नमक इसलिए अधिक मात्रा में उपयोग किया जाता है ताकि खाना अधिक से अधिक समय तक संरक्षक किया जा सके। भोज्य पदार्थ में प्रयोग किए गए रंग, रसायन इत्यादि को छुपाने के लिए भी नमक अधिक मात्रा में उपयोग किया जाता है।
Salt के नुकसान

Salt loss
नमक (salt) के अधिक सेवन से शरीर में पानी का जमाव अधिक होता है जिससे हमारे चेहरे, हाथ, पैर पर सूजन आ जाती है। इसके अलावा कैल्शियम की मात्रा बढ़ जाती है जिससे शरीर में पथरी उत्पन्न हो जाती है। किडनी, दिमाग संबंधित कई बीमारियां उत्पन्न होने लगती हैं।