12 अगस्त को दुनिया के कई हिस्सों में खासकर इस्लामिक देशों में बकरीद मनाई जाएगी। बकरीद को ईद उल अजह भी कहा जाता है। ईद उल फितर यानि सेवई वाली ईद के करीब दो महीने बाद ईद उल फितर मनाया जाता है। इस्लामिक कैलेंडर के मुताबिक यह त्योहार हर साल ज़िलहिज्ज के महीने में आता है। मुस्लिम समुदाय में ईद उल अजह को ईद की तरह ही महत्व दिया जाता है। आज इस खास मौके पर हम आपको बताने जा रहे हैं मटन की ऐसी रेसिपी जिसे खाने और अपने मेहमानों के खिलाने के बाद सिर्फ एक ही शब्द आपके मुंह से निकलेगा वाह क्या बात है…..
मटन रोगन जोश
बकरीद की पार्टी में मटन रोगन जोश के बिना अधूरा है। इस व्यंजन में भारतीय मसालों और दही के साथ मटन धीमी आंच पर पकता है। सुर्ख लाल रंग का मटन रोगन जोश टेस्ट में भी बेस्ट है।
कीमा गोश्त
मटन से बनी एक और लजीज डिश होती है जिसे मटन कीमा कहा जाता है। यह बेहद पुरानी डिश है जिसे सभी लोग बड़े शौक से खाते है। इसमें बारीक कटे हुए गोश्त जायकेदार मसालों के साथ बनाया जाता है।
निहारी गोश्त
निहारी गोश्त बनाने के लिए मीट के अलावा साबुत मसालों के जरूरत होती है। मीट को साबुत मसाले डालकर धीमी आंच पर पकाया जाता है ताकि मसालों का पूरा स्वाद मीट में आ सके। निहारी गोश्त नॉनवेज खाने वालों के बीच यह प्रसिद्ध डिश है। जिसमें मीट हल्की आंच पर पकाया जाता है। निहारी गोश्त लखनऊ, हैदराबाद और दिल्ली जैसे शहरों में एक मशहूर स्ट्रीट फूड भी है।
‘मटन कबाब’
‘मटन कबाब’ आसानी से और जल्द तैयार हो जाने वाली रेसिपी है जिसे आप विशेष अवसरों और त्योहारों के लिए तैयार कर सकते हैं। यह एक स्वादिष्ट मुगलई रेसिपी है।
हैदराबादी मटन बिरयानी
कच्चे गोश्त की बिरयानी यानी हैदराबादी मटन बिरयानी। यह भारत में सबसे कलरफुल बिरयानी मानी जाती है। इसे बनाने का तरीका बहुत ही अलग है। इसमें कच्चे मटन को मसालों के साथ पकाया जाता है और फिर इसे चावलों से कवर कर बेहद कम प्रेशर में पकाया जाता है।