कांग्रेस पार्टी के पूर्व अध्यक्ष और मौजूदा सांसद राहुल गाँधी के महिलाओं को लेकर जो बयान सामने आया उसपर भारतीय जनता पार्टी ने कोहराम मचा रखा है साथ ही राजनीति की सीमा को लांघ दिया है , संसद वह जगह जहां देश की जनता की भलाई के लिए चर्चा होती है वहां नेताओं ने दंगे जैसा माहौल बना रखा है| बीजेपी ने संसद में राहुल गाँधी के बयान को लेकर विरोध किया और राहुल गांधी से माफ़ी मागने को कहा लेकिन राहुल गाँधी ने माफ़ी मागने से साफ़ इनकार कर दिया है| चलिए आपको बताते हैं आखिर राहुल गाँधी ने ऐसा क्या बोल दिया जो उन्हें माफ़ी मांगने को बीजेपी के नेता पक्ष के लोग संसद में हंगामा काट रहे हैं?
दरअसल, झारखंड के गोड्डा में चुनावी रैली को संबोधित करते हुए राहुल गांधी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा था, ‘मेक इन इंडिया’, लेकिन आज जहां भी देखो ‘रेप इन इंडिया’ नजर आता है| उत्तर प्रदेश में नरेंद्र मोदी (की पार्टी) का विधायक महिला का रेप करता है, फिर पीड़िता का एक्सीडेंट हो जाता है, लेकिन नरेंद्र मोदी एक शब्द भी नहीं कहते| ” उन्होंने आगे कहा, “नरेंद्र मोदी कहते हैं, ‘बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ'”, लेकिन वह कभी भी यह नहीं बताते कि बेटियों को किससे बचाना है? उन्हें बीजेपी के विधायकों से बचाया जाना है| ” बता दें कि हंगामे के बाद संसद से बाहर निकलकर स्मृति इरानी ने कहा कि राहुल गांधी ने जो कहा है उसके लिए भारत की जनता उसे कभी माफ नहीं करेगी| स्मृति इरानी ने संसद में भी राहुल गांधी से माफी की मांग की है|
संसद के बाहर निकलते ही मीडिया से बातचीत के दौरान राहुल गांधी ने कहा की देश जल रहा है चाहे नार्थ हो या ईस्ट, लोग सड़कों पर है, अर्थव्यवस्था इतनी गिर गयी जितनी की कभी नहीं गिरी थी| नौजवानों से रोजगार छीन लिया इन सब मुद्दों पर बात बोलते हुए माफ़ी मांगने से राहुल गाँधी ने साफ़ इनकार किया और बोले नरेन्द्र मोदी ने भी दिल्ली को भी ‘रेप कैपिटल’ बोला था तब हंगामा नहीं हुआ और मेरा बयान किसी महिला या पुरुष के खिलाफ नहीं है|