फ्रांस की डसॉल्ट एवियशन कंपनी ने राफेल लड़ाकू विमान को बनाया है। राफेल लड़ाकू विमान 55000 फुट की ऊंचाई से दुश्मन पर सटीक निशाना लगाकर बम गिरा सकता है। भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को फ्रांस सरकार 36 राफेल विमान बेचेगी। भारत सरकार और फ्रांस की सरकार के बीच सहमति बन गई है। भारतीय वायुसेना को लड़ाकू विमान राफेल मिल रहे हैं, जो भारत की मारक क्षमता को बढ़ाएंगे। भारतीय वायु सेना के लिए राफेल विमान मजबूती प्रदान करेगा। भारतीय वायु सेना में लड़ाकू विमान शामिल हो जाएंगे। भारत के पड़ोसी देश चीन और पाकिस्तान से निपटने के लिए भारतीय वायु सेना को मजबूती प्रदान करना आवश्यक है।
आज चीन और पाकिस्तान जैसे पड़ोसी देशों की नियत को देखते हुए भारत को अपनी सैन्य क्षमता बढ़ाने की आवश्यकता है। कोई भी दूसरा देश भारत पर बुरी नजर डालने से पहले हमारी सैन्य शक्ति को पहचान ले। देश को मजबूती दिलाने में नरेंद्र मोदी का यह सराहनीय कदम है। वायु सेना की मजबूती से देश सुरक्षित रहेगा।
राफेल की खासियत
भारतीय वायु सेना का बुनियादी ढांचा मजबूत करने के लिए राफेल आवश्यक है। दो इंजन वाला राफेल मध्यम श्रेणी का बहुउद्देशीय लड़ाकू विमान है, जो सभी तरह के मौसम में एक साथ कई कार्य करने में सक्षम है। राफेल की मारक क्षमता 3700 किलोमीटर तक है। राफेल 1 मिनट में 60 हजार फुट की ऊंचाई तक जा सकता है, इसकी ईंधन क्षमता 17 हजार किलोग्राम है। यह लड़ाकू विमान 24500 किलो तक का वजन ले जाने में सक्षम है। यह 60 घंटे की अतिरिक्त उड़ान भर सकता है। 2223 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से राफेल लड़ाकू विमान उड़ान भर सकता है। यह 450 मीटर के एरिया में लैंडिंग करने में सक्षम है। राफेल लड़ाकू विमान की 35.4 फुट चौड़ाई, 33.5 लंबाई और 17.4 फुट की ऊंचाई है। यह अत्याधुनिक फाइटर प्लेन है। राफेल की टक्कर के यूरोफाइटर, टायफून, सुपर हॉरनेट, f-16,ब्लॉक 60, मिग 35 जैसे हैं। राफेल हवा से जमीन पर मार करने के साथ-साथ हवा से हवा में लक्ष्य पर सटीक निशाना साध सकता है। राफेल विमान की खासियत है, कि उड़ान के दौरान ही ऑक्सीजन बनाने की प्रणाली से भी लैस है, जिससे इसे ऑक्सीजन की जरूरत नहीं होती। राफेल विमान उड़ान के साथ एक्शन को भी अंजाम देने की क्षमता रखता है, साथ ही दुश्मन की मिसाइल को ध्वस्त कर सकता है। राफेल लड़ाकू विमान multi-sensor डाटा फ्यूजन टेक्नोलॉजी से भी लैस है, जिससे पायलट को रण क्षेत्र और उसके आसपास की स्थिति का पूरा आभास हो जाता है और वह सही समय पर सही निर्णय ले सकता है। भारतीय वायु सेना को राफेल लड़ाकू विमान आने से जरूरी ऑक्सीजन 0 मिलेगी।
राफेल विमान वाले देश
राफेल विमान फ्रांस की वायु सेना, जल सेना और थल सेना के पास है। फ्रांस के अलावा मिस्र की सेना के पास भी राफेल लड़ाकू विमान है। भारत दुनिया का तीसरा ऐसा देश बनेगा जो राफेल विमान की ताकत का हिस्सा होगा। भारत के अलावा जर्मनी, इटली, स्पेन, यूके, ऑस्ट्रिया और सऊदी अरब देश में राफेल विमान को खरीदने की तैयारी कर चुके हैं। भारतीय वायुसेना की ताकत को राफेल विमान कई गुना बढ़ा देगा। चीन और पाकिस्तान जैसे देश हवाई हमलों में भारत से डरने लगेंगे।
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