बैंकों का योगदान हमारे जीवन में सबसे अहम है। यही वह जगह है जहां हम अपने पैसे सुरक्षित रखते हैं। भारत में वैसे वैसे तो कई प्रचलित बैंक हैं लेकिन इनमें से कुछ सरकारी बैंक है, जो काफी चर्चा में रहते हैं। यह केवल भारत ही नहीं विदेशों में भी मौजूद है आइए जानते हैं इनके बारे में
स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI)

State Bank of India
इसे पहले इंपीरियल बैंक ऑफ इंडिया के नाम से जाना जाता था। 27 जनवरी 1921 में बैंक ऑफ बंगाल, बैंक ऑफ कलकत्ता, बैंक ऑफ़ मद्रास को मिलाकर इंपीरियल बैंक ऑफ इंडिया का निर्माण किया गया जिसे वर्तमान में स्टेट बैंक ऑफ इंडिया के नाम से जाना जाता है। ब्रिटिश गवर्नमेंट ने इसका निर्माण किया क्योंकि उस वक्त अंग्रेजों का शासन था। 1 जुलाई 1955 को संविधान के एक्ट के तहत भारतीय स्टेट बैंक 1955 में सारा स्टेक बैंक के पास था लेकिन 2008 में केंद्र सरकार ने इसे अपने पास रख लिया। उसके बाद इसमें बहुत तेजी से विकास हुआ। स्थापना के वक्त 480 शाखाएं कार्यालय कार्यरत थे जिसमें उपशाखा, 3 स्थानीय मुख्यालय शामिल थे।
वर्तमान में इसकी लगभग 24000 शाखाएं हैं। इसमें बहुत तेजी से बदलाव किए जा रहे हैं और विकास की दर भी बढ़ती जा रही है। पूरे विश्व में स्टेट बैंक ऑफ इंडिया के 58000 एटीएम कार्यरत हैं। इसके 22 करोड़ कस्टमर है। हमारे देश की बात की जाए तो हमारे देश की एक तिहाई जनसंख्या एस बी आई का उपयोग करती है जबकि हमारे देश में और भी बैंक है। स्टेट बैंक ऑफ इंडिया का मुख्यालय मुंबई में स्थित है। यहां के सीएमडी (CMD) रजनीश कुमार जी हैं।
बैंक ऑफ़ इंडिया (BOI)

Bank of India
ये भारत की सुप्रसिद्ध बैंकों में से एक है। 29 शाखाएं विदेश में है। 4,293 कुल शाखाएं है। बैंक ऑफ़ इंडिया सार्वजनिक बैंकों में से एक है। बैंक ऑफ इंडिया की स्थापना 1906 में हुई। बैंक ऑफ इंडिया के अध्यक्ष और प्रबंध निर्देशक श्री नारायणसायी हैं। बैंक ऑफ इंडिया की शाखाओ को 50 क्षेत्रीय कार्यालय नियंत्रित करते हैं। बैंक ऑफ़ इंडिया का मुख्यलय मुंबई में है। बैंक के 100 साल 7 सितम्बर 2006 को पूरे हुए। बैंक ऑफ़ इंडिया ने अपनी शुरुआत 50 लाख रुपयों से की थी और यहाँ पर 50 कर्मचारी ही काम करते थे।
बैंक ऑफ़ इंडिया ने भारत में अपनी पहचान तो बनाई ही है, साथ ही अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर बल्कि बैंक ने बहुत जल्दी विकास किया है। इसके साथ हो भारत में ही नही पेरिस, लन्दन, जर्सी आदि कई विदेशों में भी अपनी केंद्रीय उपस्तिथि बनायी है। बैंक ऑफ़ इंडिया 1969 तक स्वयं अनुयायी ही था। उसके बाद 13 और बैंकों के साथ बैंक ऑफ़ इंडिया का राष्ट्रीयकरण हुआ। तभी बैंक ऑफ़ इंडिया के द्वारा एटीएम सुविधा भी स्थापित हुई। राष्टीय बैंको में बैंक ऑफ़ इंडिया पूरी तरह से सुरक्षित व विश्वास पात्र बैंक है।
हमें किसी भी बैंक के काम को करने व कराने से पहले उसकी अच्छी तरह से जानकारी प्राप्त करनी चाहिए व किसी भी पेपर पर अपने हस्ताक्षर करने से पहले उसे अच्छी तरह पढ़ना चाहिए। ध्यान रहे हमे सारे नियम कानून पता करने के बाद ही अपना कदम उठाना चाहिए। सतर्कता बरतने में ही हमारी भलाई है।