प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज सभी को ईद उल फितर के मौके पर अपनी मन की बात का आयोजन किया. इस कार्यक्रम में PM ने कहा, रमजान माह को बेहद भक्ति भाव से मनाया गया. अब यह ईद का समय है. ईद-उल-फितर के मौके पर सभी को मेरी शुभकामनायें. रमजान माह के रोजे खत्म होने पर ईद-उल-फितर कल मनेगी.
उन्होंने कहा, रमजान पवित्र दान का महीना माना जाता है, खुशियां फैलाने का मौका है तो आइये, हम सभी साथ मिलकर इस पवित्र त्योहार से खुशियों का खजाना फैलाने और राष्ट्र को आगे ले जाने की प्रेरणा लें. विविधता के बारे में बात करते हुये प्रधानमंत्री ने भगवान जगन्नाथ की रथ यात्रा का भी जिक्र किया जो देश के साथ ही दुनिया के कई हिस्सों में पूरे भक्तिभाव और धार्मिक उत्साह के साथ निकाली जा रही है.
अपने 30 मिनट के प्रोग्राम में उन्होंने कहा, मैं देशवासियों को जगन्नाथ यात्रा के मौके पर बधाई देता हूं. देश के गरीब लोग भगवान जगन्नाथ से जुड़े हैं. जिन लोगों ने बाबा साहेब आंबेडकर को पढ़ा है उन्होंने देखा होगा कि वह भगवान जगन्नाथ मंदिर और उसकी परंपराओं की प्रशंसा करते थे क्योंकि इसमें सामाजिक न्याय और सामाजिक सौहार्द जुड़ा था.
इस संदर्भ में उन्होंने शब्द जगरनॉट का जिक्र करते हुये कहा कि इसका मतलब ऐसा रथ है जिसे किसी के द्वारा रोका नहीं जा सके. रमजान का जिक्र करते हुये प्रधानमंत्री ने उत्तर प्रदेश के बिजनौर जिले के मुस्लिम बहुल्य मुबारकपुर गांव के लोगों के प्रेरणाप्रद रवैये का जिक्र किया. उन्होंने कहा कि रमजान के दौरान करीब 3500 परिवारों की आबादी वाले इस गांव के लोगों ने सामूहिक रूप से शौचालय के निर्माण का फैसला किया.
मोदी ने कहा कि इस प्रयास में मदद के लिये सरकार ने 17 लाख रूपये दिये थे, आप यह जानकर खुश होंगे कि रमजान के मौके पर सभी मुस्लिम भाइयों और बहनों ने 17 लाख रूपये की यह रकम सरकार को लौटाते हुये कहा कि वह अपने शौचालयों का निर्माण अपने रूपयों और श्रम से करेंगे. ग्रामीणों ने सरकार को बताया कि वह इस रकम का इस्तेमाल गांव में दूसरी सुविधायें मुहैया कराने के लिये करें.
ग्रामीणों को उनकी सोच के बारे में बधाई देते हुये मोदी ने कहा कि बड़ा तत्व यह है कि गांव को खुले में शौच से मुक्त बनाया गया. उन्होंने कहा कि तीन राज्य सिक्किम, हिमाचल प्रदेश और केरल पहले ही खुले में शौच से मुक्त हो चुके थे और हाल ही में उत्तराखंड और हरियाणा भी इस सूचि में शामिल हो गये हैं. इसके साथ ही उन्होंने इस बात पर भी खुशी जाहिर की कि स्वच्छता अब सिर्फ सरकार का कार्यक्रम नहीं है बल्कि जन आंदोलन बन चुका है. उन्होंने कहा कि इसने सरकार के संकल्प को मजबूत किया है.
कार्यक्रम के दौरान प्रधानमंत्री ने तमिलनाडु के मदुरै जिले की एक महिला के लिखे पत्र का भी उल्लेख किया. खत में महिला ने लिखा कि वह ऑनलाइन पोर्टल गर्वनमेंट ई-मार्केटप्लेस के जरिये चीजें बेच रही है और यहां तक कि प्रधानमंत्री कार्यालय ने भी इसके जरिये उससे दो चीजें खरीदीं.
प्रधानमंत्री ने कहा, यह सशक्तिकरण है. उन्होंने कहा कि ऐसी चीजों से यह दिखाया जा सकता है कि कैसे लोगों के उद्यमिता कौशल को पारदर्शी तरीके से देश में किसी के द्वारा भी बढ़ाया जा सकता है. मोदी ने देश भर में अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के आयोजन की भी सराहना की. प्रधानमंत्री ने इसरो के सफल उपग्रह प्रक्षेपण की भी सराहना की.