हम अपने दिल पर सिर्फ़ तभी ध्यान देते हैं जबकि हमें ऐसा लगता है कि हमें प्यार हो गया है। ख़ैर ये तो मज़ाक की बात हो गयी लेकिन दिल से संबंधित चीज़ों को वास्तव में मज़ाक में नहीं लेना चाहिए। शायद आप हमारी बात नहीं समझ पा रहे हैं तो लीजिये हम आसान शब्दों में बताते हैं। दरअसल हम ये कहना चाहते हैं कि हमें अपनी सेहत ख़ासकर दिल की सेहत का ख़याल ज़रूर रखना चाहिए।
हार्ट अटैक एक ऐसी बीमारी है जो लगभग इंसान की ज़िंदगी लेकर मानती है। हमें लगता है कि हार्ट अटैक अचानक आता है और समय पर इलाज न मिलने की वजह से ये इंसान को मौत की नींद सुला देता है। वैसे ये बात सही है कि समय पर इलाज न मिलने पर इन्सान की हार्टअटैक से मौत हो सकती है लेकिन हमारा ये सोचना बिलकुल ग़लत है कि हार्ट अटैक अचानक आता है।
दरअसल हार्ट अटैक के आने से पहले हमारा शरीर हमें कुछ संकेत देता है। हमें इनके प्रति जागरूक होना चाहिए। आइए आपसे कुछ काम की बातें साझा करते हैं ताकि आपकी क़ीमती ज़िंदगी आपसे यूँ अचानक न छिन जाए।
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सीने में दर्द होना
जब हमारी धमनियों में वसा का संचय ज़्यादा हो जाता है तो धमनियों के ब्लॉक होने की संभावना बढ़ जाती है। ये हार्ट अटैक का कारण बन सकता है। अगर आपको लगातार सीने में दर्द, जलन या दबाव महसूस होता है तो इसे हल्के में ना लें और फ़ौरन डॉक्टर से चेकअप करायें।
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नींद नहीं आती है
वैसे तो काम की अधिकता या टेंशन के कारण अक्सर हमें नींद न आने की समस्या हो जाती है लेकिन यदि हम नॉर्मल ज़िंदगी जी रहे हैं और सब कुछ सही चल रहा है फिर भी हमें लगातार नींद न आने की समस्या है तो फिर यह हार्ट अटैक का एक संकेत हो सकता है।
अगर आपको इस बात का बिलकुल भी पता नहीं चल पा रहा है कि आपको किस वजह से नींद नहीं आ रही है तो फ़ौरन सँभल जाएं और डॉक्टर से चेकअप करायें।
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कमज़ोरी हावी होती है
अगर आपको लगातार ब्लडप्रेशर लो या हाई की समस्या हो रही हो तो यह भी हार्ट अटैक का एक संकेत हो सकता है। अगर लगातार आपका हाथ सुन्न रहने लगा है तो यह ख़तरे का अलार्म हो सकता है।
शरीर में कोई भी समस्या यदि लगातार हो जाती है तो वह समस्या बाद में ख़तरा भी बन सकती है इसलिए बेहतर है कि अपना चेकअप कराते रहें।
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साँस लेने में परेशानी हो रही हो
कभी कभी हमें ऐसा लगता है कि साँस हमारे गले में अटक रही है या हम साँस नहीं ले पा रहे हैं। ये तनाव या फिर किसी अन्य कारण से हो सकता है लेकिन लगातार यह समस्या मुसीबत हो सकती है।
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बदहजमी या खट्टी डकारें आती हैं
अगर आप सही भोजन ले रहे हैं और फिर भी आपको लगातार बदहजमी रह रही है तो बेहतर है कि डॉक्टर से मिल लें। ज़रूरी नहीं कि ये हार्ट अटैक का ही संकेत हो लेकिन अगर बदहजमी काफ़ी दिनों से हो रही हो और बिना वजह हो रही हो तो फिर सोचने वाली बात होती है।
कहते हैं अपनी सुरक्षा अपने हाथ इसलिए समय रहते संभलना ही बेहतर होता है। उम्मीद है कि आपको इस लेख के माध्यम से कुछ काम की बातें पता चल गईं होगीं। अगर आपका कोई सवाल या सुझाव है तो उसे बेझिझक कमेंट बॉक्स में लिख दीजिए।