स्वाभाविक सी बात है कि हर व्यक्ति में किसी ना किसी प्रकार की विचार उपस्थित होते ही हैं। हर चीज की एक सीमा होती है। अगर वह उस सीमा के अंदर कार्य करता है, तो उसके लिए लाभकारी सिद्ध होता है अगर इसके विपरीत वह कार्य नहीं करता है, तो उसके लिए हानिकारक हो सकता है। मनुष्य के पास किसी चीज के ऊपर विचार लाने की शक्ति पाई जाती है, जो कि किसी अन्य जीव में नहीं पाई जाती है।
अर्थात कह सकते हैं, कि यह मनुष्य के लिए एक बहुत बड़ा वरदान है। परंतु यह मनुष्य के ऊपर निर्भर करता है, कि वह किसी चीज के बारे में किस प्रकार से विचारों को लाता है और उनको कैसे नियंत्रित करके उसके ऊपर पॉजिटिव होकर रणनीति बनाता है। यह प्रत्येक मनुष्य के लिए बहुत ही आवश्यक है, कि वह अपने विचारों को काबू करने के लिए पॉजिटिव होकर नीति बनाएं, तभी वह किसी के ऊपर अच्छे विचारों को प्रकट कर सकता है।
करुणा भाव होना चाहिए
करुणा भाव के बिना मनुष्य किसी भी कार्य को सकारात्मक तरीके से नहीं कर सकता है। इसलिए प्रत्येक मनुष्य में करुणा का भाव होना अति आवश्यक है, तभी वह अपने लिए सकारात्मक होकर रणनीति बना सकता है। आप अपने विचारों को करुणा भाव से काबू में करने के लिए सकारात्मक तरीके से नीति बनाएं तभी आपको एक दूसरों के प्रति संबंध में सुधार देखने को मिलेंगे। इसके अलावा दूसरों के प्रति सोच को सदैव सकारात्मक रखें। ऐसा करने से भी आपको काफी लाभ होगा।
अच्छे विचारों को लाएं
जब भी कोई तनाव में या परेशान होता है, तो उसके दिमाग में अचानक से किसी के द्वारा कही हुई बातें उसको अच्छा महसूस करवाती हैं। इस बात को कभी भी नजरअंदाज ना करें। इसके अलावा दिमाग में यह रखे की जब भी कोई परेशानी आए तो हमें महापुरुषों द्वारा कहीं भी अच्छी बातें या फिर किसी अन्य व्यक्ति द्वारा कहीं बातों को ही महसूस करना है। जब भी आप ऐसा करेंगे तो आपको दूसरों के प्रति विचार और निर्णय लेने में आसानी होगी। इसके अलावा कम तनाव से आप शारीरिक रूप से भी स्वस्थ रहेंगे।
चिंता और तनाव से दूर जाने के लिए लोग कई तरह के उपाय आजमाते हैं। इस प्रकार के उपाय आप भी आजमाकर देख सकते हैं। इससे आप यह जान जाएंगे कि दूसरों के मुकाबले में आप कैसे पहले से अधिक अच्छा निर्णय ले पा रहे हैं। हर समस्या एक जैसी नहीं होती है इसलिए अलग-अलग समस्या से बचने के लिए ध्यान रखना चाहिए कि हमें किस तरह से इस समस्या से बचने के लिए रणनीति बनानी है।
अधिकतर लोग अपनी समस्या स्वयं ही हल कर लेते हैं लेकिन अगर समस्या जटिल हो तो उसके निदान के लिए आप अपने दोस्त या रिश्तेदार की भी मदद ले सकते हैं। जिन बातों या अन्य किसी चीजों से तनाव होता है, उनकी लिस्ट बनाकर आप सामने रखें और स्वयं को नियंत्रित करते हुए उन पर सकारात्मक सोच बनाएं। हर चीज के प्रति सकारात्मक सोच बनाने से उसके प्रति तनाव कम हो जाता है।