दिल्ली में कमल मंदिर ,लाल किला, इंडिया गेट और कुतुब मीनार तो आप जरूर गए होंगे मगर दिल्ली तो दिलवालों की है, जिस जगह दिल लग जाता है वहां बार बार लोग जाना पसंद करते हैं। लेकिन दिल्ली में इन जगहों के अलावा और भी बहुत कुछ है। अगर आप सही में इन जगहों पर बार- बार जाकर बोर हो गए तो हम आपको कुछ ऐसी जगहों के बारे में बताएंगे जहां आप जरूर जाना चाहेंगे। कोई जाए या ना जाये मगर ब्लोगर तो जरूर जाएंगे क्योंकि यहां पर हमें कई नई कहानियों और अपने इतिहास के बारे में पता चलेगा। दिल्ली हमें नई लगने लगेगी अगर इन जगहों पर घूमने निकलेंगे। तो चलिए आपको बताते हैं इन 5 नई जगहों के बारे में।
1- मिर्ज़ा ग़ालिब की हवेली
यह जगह चांदनी चौक के पास पड़ती है, अगर आप चांदनी चौक के बाजार जाते है तो यहां जरूर घूम लीजियेगा। ये हवेली उर्दू कवि मिर्ज़ा ग़ालिब की याद में बनाई गई थी। सबसे चुनौतीपूर्ण समय को ग़ालिब ने यही पर गुजारा था। इस हवेली में हमें एक संग्रालय भी देखने को मिलेगा। हवेली पुरानी है मगर सुंदर बहुत है। यहां जाकर आप इतिहास को जरूर जानेगे।
2- जमाली-कमाली
आप कुतुब मीनार तो गए होंगे मगर इसके बारे में नही सुना होगा क्योंकि यह भी महरौली में पड़ती है जो कि कुतुब मीनार के पास है। मौलाना शेख़ जमाली और कमाली एक मस्जिद में रहते थे। दोनों खुदा की इबादत किया करते थे। माना जाता है कि उनके मरने के बाद उनकी क़ब्र भी यहीं बना दी गई और उनकी क़ब्र से आज भी दुआ पढ़ने की आवाजें सुनाई देती हैं।
3- हिज़डों का खानका
यह हिजड़ों का ख़ानक़ा महरौली में पड़ता है, जो कि लोदी राजवंश के शासनकाल के दौरान बनाया गया था। ये जगह को समाज के तीसरे हिस्से की शांति के लिए बनाया गया था। ये उनके सम्मान का प्रतीक है।
4- चुनामल हवेली
पुरानी दिल्ली की सैर करते-करते एकबार चूनामल हवेली की तरफ़ अपने क़दम ज़रूर बढ़ाइएगा। 140 दुकानों से घिरी ये हवेली आपको पुराने समय की याद दिलाएगी।
5- दिल्ली वॉर सेमेट्री
‘गुजरे मगर भुलाए नहीं गए’ यह नारा तो शायद आपने सुना ही होगा, जो कि दूसरे विश्व युद्ध में ब्रिटिश कामनवेल्थ के खिलाफ लड़े सैनिकों की याद में बनाया गया था। इसे बनाने का उद्देश्य के पीछे यही नारा था। जो आज भी कायम है। यह जगह दिल्ली छावनी में हैं जरा घूम के तो आएं और भी बहुत कुछ है जानने को।