चीन के कोरोनावायरस की वजह से कई समस्याएं सामने आ रही हैं। पंद्रह सौ से अधिक लोगों की जान चीन में जा चुकी है। हजारों लोग कोरोनावायरस से प्रभावित हो चुके हैं और यह 26 देशों तक अपनी पहुंच बना चुका है। कोरोनावायरस की वजह से अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की मांग कम हुई है। इंटरनेशनल एनर्जी एजेंसी के हिसाब से कच्चे तेल के पहले तिमाही में वैश्विक खपत 4.35 लाख बैरल कम रह सकती है। यह अनुमान पिछले साल के मुकाबले तुलना करने पर बताया गया है। इसकी वजह से तेल की कीमत में गिरावट देखी जाएगी। ऐसी संभावना है, कि बड़ी गिरावट देखने को मिल सकती है।
ऊर्जा विशेषज्ञ बताते हैं, कि इसका सीधा फायदा भारत के उपयोगकर्ताओं को सीधे तौर पर मिल सकता है। यदि पिछले 1 महीने में बात की जाए तो ₹2 तक पेट्रोल के दाम कम हुए हैं। अगले 2 हफ्ते में ऐसा कहा जा रहा है, कि पेट्रोल ₹4 तक और कम दाम का हो सकता है। जेलब्रेकिंग के डिप्टी वाइस प्रेसिडेंट के हिसाब से बेंट क्रूड का वर्तमान भाव $50 प्रति बैरल हो सकता है, जो $56 प्रति बैरल था। न्यूयॉर्क मर्केंटाइल एक्सचेंज पर यह दाम $48 प्रति बैरल तक हो सकता है। यह 52.23 डॉलर प्रति बैरल है। भारतीय तेल बाजार को इसका सीधा फायदा मिलेगा। संभावना है कि 2 हफ्ते में पेट्रोल के दाम में गिरावट हो सकती है और डीजल के भाव में भी गिरावट हो सकती है।
एक दशक में पहली बार
आईईए रिपोर्ट के अनुसार 2020 में तेल की वैश्विक मांग पिछले वर्ष के मुकाबले काफी कम हो चुकी है। यह एक दशक में पहली बार हुआ है जब तेल की मांगों में कमी आई हो। इससे पहले की बात की जाए तो यह अनुमान लगाया गया था कि तेल की खपत पिछले वर्ष से 8 लाख बैरल के इजाफे से बढ़ेगा। आइए के अनुसार 2020 में तेल की मांग 8.25 लाख बैरल रोजाना हो सकती है, जो पिछले वर्ष से 3.65 लाख बैरल कम हो चुकी है। 2011 के बाद पहली बार हुआ है जब सालाना मांग इतनी कम हुई है।
ओपेक का असर नहीं
ऊर्जा विशेषज्ञों के द्वारा बताया गया कि रूस और ओपेक संगठन के द्वारा तेल के उत्पादन में अतिरिक्त कटौती हो सकती है किंतु इसका असर अंतर्राष्ट्रीय के बाजार में नहीं देखने को मिल सकता है। अभी के समय में तेल की कीमत भारत और चीन की मांग के हिसाब से देखी जाती है। चीन के कोरोनावायरस के चलते मांग कम होती जा रही है और चीन अभी तक कोरोनावायरस पर लगाम नहीं लगा पाया है। इससे वहां की अर्थव्यवस्था तो प्रभावित हुई है अपितु पूरे दुनिया की अर्थव्यवस्था पर खतरा नजर आ रहा है।
डीजल के दाम में हुई है कटौती
डीजल के दाम में फिर थोड़ी कटौती कर दी गई है किंतु पेट्रोल के दाम उसी प्रकार है। इंडियन ऑयल कंपनी की वेबसाइट में डीजल की कीमत दिल्ली में 64.70 रूपय दिखाई गई।वही पेट्रोल का दाम सभी शहरों में उसी प्रकार है।
और गिर सकता है कच्चे तेल का दाम
कोरोनावायरस की वजह से टीवी की कीमत 2 महीने में सबसे निचले स्तर पर आ चुकी है। जिस प्रकार कोरोना वायरस के मामले बढ़ रहे हैं इसका दाम और निचले स्तर पर भी पहुंच सकता है।