कभी-कभी हम अपनी जिंदगी में ऐसे लोगों से मिलते हैं जिनका स्वभाव बहुत अच्छा होता है। चेहरे पर मुस्कुराहट होती है। बातों में मिठास होती है और बात करने का एक अलग ही अंदाज होता है। इनका असर हम पर ऐसे पड़ता है कि हम सभी उनके जैसा बनना चाहते हैं। उनके व्यक्तित्व में हमें कुछ बहुत ख़ास दिखता है। ऐसे लोग हमारे बीच बहुत पसंद किए जाते हैं। इन्हें लोग पार्टी फंक्शन में इनवाइट करते हैं और ऐसे लोगों को प्रमोशन भी जल्दी मिलता है क्योंकि उनकी पर्सनालिटी प्लीजेंट (Personality development) होती है वह लोगों पर असर छोड़ जाती हैं!
तो चलिए आज हम जानते हैं अपनी पर्सनालिटी को डिवेलप करने और उसमें सुधार लाने के 10 टिप्स!
बोलने से पहले सुने और ऑबसर्व करें – Personality Development Tips in Hindi
सबसे पहले तो आपको सामने वाले को अपनी बात रखने का मौका देना है और उसकी बात को ध्यान से सुनना है। जब आप दूसरों में दिलचस्पी लेते हैं तो इसमें ईमानदारी भी होनी चाहिए। आपने उनसे पूछा कि उन्हें घूमने का शौक है या नहीं और अगर सामने वाला कहता है कि हां मुझे घूमने का बहुत शौक है तो उससे आपको पूछना चाहिए कि उसकी फेवरेट जगह कौन-कौन सी है? वह अब तक कहां-कहां घूमा है? आप उससे कोई सवाल जल्दबाजी में ना पूछें कि वह अपना जवाब दें और फिर आप अपनी बात शुरू करें बल्कि उसमें ईमानदारी होनी चाहिए कि सामने वाला भी आपके सवालों के जवाब देने में दिलचस्पी दिखाएं। अच्छे लिस्नर्स कि आज बहुत डिमांड है तो अगर आप इस तरह से अपनी पर्सनालिटी में एक डेवलपमेंट (Personality development) लाएंगे तो लोग आपकी डिमांड करेंगे!
नाम को याद रखना है
अगर आप किसी से बात करें तो बीच में उसका नाम लेते रहिए। अगर सामने वाला आपसे उम्र में बड़ा है तो उसके नाम के साथ प्रीफिक्स और सफिक्स लगाइए। नाम लेने से सामने वाले को अपनी इंपॉर्टेंस का एहसास होता है और वह आपकी बात और अधिक ध्यान से सुनने लगता है। उसे इस बात की भी खुशी होती है कि आपने उसके नाम को याद रखा। इससे उसके मन में आपके लिए इज्जत और बढ़ जाती है!
मुस्कुराते हुए मिलिए
एक मुस्कुराता हुआ चेहरा बहुत आकर्षक होता है। जब हम अपने किसी दोस्त से मिलते हैं तो अक्सर दोनों लोग मुस्कुराते हुए मिलते हैं। यही सेम चीज आपको सारे रिलेशन के साथ करनी है। जब आप किसी से मिलें तो चेहरे पर एक अच्छी मुस्कुराहट होनी चाहिए। इसे देखकर सामने वाले को भी खुशी महसूस होती है। आपकी मुस्कुराहट के जवाब में वह भी मुस्कुराता है।
लोगों को पसंद करिए
जब हम किसी इंसान से मिलते हैं तो हमारे दिमाग में उसकी एक इमेज बन जाती है। अब यह आपके ऊपर है कि आप उसकी इमेज अपने दिमाग में नेगेटिव, पॉजिटिव या न्यूट्रल बनाते हैं। अगर आप चाहते हैं कि आपकी पर्सनैलिटी डिवेलप हो तो आपको सामने वाले की इमेज पॉजिटिव बनानी है। हमें सामने वाले में अच्छाई ढूँढनी है बुराई नहीं। इसी हिसाब से हमें अपने दिमाग को ट्रेन करना है कि हम बुराई को नजरअंदाज करके इंसान की अच्छाइयों पर ध्यान दें।
जरूरी है कि किसी चीज़ को कैसे करते हैं
बोलने से ज्यादा यह बात महत्त्व रखती हैं कि आप कैसे बोलते हैं। हमें ना ही सिर्फ अच्छे अल्फाज का चुनाव करना है बल्कि उसे कैसे इस्तेमाल करते हैं इसका भी ध्यान रखना है। अगर आप से कोई गलती हो जाए तो आप फौरन अपनी गलती का एहसास जाहिर करते हुए सॉरी बोल दें। अगर आप मुंह बनाकर सॉरी बोलते हैं तो ऐसे करने से उस सॉरी का कोई महत्व नहीं होगा। आप अपने बोलने के अंदाज पर ध्यान दें और जब भी बात करें बहुत ही विनम्रता पूर्वक करें
ग्रूमिंग पर दे ध्यान
जैसा कि हमारा पहला इंप्रेशन हमारी अपीयरेंस से बनता है इसलिए हमें अपनी अपीयरेंस पर भी बहुत ध्यान देना है। ध्यान देने से सिर्फ यही मतलब नहीं कि हम ब्यूटी पार्लर और जिम जाना शुरु कर दें बल्कि अपीयरेंस को अच्छा करने से मतलब है कि हम अपनी पर्सनल हाइजीन का ध्यान रखें। छोटी छोटी बातें जैसे आपके नाखून, बाल और पौलिश शूज पर ध्यान दें।
सीखते रहिए
पर्सनल डेवलपमेंट एक हमेशा जारी रहने वाला प्रोसेस होता है! आप यह बिल्कुल ना सोचिए कि आपने जितना इंप्रूव कर लिया है उतना काफी है। इसलिए आप हमेशा अपने अंदर की कमियों को ढूंढने की कोशिश कीजिए और जितना हो सके उसमें इंप्रूवमेंट लाइए। आप रोज थोड़ा समय निकालकर अपने शब्दों और अपनी एक्टिविटीज पर ध्यान दीजिए और यह जानने की कोशिश कीजिए कि आप इसे और अच्छा कैसे बना सकते हैं। कई बार लोग अपने आप में जल्दी इंप्रूवमेंट लाने के लिए बहुत सारी गलतियां कर देते हैं जिससे उनका कॉन्फिडेंस लेवल भी कम हो जाता है। इसलिए आप रोजाना अपने अंदर धीरे धीरे इंप्रूवमेंट लाने की कोशिश कीजिए।
लोगों को अप्रिशिएट कीजिए
अपनी तारीफ सुनना हर एक को पसंद होता है इसलिए लोगों का दिल जीतने के लिए उनमें अच्छाइयां ढूंढिए और उनकी प्रशंसा कीजिए। वह प्रशंसा सच्ची होनी चाहिए। अगर आप कोशिश करेंगे तो हर इंसान में आपको कोई ना कोई अच्छाई जरूर नजर आएगी। जब आपको कोई अच्छाई नजर आ जाए तो बिल्कुल हिचकिचाइये नहीं। सामने वाले की तारीफ करें। इससे उसे दिल से खुशी पहुंचेगी।
बिना अपना फायदा सोचे दूसरों की मदद कीजिए
कई बार हम लोगों की मदद कर सकते हैं लेकिन हमें उसमें अपना फायदा नजर नहीं आता इसलिए हम उनकी मदद नहीं करते। दूसरों की मदद करना एक अच्छी पर्सनालिटी में आता है। मदद करने का यह बिल्कुल भी मतलब नहीं कि आप अपने सारे काम छोड़ दें और मदद में लगे रहें बल्कि अगर आप किसी की मदद करने के लिए अपना थोड़ा भी वक्त निकाल लेंगे तब भी सामने वाले के दिल मे आपकी इज्जत बढ़ जाएगी।
“I” से पहले “you” का ध्यान रखिए – Personality development
कई बार हम सबसे पहले अपने बारे में सोचते हैं। “मैं यह करता हूं”, “मुझे यह पसंद है”,”मैं ऐसा हूं” इत्यादि लेकिन हमें अपनी पर्सनालिटी को डिवेलप करने के लिए अपने से पहले दूसरे के बारे में सोचना है। “आपको क्या पसंद है”, “आप क्या खाएंगे”, “आप क्या करते हैं” इसे पहले लाना है। ऐसा करने से लोग आपको ज्यादा पसंद करेंगे आपमें पर्सनालिटी डेवलपमेंट आएगा।
Conclusion
बुराइयां और अच्छाइयां हर इंसान में होती हैं। अच्छाइयां हैं तो बहुत अच्छी बात है लेकिन अगर बुराइयां हैं तो इसे बुरा ना समझें बल्कि इन पर गौर करें और इन्हें अच्छा बनाने की कोशिश करें। हम सब में कोई ना कोई बुराई जरूर होती है। हमें अपने अंदर की बुराइयों को निकालना है और अपनी पर्सनालिटी में डेवलपमेंट लाने की कोशिश करना है। इस लेख में प्लीजेंट पर्सनैलिटी डेवलपमेंट के लिए कुछ पॉइंट्स बताए गए हैं हमें उन पर गौर करके अपनी पर्सनालिटी को डेवलप करना है।
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