पाकिस्तान ने गुरुवार को बैलिस्टिक मिसाइल NASR का सफल परीक्षण कर लिया है. आपको बता दें कि यह मिसाइल कम दूरी के सतह-से-सतह तक मार करने में सक्षम है. पाकिस्तान के सेना प्रमुख जनरल कयूम जावेद बाजवा ने इस परीक्षण के दौरान कोल्ड स्टार्ट पर चुटकी लेते हुए कहा कि इससे भारतीय सेना के कोल्ड स्टार्ट (डॉक्ट्रिन) पर पानी फिर गया है. सेना ने कहा कि NASR उच्च क्षमता वाली हथियार प्रणाली है, जिसे कम समय में काम पर लगाया जाना संभव है.
गौरलतब है कि पाक सेना ने NASR की मारक क्षमता को बढ़ाकर 60-70 किलोमीटर किए जाने के साथ ही नए तकनीकी मापकों पर मिसाइल का श्रृंखलाबद्ध परीक्षण किया. NASR मिसाइल का परीक्षण अज्ञात स्थान पर करने के बाद जनरल बाजवा ने भारत पर निशाना साधते हुए कहा, NASR ने कोल्ड स्टार्ट (डॉक्ट्रिन) पर पानी फेर दिया है. आपकी जानकारी के लिए बता दें कि कोल्ड स्टार्ट भारतीय सेना द्वारा पाकिस्तान से संभावित युद्ध के मद्देनजर विकसित युद्ध नीति है. इसका मुख्य मकसद अंतरराष्ट्रीय समुदाय मध्यस्थता करे इससे पहले ही पाकिस्तान को माकूल जवाब देना है. लेकिन पाकिस्तान को परमाणु हमले के लिए उकसाए बिना ही यह जवाबी करवाई होगी.
हालांकि भारत के सेना प्रमुख जनरल वीके सिंह ने साफ किया है कि भारत ने कोई ‘कोल्ड स्टार्ट’ सिद्धांत नहीं बनाया है. हाल ही में विकीलीक्स के खुलासे में किए गए अमेरिकी दस्तावेजों में अमेरिकी राजदूत टिमोथी रोमर ने भारतीय सेना के पाकिस्तान के खिलाफ रवैये का विश्लेषण किया था. उस दौरान अमेरिकी दस्तावेजों पर प्रतिक्रिया देते हुए सिंह ने बताया था कि भारतीय सेना में ‘कोल्ड स्टार्ट’ जैसी कोई चीज नहीं है. अमेरिकी राजदूत के भारतीय सेना के गोलबंदी प्रक्रिया को ‘धीमा और बेकार’ बताने की बात को भी उन्होंने खारिज किया था.