Normal Blood Sugar Level Chart. डायबिटीज के मरीज का सही ब्लड शुगर लेवल को नियंत्रित करने के लिए अपनी पूरी जीवन शैली को बदलना पड़ता है। ऐसे में एक व्यक्ति का नॉर्मल ब्लड शुगर लेवल क्या होना चाहिए, यह सवाल उठता है। इसके अलावा बहुत से लोग ब्लड शुगर लेवल चार्ट भी खोजते हुए नजर आते हैं। अगर आपके साथ भी ऐसा है तो चलिए जानते हैं।
आज के समय में डायबिटीज से पीड़ित व्यक्ति के लिए बहुत सी समस्याएं और दिक्कतें पैदा होने लगती हैं। ऐसे में सवाल यह उठता है कि नॉर्मल ब्लड शुगर लेवल बनाए रखने के लिए क्या किया जाए। इसके अलावा बहुत से लोग एक उचित ब्लड शुगर लेवल की रेंज क्या होती है यह भी जानना चाहते हैं। साथ ही ब्लड शुगर लेवल मेंटेन करने के लिए क्या करना होगा, यह भी लोग जानना चाहते हैं। अगर आप भी बल्ड शुगर लेवल सें संबंधित किसी तरह की जानकारी हासिल करना चाहते हैं। या फिर ब्लड शुगर लेवल को नियंत्रित कैसे किया जाए यह जानना चाहते हैं तो हमारे इस लेख पर अंत तक बने रहें।
क्या है ब्लड शुगर लेवल – What is Blood Sugar Level in Hindi
हमारा शरीर सही तरह से काम करे इसके लिए जरूरी होता है कि हमारे ऑर्गन्स और शरीर के बाकी सभी हिस्से अपना – अपना काम करते रहें। लेकिन जब शरीर का एक मुख्य हिस्सा ब्लड में शुगर लेवल को मेंटेन करने में अक्षम हो जाता है तो इससे कई खतरनाक स्थिति पैदा होती है, जैसे हार्ट अटैक, हार्ट फेलियर, किडनी फेलियर आदि।
ब्लड शुगर लेवल शरीर तब नियंत्रित या मैनेज नहीं कर पाता जब हमारा पैंक्रियाज इंसुलिन का या तो उत्पादन नहीं कर पाता, या फिर इंसुलिन सही प्रकार काम नहीं करता।
बहुत से लोगों को यह लगता है कि डायबिटीज एक ब्लड से संबंधित रोग है। लेकिन बता दें कि यह मेटाबॉलिज्म की वजह से होने वाला रोग है। यही रोग होने के बाद शरीर ब्लड शुगर लेवल को नियंत्रित करने की क्षमता खो बैठता है और इसे नियंत्रित करने के लिए डॉक्टर की सलाह लेनी पड़ती है।
नॉर्मल ब्लड शुगर लेवल चार्ट समय के अनुसार – Normal blood Sugar Level Chart in Hindi
डायबिटीज के मरीजों के रक्त शर्करा के स्तर को सही रखने के लिए ब्लड शुगर चार्ट बेहद जरूरी है। दरअसल इस चार्ट के जरिए ब्लड शुगर लेवल टेस्ट के बाद कितना होना चाहिए, यह पता चलता है। ज्ञात हो कि डायबिटीज के मरीज का भी ब्लड शुगर लेवल को साधारण व्यक्ति के बराबर ही रखा जा सके यही डॉक्टरों का लक्ष्य होता है। इसी लक्ष्य के बारे में बताता है ब्लड शुगर चार्ट।
आपको बता दें कि डॉक्टर ब्लड शुगर लेवल चार्ट में A1C के बारे में बताते हैं। यह ब्लड शुगर लेवल का स्तर प्रति औसत और प्रतिशत पर मिलीग्राम डेसीलीटर पर देते हैं। दरअसल यह एक व्यक्ति के बीते तीन महीने के औसत रक्त शकर्रा के स्तर को बताता है।
जांच का समय | स्वस्थ व्यक्ति का ब्लड शुगर लेवल | डायबिटीज के मरीज का ब्लड शुगर लेवल |
भोजन से पहले | 100 mg/dl से कम | 80-130 mg/dl |
भोजन के 1-2 घंटे बाद | 140 mg/dl से कम | 180 mg/dl से कम |
बीते तीन महीने में ब्लड शुगर लेवल का A1C लेवल | 5.7 प्रतिशत से कम | 7 प्रतिशत से कम 180 mg/dl से कम |
नॉर्मल ब्लड शुगर लेवल उम्र के हिसाब से – Normal Sugar Blood Level Age Wise
भोजन के बाद सही ब्लड शुगर लेवल | |
5 साल से छोटे बच्चे जिन्हें डायबिटीज न हुआ हो | <250 mg/dL |
6 से 11 साल के बच्चे जिन्हें डायबिटीज नहीं हुआ हो | <225 mg/dL |
12 से 18 साल तक के टीनेजर डायबिटीज के बिना | <200 mg/dL |
बच्चे जिनकी उम्र 0 से 18 साल तक है जो डायबिटीज के रोगी हैं, ब्लड शुगर लेवल भोजन के एक घंटे बाद | 90 to 130 mg/dL |
बच्चे जिनकी उम्र 0 से 18 साल तक है जो डायबिटीज के रोगी हैं, ब्लड शुगर लेवल भोजन के दो घंटे बाद | 90-110 mg/dL |
वयस्क जो गर्भवती भी नहीं हैं और जिन्हे डायबिटीज नहीं है, भोजन के बाद शुगर लेवल | 90-180 mg/dL |
वयस्क जो गर्भवती नहीं है लेकिन डायबिटीज की शिकार हैं | <180 mg/dL |
वयस्क जो डायबिटीज से पीड़ित है इंसुलिन लेता है | <180 mg/dL |
वयस्क जो डायबिटीज से पीड़ित है लेकिन इंसुलिन नहीं लेते | <140 mg/dL |
महिला जो गेस्टेशनल डायबिटीज से पीड़ित है, भोजन के एक घंटे बाद शुगर लेवल | <140 mg/dL |
महिला जो गेस्टेशनल डायबिटीज से पीड़ित है, भोजन के दो घंटे बाद शुगर लेवल | <120 mg/dL |
गर्भवती महिला जो प्रीएक्सिसटिंग टाइप 1 या 2 डायबिटीज से पीड़ित हैं, भोजन के एक घंटे बाद शुगर लेवल | <110-140 mg/dL |
गर्भवती महिला जो प्रीएक्सिसटिंग टाइप 1 या 2 डायबिटीज से पीड़ित है, खाने के 2 घंटे बाद ब्लड शुगर लेवल | <100-120 mg/dL |
ब्लड शुगर लेवल मेंटेन करने के उपाय – How To Maintain Normal Sugar Blood Level
दोस्तों अगर आपको डायबिटीज जैसी गंभीर बीमारी हो गई है और आप अपना ब्लड शुगर लेवल मेंटेन करना चाहते हैं तो आपको इसके लिए अपनी दवाओं का सही समय पर सेवन करना होगा, और डॉक्टर के अनुसार बताए गए उपाय अपनाने होंगे। इसके अलावा ब्लड शुगर लेवल को मेंटेन करने के लिए हमारे द्वारा बताए गए उपाय अपना सकते हैं।
हल्दी
हल्दी का उपयोग सदियों से भारत में व्यंजनों और बीमारियों को दूर करने के लिए किया जाता है। यह डायबिटीज से लड़ने और इंसुलिन के उत्पादन से जुड़ी समस्या को भी हल कर की क्षमता रखती है। इसके लिए आप हल्दी का सेवन दूध और खाद्य सामग्री के अंदर कर सकते हैं।
आपको बता दें कि हल्दी के अंदर मौजूद गुण वसायुक्त आहार से ट्रिगर होने वाले ट्राइग्लिसराइड्स और इंसुलिन को कम करने का कार्य करते हैं।
आंवला
आंवला के तेल से लेकर इसके सेहत पर पड़ने वाले सकारत्मक प्रभावों की बाते कई पुस्तकों में भी लिखी हुई हैं। आपको बता दें कि आंवला के अंदर एंटी डायबिटिक गुण होते हैं।
ऐसे में जब भी पैंक्रियाज असामान्य रूप से कार्य करता है और इंसुलिन के उत्पादन को अधिक बढ़ा देता है, तो इस स्थिति में आंवला के अंदर मौजूद क्रोमियम कार्बोहाइड्रेट आपके मेटाबॉलिज्म को अधिक सक्रिय करता है और इससे शरीर इंसुलिन से जुड़ी समस्या को कम करने में सक्षम हो जाता है।
सूप
सूप का सेवन हम सभी ने किया है। सूप के अंदर ऐसे कई विटामिन और मिनरल्स होते हैं जो व्यक्ति को स्वस्थ रखते हैं। वहीं अगर आपको ब्लड शुगर लेवल को नियंत्रित रखना है तो आप मोरिंगा या लौकी का सूप ले सकते हैं। आपको बता दें कि इन दोनों के अंदर मौजूद गुण इम्यूनिटी को बेहतर करते हैं।
बेहतर इम्युनिटी की वजह से शरीर सही प्रकार कार्य करता है। जिसके जरिए इंसुलिन का उत्पादन भी नियंत्रित रहता है और शरीर में शुगर आसानी से टूटने लगती है। यही नहीं सूप के अंदर मौजूद कई ऐसे गुण भी हैं जो आपको तनाव से दूर रखते हैं।
सेहत कैसे बनाए। Sehat kaise banaye
खाने में सावधानी
अगर आप अक्सर अधिक तला हुआ, मीठा या रिफाइंड आटे का सेवन करते हैं। जिनमें अधिक मात्रा में कार्ब्स होता है, तो ऐसा ना करें। यह शरीर में ग्लूकोज का निर्माण बढ़ाता है जो शुगर लेवल के बढ़ने की वजह होता है। ऐसे में इन चीजों से पूरी तरह दूरी बनाना बेहद जरूरी है। इसके अलावा आप आयरन या फाइबर से भरपूर चीजों का सेवन कर सकते हैं जैसे ज्वार या रागी का आटा।
साथ ही आप अपने रात के खाने को जितना हो सके उतना हल्का और स्वस्थ रखें। इनमें आप ऐसी सब्जियों और फलों का सेवन करें जिनमें आयरन, विटामिन, एंटीऑक्सीडेंट आदि पोषक तत्व होते हैं। इन तत्वों के लिए आप पालक, लौकी, जामुन, सेब आदि।
योग या एक्सरसाइज
अगर आप एक्सरसाइज और योग को अपनी दिनचर्या में जगह देते हैं तो यकीन मानिए इससे बेहतर और कुछ नहीं हो सकता। एक्सरसाइज की वजह से न केवल आप फिट रहते हैं। बल्कि इसके जरिए आपके शरीर के अंदरूनी अंग भी बेहतर तरह से कार्य करते हैं।
यही नहीं कुछ योग और एक्सरसाइज ऐसी भी हैं जो उन पैंक्रियाटिक सेल्स को भी सक्रिय कर देती है जो इंसुलिन के उत्पादन को नियंत्रित करके रखते हैं। ऐसे में अगर आप भोजन के बाद वज्रासन करें तो यह आपकी पाचन क्रिया और मेटाबॉलिज्म को बेहतर करता है। इसके अलावा आप कुछ अन्य योगासन भी शुगर लेवल को नियंत्रित करने के लिए आजमा सकते हैं जैसे प्राणायाम, मंडूकासन, भुजंगासन और ड्रिफ्ट वॉक आदि।
निष्कर्ष
दोस्तों हमने आपको अपने इस लेख में बता दिया है कि नॉर्मल ब्लड शुगर लेवल कितना होना चाहिए। इसके अलावा भोजन के बाद और भोजन से पहले कितना ब्लड शुगर लेवल होना चाहिए यह भी आपने जान लिया है। इसके अलावा आपने ब्लड शुगर लेवल को मेंटेन रखने के कुछ उपाय भी बात दिए हैं। अब अगर आपको यह लेख पसंद आया हो तो इसे आगे जरूर शेयर करें।
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