चारों तरफ दीवाली की जोरों-शोरों पर तैयारियां चल रही है… दफ्तर, घर, गली-मोहल्ले हर जगह पर लाइटें जगमगा रही है… दीवाली के दिन लोग दीये जलाते हैं, माता लक्ष्मी और भगवान गणेश की आरती करते हैं, खिल-खिलौने भगवान को चढ़ाते हैं आदि काम करते हैं.. लेकिन हमारे पड़ोसी देश नेपाल में दीवाली का त्यौहार अलग ही तरीके से मनाते हैं… दरअसल, नेपाल के लोग कुत्तों की पूजा करके दीवाली का त्यौहार मनाते हैं… नेपाल में दीवाली को तिहार कहते हैं.. दीवाली के दिन लोग बिल्कुल भारतीयों की तरह हर काम करते हैं… दीये जलाते हैं नए कपड़े पहनते हैं आदि… लेकिन इसके अगले दिन वो एक और दीवाली मनाते हैं, जिसे कुकुर तिहार कहते हैं… इस दिन नेपाल में कुत्तों की पूजा की जाती है.. ये पर्व पूरे 5 दिनों तक चलता है… कुत्ते के अलावा यहां लोग कई अलग-अलग जानवरों जैसे गाय, कौआ, बैल आद की भी पूजा करते हैं.. इस दिन कुत्तों को सम्मानित किया जाता है… उन्हें तिलक लगाया जाता है और फूल माला पहनाई जाती है… साथ ही कुत्तों को दही, अंडे और दूध भी खाने को दिया जाता है… लोग इस दिन कामना करते हैं कि कुत्ते उनके साथ हमेशा बने रहें… ऐसा इसलिए किया जाता है क्योंकि अगर मान्यताओं की माने तो कुत्ते यम देवता के संदेशवाहक होते हैं… नेपाल के लोग भी ऐसा ही मानते हैं कि कुत्ते मरने के बाद भी आपकी रक्षा करते हैं… इसलिए यहां के लोग ऐसा करते हैं…