भाजपा के वरिष्ठ नेता और शहरी विकास एवं सूचना प्रसारण मंत्री वेंकैया नायडू एनडीए के की ओर से उपराष्ट्रपति पद के लिये उम्मीदवार है. मंगलवार 11 बजे अपना नामांकन पत्र भरेंगे. भाजपा संसदीय बोर्ड की बैठक में सोमवार को नायडू के नाम का फैसला किया गया था. मंगलवार उपराष्ट्रपति चुनाव के लिये नामांकन पत्र दाखिल करने की आखिरी तारीख है.
आपको बता दें कि उपराष्ट्रपति चुनाव पांच अगस्त को होना है.
लेकिन नायडू ही क्यों?
ये सवाल कइयों के मन में उठ रहा होगा. दरअसल, मोदी इस पद के लिए ऐसा कैंडिडेट चाहते थे जिसे संसदीय कार्य में महारत हासिल हो और साथ ही उसके विपक्षी दलों के साथ जिसके अच्छे संबंध हों. नायडू इस पैमाने पर बिल्कुल फिट थे. अगर वह उपराष्ट्रपति चुन लिए जाते हैं तो ऐसा पहली दफा होगा जब देश के तीन बड़े संवैधानिक पदों- राष्ट्रपति, उपराष्ट्रपति और प्रधानमंत्री पर बीजेपी नेता होंगे.
वेंकैया नायडू का राजनीतिक करियर
- वेंकैया नायडू मोदी सरकार में कैबिनेट मंत्री हैं और वर्तमान में राज्यसभा सांसद हैं.
- उन्हें शहरी विकास, आवास और शहरी गरीबी उन्मूवलन और संसदीय कार्य मंत्री की जिम्मेदारी दी गई है. ये अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार में केंद्रीय ग्रामीण विकास मंत्री रहे हैं
- वेंकैया नायडू का जन्म 1 जुलाई 1949 को आंध्र प्रदेश के नेल्लोर जिले में चावटपलेम इलाके में हुआ. उन्होंने नेल्लोर से ही अपनी स्कूली पढ़ाई पूरी की. वी.आर. कॉलेज से राजनीति और राजनयिक अध्ययन में ग्रेजुएशन किया. आन्ध्र विश्वविद्यालय, विशाखापट्टनम से कानून में स्नातक की डिग्री हासिल की.
- वेंकैया नायडू मोदी सरकार में शहरी विकास और संसदीय कार्य मंत्री हैं.
- आंध्र प्रदेश से आने वाले एम. वेंकैया नायडू, दक्षिण भारत में बीजेपी का बड़ा चेहरा रहे हैं.
- पार्टी के पूर्व अध्यक्ष के साथ-साथ पार्टी के अलग-अलग पदों पर उन्होंने काम किया है.
- छात्र जीवन में उन्होंने लोकनायक जयप्रकाश नारायण की विचारधारा से प्रभावित होकर आपातकालीन संघर्ष में हिस्सा लिया. उस दौरान उन्होंने प्रदर्शन किया और जेल भी जाना पड़ा.
- 1972 में ‘जय आंध्र आंदोलन’ के दौरान पहली बार सुर्खियों में आए. इस दौरान उन्होंने नेल्लोर आंदोलन में सक्रिय रूप से भाग लेते हुये विजयवाड़ा से आंदोलन का नेतृत्व किया.
- 1973-74 आंध्र विश्वविद्यालय में छात्रसंघ के अध्यक्ष रहे.
- 974- संयोजक, जयप्रकाश नारायण के युवाजन छात्र संघर्ष समिति, आंध्र प्रदेश.
- 1977-1980 : आंध्रप्रदेश में जनता पार्टी के युवा मोर्चा के अध्यक्ष रहे.
- 1978-83 और 1983-85 दो बार आंध्रप्रदेश विधानसभा पहुंचे.
- 1980-83 भारतीय जनता पार्टी के युवा मोर्चा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रहे.
- 1980-85 आंध्र प्रदेश विधानसभा में बीजेपी के विधायक दल का नेता रहे.
- 1985-88 आंध्र प्रदेश राज्य बीजेपी के महासचिव रहे.
- 1988-93 आंध्र प्रदेश के राज्य बीजेपी के अध्यक्ष रहे.
- 1993- सितंबर 2000- बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव
- बीजेपी संसदीय बोर्ड के सचिव
- बीजेपी राष्ट्रीय चुनाव समिति के सचिव
- बीजेपी के प्रवक्ता रहे
- अप्रैल 1998 में राज्यसभा के सदस्य बने.
- 30 सितंबर 2000 से 1 जुलाई 2002 तक अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार में केंद्रीय ग्रामीण विकास मंत्री रहे.
- 1 जुलाई 2002 से 5 अक्टूबर 2004 तक भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष रहे.