मानसून दस्तक दे चुका है. देश भर के कई राज्यों में लगातार मूसलाधार बारिश हो रही है और मानसून की पहली बारिश से ही कई जगहों पर जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है. जिसकी वजह से कुछ जगहों पर तो बाढ़ जैसे हालात हो गए हैं. बारिश की वजह से सड़कों पर नदियों जैसा तेज बहाव देखने को मिल रहा है. असम में बाढ़ के हालात गंभीर बने हुए हैं. हिमाचल प्रदेश में तो बारिश के कारण भूस्खलन भी हुआ. राजस्थान और गुजरात के कई ईलाकों में शनिवार से ही तेज बारिश हो रही है. राजस्थान के जोधपुर में इस दौरान मानसूनी बदल जमकर बरस रहे हैं.
गुजरात के मोरबी में उफनती नदियों ने कहर का मंजर बना रखा है. मोरबी बारिश की वजह से सड़कों पर पानी भर गया है. यहां पर सभी मार्केट बारिश की वजह से बंद हैं. करीब 12 इंज बारिश ने पूरे इलाके में खतरा बढ़ा दिया.
जम्मू-श्रीनगर नेशनल हाईवे को भी भारी बारिश और भूस्खलन के चलते बंद करना पड़ा था जिसे एक दिन बाद खोला गया. हिमाचल प्रदेश में भी कई जगह भूस्खलन हुआ है.
असम में करीब 453 गांव बाढ़ से प्रभावित हुए हैं और 5,272 हेक्टेयर में लगी फसल को नुक्सान पहुंचा है. यहां बाढ़ से लाखों लोग प्रभावित हुए हैं. यहां करीब 269 लोग बचाव कैंप में रह रहे हैं.
हरियाणा में भी भारी बारिश से फसलों को काफी नुकसान हुआ है. यहां पर करनाल जिले के पिछले 3 दिन से लगातार बारिश हो रही है जिससे 40 फीसदी जमीन पर धान की खेती बर्बाद हो चुकी है.
दिल्ली में मानसून की बारिश से लोगों को गर्मी और उमस से राहत मिली है तो कई जगह आफत भी बन गई है. पूर्वी दिल्ली के लक्ष्मी नगर इलाके में भारी बारिश की वजह से इमारत गिर गई, जिसमें भारी नुकसान हुआ है. बताया जा रहा है कि बिल्डिंग में सो रहे कई लोग मलबे में दबे हुए हैं.
बारिश ने लोगों की परेशानियां बढ़ा दी हैं. लोगों को गर्मी से तो राहत मिल गई है लेकिन यहां का जीवन अस्त व्यस्त हो गया है. तेज धाराओं में बहती हुई मूसलाधार बारिश के कारण आम जनता को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है.