भारत देश में कोरोनावायरस का संक्रमण बढ़ रहा है। देश के लिए यह अच्छी बात नहीं है। हमारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कोरोनावायरस से निपटने के लिए नई नई रणनीतियां बना रहे हैं। 21 दिन का लॉकडाउन ने इस महामारी पर नियंत्रण तो रखा है लेकिन कुछ सामाजिक कार्यक्रमों ने इस संक्रमण को बढ़ा दिया है। प्रधानमंत्री ने केंद्र और राज्यों द्वारा विशेष कदम उठाए हैं। दुनिया जहां इस महामारी से लड़ रही है, वही निजामुद्दीन में हुए जमात का मरकज कार्यक्रम में देश विदेश से हजारों की संख्या में लोग आए थे। इन लोगों ने कितने लोगों को संक्रमित किया। केंद्र सरकार और राज्य सरकार अपने अपने क्षेत्र में पता लगाने का भरपूर प्रयास कर रही है। जब तक लोग स्वयं जागरूक नहीं होंगे सरकारें भी कुछ नहीं कर सकती। नेतृत्व अच्छा होने से समस्याएं ज्यादा नहीं बढ़ती। मोदी जी तो देश के लिए कड़े से कड़े फैसले लेने को तैयार रहते हैं। अपने देश के लिए जो आवश्यकता हो वह करते हैं। आज पूरी दुनिया मोदी के नेतृत्व की सराहना कर रही है। केंद्र के साथ-साथ राज्यों के साथ मिलकर जिम्मेदारी निभाना आसान बात नहीं है। नरेंद्र मोदी भारत के लिए बेहतर सुविधाएं जुटाने की कोशिश कर रहे हैं।
मोदी की मुख्यमंत्रियों से बातचीत
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी केंद्र के साथ-साथ राज्य सरकारों के साथ भी तालमेल बिठाए हुए हैं। 20 मार्च को मुख्यमंत्रियों से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग की थी। सभी राज्य सरकारों को सख्त आदेश है कि लॉक डाउन का पालन शक्ति से किया जाए। देश में कोरोना के बढ़ते मामले चिंता का विषय है। इस बैठक में गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह,केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन और स्वास्थ्य विभाग की टीम मौजूद थी। राज्य सरकारों को कदम उठाने चाहिए और केंद्र सरकार किस प्रकार उन तक मदद पहुंचाएं। संक्रमण रोकने के लिए प्रशासन और स्थानीय लोगों के बीच तालमेल है। सभी राज्यों के मुख्यमंत्री और स्वस्थकर्मी कदम से कदम मिलाकर इस महामारी से लड़ रहे हैं। बेहतर से बेहतर सुविधाएं लोगों को देने की कोशिश कर रहे हैं। सभी का इलाज बेहतर तरीके से हो इस पर चर्चा की जा रही है। यह सरकार के प्रयास के साथ-साथ सभी को मिलकर सहयोग करना चाहिए।
देश के लोगों से मोदी जी ने लाकडाउन में हुई परेशानी की माफी
मोदी जी बेहतर नेता तो है ही, साथ जनता के सहभागी भी हैं। 29 मार्च को रेडियो पर मन की बात कार्यक्रम के दौरान लोगों को और खासकर गरीब जनता को, जो परेशानी हो रही है उसकी माफी मांगी। पूरी दुनिया कोरोना संकट से गुजर रही है विकसित से विकसित देश इससे नहीं बचे हैं। देश के लिए ऐसा कदम उठाना जरूरी था। अगर लोग डाउन नहीं किया होता तो आज हम लाखों की संख्या में संक्रमित होते। लोगों की भलाई के लिए उठाया गया है कदम अत्यधिक सराहनीय है। विपक्ष तो राजनीति करेगा ही लेकिन दुनिया मोदी जी के फैसले की सराहना करती है। भारत जैसे अत्यधिक जनसंख्या वाले देश में नियंत्रण रखना बहुत बड़ी बात है। हमारे देश में लोग आगे आकर दान दे रहे हैं और कोरोनावायरस से लड़ाई में कंधे से कंधा मिलाकर लड़ रहे हैं। कुछ लोग लॉक डाउन का पालन नहीं कर रहे हैं। ऐसे लोगों को मानसिक विकृत ही कहना चाहिए।
आपात स्थितियों से निपटने के लिए पीएम केयर फंड
कोरोनावायरस संक्रमण से निपटने में आर्थिक सहयोग की भी आवश्यकता है। ऐसे में प्रधानमंत्री नागरिक सहायता और आपात राहत कोष पीएम केयर्स फंड की स्थापना की गई है। इस फंड में दान देकर भविष्य में आने वाले खतरे के लिए सुविधाएं जुटाई जा सके। भारत देश में अभिनेता, नेता और सभी वर्ग के लोग अपनी तरफ से सहायता राशि प्रदान कर रहे हैं। रतन टाटा ने 15सौ करोड़, रिलायंस ग्रुप 500 करोड़ और अक्षय कुमार ने सबसे पहले 25करोड़ दान दिए। भारत अपने तौर पर अच्छी तरह से इस बीमारी से लड़ रहा है। सभी देशवासी सरकार के साथ मिलकर अपना सहयोग प्रदान कर रहे हैं।