Mangal Grah: मंगल ग्रह को नवग्रह में विशेष दर्जा दिया गया है। ज्योतिष शास्त्र में मंगल ग्रह को ग्रहों का सेनापति के रूप में जाना जाता है। ज्योतिष विज्ञान में अगर मंगल ग्रह अशुभ हो जाता है, तो इससे पति और पत्नी के रिश्ते में काफी ज्यादा प्रभाव देखने को मिलता है।
अगर पति और पत्नी के रिश्ते में शांति बनी रहे, तो पूरे घर में शांति होती है। कहीं अगर इनके रिश्तों में कलेश उत्पन्न हो जाए तो समस्या और अधिक बढ़ जाती है जिससे दोनों का रिश्ता भी टूट सकता है। मंगल का प्रभाव पति पत्नी के रिश्ते पर गहरा पड़ता है। इसलिए ज्योतिष विज्ञान में मंगल ग्रह को काफी प्रभावित ग्रह के रूप में जाना जाता है। इसके अलावा मंगल ग्रह को स्वभाव उग्र (विनाशक) भी कहा जाता है। मंगल के अशुभ होने से दांपत्य जीवन में सब कुछ अमंगल होने लगता है। मंगल ग्रह पति-पत्नी के जीवन में तनाव और घृणा कूट-कूट कर भर देता है। मंगल अशुभ होने से तलाक की स्थिति भी उत्पन्न हो सकती है। अगर ऐसा होता है, तो इसका प्रभाव उनके बच्चों को भी भुगतना पड़ता है।
जन्म कुंडली में मंगल ग्रह के कारण मांगलिक दोष उत्पन्न हो जाते हैं। मंगल ग्रह के प्रभाव के कारण ही विवाह से पहले वर और वधू की कुंडली में सबसे पहले मंगल की स्थिति को देखा जाता है। अगर मंगल ग्रह कुंडली के केंद्र में स्थगित हो जाए तो मांगलिक दोष बनने लगते हैं। इसके अलावा अगर मंगल ग्रह राहु के साथ जुड़ जाता है, तो अंगारक योग उत्पन्न होता है। ज्योतिष विज्ञान में अंगारक योग को बेहद खतरनाक योगों में जाना जाता है। इस योग के कारण व्यक्ति के जीवन पर बेहद गंभीर प्रभाव पड़ता है।
मंगल पति और पत्नी के रिश्तों में दरार उत्पन्न करता है

Crack in the relationship between husband and wife
मंगल ग्रह अशुभ होने से पति-पत्नी के रिश्ते में दरार तो आ ही जाती है। इसके कारण कई ऐसे विवाद उत्पन्न होने लगते हैं जिससे घर परिवार के सदस्यों पर भी बुरा प्रभाव पड़ता है। अगर इस दोष का समय पर निदान नहीं किया जाए तो भयावह स्थिति हो उत्पन्न हो सकती है। इसलिए इस दोष का निदान करना अनिवार्य है। यह दोष मानसिक तनाव की स्थिति को उत्पन्न करता है जिसके कारण ही पति पत्नी के बीच लड़ाई होती है।
मंगल खराब होने पर ये फल प्रदान करता है

Mangal Grah
Mangal Grah के खराब होने से यह लोगों में कठोर वाणी को भर देता है। ऐसे लोगों में उग्रता का भाव भी उत्पन्न हो जाता है। इसके कारण से इनको बहुत जल्दी क्रोध आ जाता है, लोगों के प्रति बहुत जल्दी हिंसक हो जाते हैं। इन लोगों में विनम्रता का अभाव पाया जाता है। लड़ाई झगड़े के लिए सदैव तत्पर रहते हैं।
Mangal Grah खराब होने पर ये उपाय

These measures
मंगल ग्रह खराब होने की स्थिति में प्रत्येक व्यक्ति को नियमित रूप से हनुमान जी की पूजा पाठ लगन से करनी चाहिए। घर में प्रत्येक सदस्यों के साथ नियमित रूप से हनुमान जी का चालीसा और सुंदरकांड करना चाहिए। दिन में एक समय का खाना बिना नमक के सेवन करना चाहिए। इसके अलावा बंदरों को चने और गुड खिलाने से भी मंगल का दोष तीव्र से कम हो जाता है।