जीवन को संतुलित बनाए रखने के लिए मन का शांत होना आवश्यक है। योग के द्वारा मानसिक शांति मिलती है। तनाव भरे जीवन में योग के माध्यम से कई बीमारियों से बचा जा सकता है। सूर्योदय के समय सुखासन में बैठकर आधे घंटे योग करना चाहिए। मन को केंद्रित करने के लिए निरंतर योग का अभ्यास करते रहना चाहिए।
योग से नकारात्मक विचारों से मुक्ति
तनाव को कम करने के लिए भावनात्मक रूप से मजबूत होना आवश्यक है। योग के द्वारा हम अपने मन पर काबू पा लेते हैं। जब मन शांत होगा तो सभी कार्य सकारात्मक होंगे। मन शांत रहने से गुस्सा कम आता है। तनाव नहीं रहने से नींद अच्छी आती है। जिसके कारण दिनचर्या अच्छी चलती है। दिमाग की ताकत और एकाग्रता को बढ़ाने के लिए योग करना आवश्यक है। नियमित अभ्यास करने से मन में शांति और प्रसन्नता का भाव आ जाता है। तनाव कम होने से जीवन बेहतर बनता है। अच्छे विचारों के आगमन से हमारे सभी कार्य अच्छे से हो जाते हैं। डॉक्टरों का भी कहना है कि अनिद्रा के प्रभाव से बचने के लिए मेडिटेशन करना आवश्यक है। दुनिया को रोगों से दूर रखने के लिए मानव के जीवन में योग का होना जरूरी है।
सूर्य नमस्कार
सूर्य नमस्कार करने से शरीर स्वस्थ रहता है। रोज सुबह सूर्य नमस्कार आवश्यक रूप से करना चाहिए। 5 से 10 मिनट का समय निकालकर सूर्य नमस्कार के द्वारा शरीर को स्वस्थ बनाया जा सकता है। शरीर में पानी की मात्रा को संतुलित बनाने और स्मरण शक्ति बढ़ाने के लिए सूर्य नमस्कार आवश्यक है। जीवन को स्वास्थ्य और सुंदर बनाने के लिए सूर्य के सामने 10 मिनट का समय देकर रोगों से मुक्ति पा सकते हैं।
हृदय रोगियों के लिए योग आवश्यक
योग के कई आसन होते हैं जिनमें सूर्य नमस्कार, त्रिकोणासन,अंजली मुद्रा,भुजंगासन और पश्चिमोत्तरसन है। हृदय रोगियों के लिए यह सभी आसन लाभकारी सिद्ध होती हैं। इन सभी आसनों में ज्यादा मेहनत करने की आवश्यकता नहीं होती है। यह सभी सरल आसन है। यह श्वसन क्रिया को नियंत्रित रखती है। हृदय संबंधी समस्याओं से बचाव के लिए योग करना आवश्यक है।
आज दुनिया के 130 से भी ज्यादा देशों में लाखों लोग योग के द्वारा स्वास्थ्य पर ध्यान दे रहे हैं। 8 हफ्ते तक लगातार योग करने से बहुत सारी बीमारियों पर नियंत्रण पाया जा सकता है। मानसिक विकास और मन की शांति के लिए हार्टफुलनेस मेडिटेशन आवश्यक है। संतुलित विचार होने से हमारा खान-पान भी संतुलित होगा। भारत में तो प्राचीन समय से ही योग पर ध्यान दिया जाता है। हमारे ऋषि मुनि योग के माध्यम से बड़ी बड़ी बीमारियों को ठीक कर लेते थे। भारत के शास्त्रों में योग की पद्धति के बारे में विस्तार से बताया गया है। सूर्य नमस्कार को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बढ़ावा दे रहे हैं।
बच्चों, महिलाओं, बुजुर्गों युवाओं सभी के लिए योग आवश्यक है।दुनिया में अच्छी जिंदगी जीने के लिए व्यवस्थित दिनचर्या का होना आवश्यक है। सफलता पाने के लिए तनाव मुक्त जीवन आवश्यक है। बीमारियों से दूर रहकर हम अपने जीवन को बेहतर बना सकते हैं। जितना समय आज की युवा पीढ़ी जिम जाने में बर्बाद करती है अगर उसका कुछ ही समय निरंतर योग करने में दे तो स्वस्थ रहकर अपने जीवन को आनंद में बना सकती है। स्वस्थ मन में ही स्वस्थ विचार आते हैं इसलिए अपने खान-पान और जीवन को संतुलित बनाएं।