शिवरात्री ये एक ऐसा समय होता है जब सारा जगत भोलेनाथ को याद कर रहा होता है। कुछ मंदिर में जाकर इस पर्व को मनाते हैं। तो साथ ही व्रत रख भोलेबाबा को खुश करते हैं। इस शिवरात्री एक बड़ा संयोग बन रहा है। वो ये की इस बार सोमवार को ही शिवरात्री का दिन पड़ रहा है और इस बात की मान्यता है की सोमवार को भोलेबाबा का दिन होता है ऐसे में सोमवार को ही शिवरात्री का पड़ना एक संयोग माना जा रहा है। इस दिन सभी भक्त अपनी मनोकामना की पूर्ति के लिए व्रत रखते हैं और भोलेनाथ के चरणों में भाग और धतुरे चढ़ाते हैं। हम आपको इस पूजा और किस तरीके से किया जाए की भोलेनाथ का आशीर्वाद सदा बना रहे।
शिवलिंग पर चढ़ाएं ये 10 चीजें
1. जल, 2. दूध, 3. दही, 4. शहद, 5. घी, 6. शकर, 7. ईत्र, 8. चंदन, 9. केशर, 10. भांग (विजया औषधि)
इन सभी चीजों को एक साथ मिलाकर या एक-एक चीज शिवलिंग पर चढ़ा सकते हैं। शिवपुराण में बताया गया है कि इन चीजों से शिवलिंग को स्नान कराने पर भक्त की सभी इच्छाएं पूरी हो सकती हैं। स्नान करवाते समय ऊँ नम: शिवाय मंत्र का जाप करना चाहिए।
शिव पूजन की सामान्य विधि
शिवरात्रि पर सुबह जल्दी उठें और स्नान आदि नित्य कर्मों के बाद घर के मंदिर में ही पूजा की व्यवस्था करें या किसी शिव मंदिर जाएं। मंदिर पहुंचकर भगवान शिव के साथ ही माता पार्वती, भगवान गणेश, कार्तिकेय स्वामी और नंदी को गंगाजल या पवित्र जल अर्पित करें। जल अर्पित करने के बाद शिवलिंग पर चंदन, चावल, बिल्वपत्र, आंकड़े के फूल और धतूरा सहित अन्य पूजन सामग्री चढ़ाएं।
पूजन में इस मंत्र का जाप करें
मन्दारमालांकलितालकायै कपालमालांकितशेखराय।
दिव्याम्बरायै च दिगम्बराय नम: शिवायै च नम: शिवाय।।
भगवान शिव को घी, शक्कर का भोग लगाएं। इसके बाद धूप, दीप से आरती करें।