मीडिया सूत्रों के मुताबिक सीएम फडणवीस अपने निजी हेलीकॉप्टर में सवार होने वाले थे तभी अचानक उनका हेलीकॉप्टर स्टार्ट हो गया. हालांकि सीेएम सुरक्षित बच गये.
गौरतलब है कि इससे पहले भी फडणवीस का हेलीकॉप्टर एक तार से टकरा गया था. हालांकि मुख्यमंत्री के कार्यालय की ओर से इस पर सफाई दी गई है. सीएमओ के मुताबिक कुछ टेक्निकल दिक्कतें थी लेकिन हादसे जैसी कोई बात नहीं थी.
सूत्रों की मानें तो जैसे ही मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस हेलीकॉप्टर में बैठने के लिए आगे बढ़े कि वह अचानक शुरू हो गया. इसके बाद उनके सुरक्षाकर्मीयों ने उन्हें खींच लिया. हालांकि ये अभी साफ नहीं हो सका है कि यह मामला किस जगह का है.
हम आपको बता दें कि ऐसा पहली बार नहीं हुआ है कि सीएम फडणवीस का हैलीकॉप्टर उनको धोका दे गया हो. इससे पहले भी कुछ घटनाओं में सीएम बाल बाल बचे हैं.
वहीं पिछले महीने 25 मई को मराठवाड़ा के निलंगा तहसील में मुख्यमंत्री अपना दौरा खत्म करने के बाद निलंगा में बने हेलीपैड की ओर पहुंचे. सभी सूचनाओं का पालन कर उनके बैठने के बाद दोपहर करीब 12 बजे हेलीकॉप्टर ने जैसे ही लातूर के लिए उड़ान भरनी चाही, कि पायलट को अचानक से अप्रत्याशित हवाओं का सामना करना पड़ा. इस हालत से निबटने के लिए हेलीकॉप्टर जमीन की तरफ मोड़ दिया कि जिसके बाद वहां लगे बिजली के तारों से भिड़ गया और धड़ाम से जमीन पर आ गिरा.
हादसे के वक्त हेलिकॉप्टर में कुल छह लोग सवार थे, हालांकि सभी सुरक्षित बच गये थे. क्रैश लैंडिंग में हेलिकॉप्टर का अगला हिस्सा बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया था.
वहीं 12 मई 2017 को नक्सलवाद प्रतिबंध के कामों का जायजा लेने गढ़चिरौली पहुंचे सीएम फडणवीस के हेलीकॉप्टर में खराबी के चलते वह मुख्यमंत्री के सवार होने के बाद उड़ान ही नहीं भर सका था. जिस वजह से मुख्यमंत्री को सड़क के रास्ते नक्सल प्रभावित इलाके से सफर करते हुए नागपुर पहुंचना पड़ा था.