घोटालों को लेकर अक्सर राजद नेता लालू प्रसाद यादव सुर्खियों में घिरे रहते हैं. इस बार लालू परिवार की मुश्किलें कुछ ज्यादा बढ़ती नजर आ रही हैं. आयकर विभाग ने बेनामी संपत्ती मामले को लेकर लालू परिवार को जांच के दायरे में ले लिया है.
आयकर विभाग ने गुरुवार को राजद प्रमुख लालू यादव की पुत्री एवं सांसद मीसा भारती से 1,000 करोड़ रुपये के जमीन सौदों की जांच के सिलसिले में पूछताछ की. गौरतलब है कि इससे पहले आयकर विभाग ने नोटिस भेजकर मिसा को पेश होने के लिए कहा था मगर वह टालती रहीं थी. सूत्रों से पता चला है कि मीसा भारती से करीब छह घंटे तक पूछताछ हुई.
अधिकारियों ने कहा कि मीसा उनकी वित्तीय स्थिति तथा विशेषरूप से रीयल स्टेट क्षेत्र में निवेश के बारे में सवाल किए गए. वह यहां इस मामले के जांच अधिकारी के समक्ष पेश हुई. इससे पहले दो बार मीसा इसी तरह के समन पर पेश नहीं हुई थीं.
अधिकारियों ने कहा कि मीसा से चार घंटे तक पूछताछ हुई. अधिकारियों ने उनके समक्ष इस मामले में जब्त कुछ दस्तावेज रखकर भी पूछताछ की. मीसा से इस मामले में पहचान में आई कंपनियों मैसर्स मिशाली पैकर्स एंड प्रिंटर्स प्राइवेट लिमिटेड से उनके और उनके परिवार के सदस्यों के कनेक्शन के बारे भी सवाल किए गए.
राजद से राज्यसभा सदस्य मीसा इससे पहले आयकर विभाग के समन पर पेश नहीं हुई थीं. आयकर कानून, 1961 और बेनामी लेनदेन (रोधक) कानून, 2016 के तहत उन्हें इससे पहले समन जारी किए गए थे.
अधिकारियों ने कहा कि कुछ समय पहले उन्हें बुधवार को पेश होने के लिए कहा गया था. उनसे इस मामले में दोबारा पूछताछ भी हो सकती है.
अभिकारिक सूत्रों ने बताया कि विभाग इस मामले में और जानकारी के लिए मीसा के पति शैलेश कुमार के खिलाफ भी इसी तरह की प्रक्रिया अपनाएगा. मीसा की तरह उनके पति भी इससे पहले आयकर विभाग के समन पर पेश नहीं हुए थे.