वर्तमान युग में अधिकतर लोग पूरे परिवार को छोड़कर पैसा कमाने के लिए और रोजी रोटी का खर्च निकालने के लिए बड़े बड़े शहरों में रहने के लिए जा रहे हैं।
इसी प्रकार के परिवार में जब पति-पत्नी दोनों कामकाजी हो जाते हैं, तो उनको सबसे बड़ी समस्या यही होती है, उनके छोटे-छोटे बच्चों के देखभाल की। छोटे बच्चों को घर पर अकेले छोड़ना कोई भी माता-पिता नहीं चाहेगा लेकिन फिर भी कभी ऐसी परिस्थितियां आ जाती हैं जिनके कारण हमें अपने बच्चों को घर पर ही अकेला छोड़ कर जाना पड़ता है।
आप इस परिस्थिति से निपटने के लिए इन बातों को अजमा कर बड़े ही आसान तरीके और बिना कोई परेशानी के अपने बच्चों को घर पर अकेले छोड़कर जा सकते हैं। अगर आप इन सावधानियों को बरतेंगे तो आपको आने वाले समय में किसी प्रकार की कोई भी दुविधा का सामना नहीं करना पड़ेगा।
रसोई में गैस चूल्हे को पूरी तरह से कर दे बंद
आप अपने बच्चे को जिस भी घर में अकेले छोड़ जाते हैं, तो आपको इस बात का हमेशा ध्यान रखना चाहिए कि जाने से पहले गैस के कनेक्शन को पूरी तरह से बंद देना चाहिए। अक्सर जब बच्चे घर में अकेले रहते हैं, तो उनका स्वयं से बना कर खाने का मन होता है। ऐसे में कुछ दुर्घटना होने की संभावना बनी रहती है इसलिए इस बात का हमेशा ध्यान है
बच्चों की देखभाल के लिए रखें विश्वसनीय महिला को
आप जब किसी काम या ऑफिस के लिए घर से बाहर जाते हैं, तो आपके बच्चों की देखभाल के लिए कोई ऐसी विश्वसनीय महिला को घर पर रखना चाहिए जो आपके बच्चों की देखभाल बड़े सावधानीपूर्वक कर सके। किसी भी महिला को बच्चों की देखभाल करने के लिए रखने से पहले अनिवार्य रूप से जांच परख लेना चाहिए।
बच्चों को नुकसान पहुंचाने वाली चीजें ना रखें
किचन में या घर के अन्य कमरों में आपको कभी भूल कर भी ऐसी वस्तुओं को नहीं रखना चाहिए जो कि आपकी अनुपस्थिति में बच्चे अपने आप को उस वस्तु से नुकसान पहुंचा सके। इन वस्तुओं में जैसे चाकू, ब्लेड, कैंची जैसी अन्य धारदार वस्तु ना रखें। इन वस्तुओं को हमेशा किसी ऐसी गुप्त जगह रखना चाहिए कि केवल आप ही ने उपयोग करने के लिए ले सकते हो।
अन्य बातें
इन बातों को तो आपको ध्यान रखना ही है, इसके साथ-साथ आपको इस बात का भी ध्यान रखना है,कि बच्चों को कभी भी ज्यादा देर माता-पिता से दूर नहीं छोड़ना चाहिए क्योंकि माता-पिता के बिना बच्चे अधिक समय तक दूर रहने से घबरा जाते हैं और इसके परिणाम स्वरूप कुछ गलत कदम भी उठा सकते हैं। हमेशा अपने बच्चों को यह सिखाना चाहिए कि कभी अगर किसी भी चीज की इमरजेंसी आती है, तो हमें उस इमरजेंसी से किस प्रकार निपटना चाहिए।
बच्चों को हमेशा प्रेम से बातें करें ताकि वह आपकी सभी बातों को स्वीकार करें। अगर मुमकिन हो तो कोशिश करें कि बच्चों को हमेशा अपने पास ही रखें। बच्चों को आपका मोबाइल नंबर भी आवश्यक रूप से याद होना चाहिए ताकि कभी कोई अनहोनी होने पर आपसे संपर्क कर सकें।