Tuesday, March 25, 2025
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जानिए इंटरनेट स्पीड के मामले में भारत को…

by Divyansh Raghuwanshi
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भारत में 15 अगस्त 1995 को विदेश संचार निगम लिमिटेड द्वारा इंटरनेट सेवाएं शुरू की गई थी। इंटरनेट का उपयोग व्यापार से लेकर एजुकेशन कम्युनिकेशन टेक्नोलॉजी और मनोरंजन में किया जाता है। आज के युग में बिना इंटरनेट के हम सभी नहीं रह सकते। पहले इंटरनेट का उपयोग सिर्फ वैज्ञानिक और रक्षा विभाग के कार्यों की सूचनाओं के आदान-प्रदान में होता था, लेकिन अब आम आदमी के जीवन का हिस्सा बन गया है।

देश में लोकडाउन के कारण इंटरनेट का इस्तेमाल काफी बढ़ा है। लोग अपने मनोरंजन के लिए इंटरनेट पर नई-नई चीजें खोज रहे हैं। ऐसे में सवाल इंटरनेट की स्पीड का है, विश्व स्वास्थ्य संगठन ने भी वीडियो गेम खेलने को प्रोत्साहित किया है। इंटरनेट का लोड इतना बढ़ गया है कि यूट्यूब, नेटफ्लेक्स, फेसबुक की वीडियो क्वालिटी कम हो गई है। फेसबुक और इंस्टाग्राम पर वीडियो अपलोड होने में काफी टाइम लगता है। बच्चे तो ऑनलाइन गेम और सर्च के द्वारा इंटरनेट का सबसे ज्यादा इस्तेमाल करते हैं। इंटरनेट जैसी जरूरी सेवा पर काफी असर पड़ा है। 70% से भी ज्यादा इंटरनेट स्पीड प्रभावित हुई है।

भारत में इंटरनेट स्पीड63021613

भारत पहले से ही इंटरनेट स्पीड के मामले में पीछे रहा है। भारत में मोबाइल यूजेस बहुत अधिक है, के कारण स्पीड अच्छी नहीं मिल पाती। दुनिया में इंटरनेट स्पीड के मामले में भारत 128 नंबर पर है। भारत में डाउनलोड स्पीड भी बहुत कम है जिसके कारण डेटा ज्यादा यूज होता है। भारतीय टेलीकॉम इंडस्ट्री में जिओ की एंट्री के बाद डाटा की कीमतों में भारी कमी आई है जिओ के सस्ते प्लान लॉन्च होने से दुनिया के सबसे अधिक इंटरनेट यूजर देशों में भारत शामिल है। इंटरनेट से मोबाइल पर कोई भी सॉफ्टवेयर डाउनलोड कर सकते हैं भारत में 4G के फुल स्पीड नहीं आती है। भारत में 9.01mbps की स्पीड मिलती है। भारत के पड़ोसी देश भी इंटरनेट स्पीड में हम से आगे हैं। भारत में फुल स्पीड इंटरनेट का होना आवश्यक है, उस पर ध्यान भी दे रहे हैं।

नेट न्यूट्रिलिटीnet neutrality 1546752551

124 देशों में से इंटरनेट स्पीड कंपनियों ने टेस्ट करके भारत को 109 वा स्थान दिया है। भारत जैसे विशाल देश में लाखों लोग इंटरनेट सेवा से जुड़े हैं, तो डिमांड ज्यादा बढ़ने से स्पीड की समस्या आती है। दुनिया में इंटरनेट की 23.54mbp की स्पीड है, वहीं भारत की आधे से भी कम है। हमारे देश में सभी कंपनियों पर अपनी स्पीड बनाए रखने का दबाव है। जब तक हमारे देश में इंटरनेट की ज्यादा मांग रहेगी कम स्पीड से ही काम चलाना पड़ेगा। नेट न्यूट्रिलिटी की मंजूरी से सभी को समान इंटरनेट इस्तेमाल करने को मिलेगा। सर्विस प्रोवाइडर इंटरनेट स्पीड को कम नहीं कर सकते। साउथ कोरिया जैसे देशों में सबसे ज्यादा इंटरनेट की स्पीड है।

जियो इंटरनेट स्पीडjio data 4230111 835x547 m

भारत में जियो के आने से टेलीकॉम कंपनियों में होड़ सी मच गई है। जियो के ग्राहक ज्यादा होने से स्पीड में कमी दर्ज की जा रही है। रिलायंस जियो डाउनलोड स्पीड पांचवें स्थान पर है। देशभर में 6.2mbps रिलायंस जिओ की स्पीड है। APN सेटिंग मैं चेंज करके इंटरनेट की स्पीड को बढ़ा सकते हैं। 4G मोबाइल में 4G सिम कार्ड होने पर भी स्लो स्पीड होती है। ऐसे में सेटिंग में जाकर इंटरनेट स्पीड को बढ़ा सकते हैं फोन मे ब्राउज़र मे डाटा सेविंग मोड फोन करके फोन की स्पीड को बढ़ा सकते हैं।

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