हैल्थकेयर के क्षेत्र में इनोवेशन, सस्टेनबिलिटी और इंटीग्रेशन पर फोकस
आईआईएचएमआर यूनिवर्सिटी, जयपुर द्वारा आयोजित दो दिवसीय ‘हेल्थ नेक्स्ट 2021- ग्लोबल हेल्थ एंड इनोवेशन कॉन्फ्रेंस’ की शुरुआत आज जयपुर में हुई।
कॉन्फ्रेंस के पहले दिन स्वास्थ्य देखभाल क्षेत्र में इनोवेशन, सस्टेनबिलिटी और इंटीग्रेशन महत्वपूर्ण विचार-विमर्श किया गया। इस काॅन्फ्रेेंस में आईक्यूर, स्टेनप्लस/रेड एम्बुलेंसेज, फार्मेसी, निष्ठा/झपिएगो, मेडिकवर हाॅस्पिटल्स, इंडिया, विवियो हैल्थ, एआई हाईवे इंक, माईरेस्क्वर डाॅट लाइफ, टाई ग्लोबल, एमिटी सेंटर फाॅर एंटरप्रेन्योरशिप डेवलपमेंट और स्टार्टअप ओएसिस के प्रतिष्ठित पैनलिस्ट ने भागीदारी निभाई।
इस काॅन्फ्रेंस में भारत समेत जर्मनी, अमेरिका, कनाडा, ब्रिटेन आदि देशों के 1000 प्रतिभागियों, पैनलिस्टों की भागीदारी रहेगी। ग्लोबल हेल्थ एंड इनोवेशन कॉन्फ्रेंस ने स्वास्थ्य सेवा शुरू करने वाले छात्रों, पूर्व छात्रों या बड़े पैमाने पर ऐसे लोगों के लिए एक प्लेटफाॅर्म पेश किया, जिनके पास हेल्थकेयर, हेल्थ टेक क्षेत्र में एक बिजनेस आइडिया है और इसे आईआईएचएमआर यूनिवर्सिटी के इनोवेशन एंड इनक्यूबेशन सेंटर के माध्यम से आगे बढ़ाना चाहते हैं।
मुख्य वक्ता श्री नवीन जैन, पूर्व-एमडी एनएचएम और पूर्व सचिव कौशल और उद्यमिता, सचिव, खाद्य, नागरिक आपूर्ति और उपभोक्ता मामले विभाग, राजस्थान सरकार ने कहा, ‘‘इस काॅन्फ्रेंस का विषय बहुत ही दिलचस्प और रोमांचक है, क्योंकि इसमें सार्वजनिक स्वास्थ्य में स्टार्टअप शुरू करने के लिए युवा पीढ़ी को प्रोत्साहित करने पर ध्यान केंद्रित किया गया है, साथ ही इस क्षेत्र में नवाचारों को बढ़ावा देने के साथ समाधान की पेशकश भी की गई है। स्टार्ट-अप की ओर से किए जा रहे इनोवेशंस को न केवल निजी स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र में प्रोत्साहित किया जाना चाहिए, बल्कि सार्वजनिक स्वास्थ्य सेवा के क्षेत्र में भी इन्हें प्रोत्साहित किया जाना चाहिए। युवा उद्यमियों को मौजूदा गैप को समझना चाहिए और मौजूदा माहौल में अंतिम ग्राहक को त्वरित वितरण के लिए समाधान की पेशकश करनी चाहिए।’’
श्री नवीन जैन ने कहा, ‘‘हमें प्रमुख सार्वजनिक धारणाओं पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए, जिनमें शामिल हैं- उपलब्ध व्यापक डेटा का उपयोग नहीं करना, कम पहुंच और सरकारी प्रक्रियाओं के कारण स्वीकार्यता के अभाव में नवाचारों के कार्यान्वयन में कमी और महाराष्ट्र, गुजरात, हरियाणा और यहां तक कि पंजाब जैसे राज्यों की तुलना में राजस्थान में वित्तीय संकट की स्थिति।‘‘ उन्होंने कहा, ‘‘एंड प्रोडक्ट या सर्विसेज के सुचारू वितरण के लिए प्रणालियों में एकीकरण होना चाहिए। हमें री-इंजीनियर, री-बिल्ड और री-डिजाइन पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए, जहाँ हम मौजूदा संसाधनों का उपयोग सार्वजनिक स्वास्थ्य क्षेत्र में सर्वश्रेष्ठ सेवाओं की पेशकश के लिए करते हैं और मैं विनम्रतापूर्वक अपने उद्यमियों से भी ऐसा करने का अनुरोध करूंगा।’’
आईआईएचएमआर यूनिवर्सिटी के चेयरपर्सन डॉ. एस डी गुप्ता ने कहा, ‘‘कोविड-19 के कारण हमारे सामने कुछ नया करने की महत्वपूर्ण चुनौती पेश हुई है। हम आज सिस्टम में जबरदस्त चुनौतियों का सामना कर रहे हैं, हालांकि आज हमारे लिए सबसे अधिक महत्वपूर्ण यह है कि हम इन सेवाओं को अंतिम छोर पर खड़े ग्राहक के लिए पेश की जाने वाली सर्वश्रेष्ठ सेवाओं के लिहाज से एकीकृत करें। मैं स्वास्थ्य सेवा में आईओटी और एआई के उपयोग की जरूरत को महसूस करता हूं जिसमें दूरसंचार और टेलीमेडिसिन शामिल हैं, जिन्होंने महामारी के दौर में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। जल्द सामने आने वाले स्टार्ट-अप के लिए हेल्थकेयर क्षेत्र में गैप का पता लगाने और ऐसे इनोवेटिव प्रोडक्ट्स को लेकर भरपूर संभावनाएं नजर आ रही हैं, जो रोगी और पूरे स्वास्थ्य सेवा बिरादरी के लाभ के लिए उपयोगी होंगे।’’
आईआईएचएमआर विश्वविद्यालय के प्रेसीडेंट (कार्यवाहक) डॉ पी आर सोडानी ने कहा, ‘‘हेल्थ नेक्स्ट 2021 – ग्लोबल हेल्थ एंड इनोवेशन कॉन्फ्रेंस एक वैश्विक सम्मेलन है, जिसमें प्रदाता, भुगतानकर्ता, फार्मास्युटिकल और शैक्षणिक संगठनों की ओर से उद्योग के अग्रणी लोग शामिल हो रहे हैं। निश्चित तौर पर यह काॅन्फ्रेंस उद्योग के आपूर्तिकर्ताओं, मीडिया और वेंचर केपिटल को आकर्षित करेगी। हम स्वास्थ्य उद्योग, वर्चुअल नेटवर्किंग, और नए व्यवसाय के अवसरों को चलाने वाले महत्वपूर्ण रुझानों को लेकर उत्साहित हैं। साथ ही, हमें इस दो दिवसीय ग्लोबल हेल्थकेयर कॉन्क्लेव के दौरान स्वास्थ्य सेवा के कई उत्साही लोगों द्वारा भागीदारी करने की उम्मीद है।’’
डॉ शीनू जैन, अध्यक्ष, सीआईआईई और कन्वीनर जीएचआईसी काॅन्फ्रेंस, आईआईएचएमआर यूनिवर्सिटी, जयपुर ने इस सम्मेलन का संचालन किया। उन्होंने कहा, ‘‘हेल्थ नेक्स्ट 2021 – ग्लोबल हेल्थ एंड इनोवेशन कॉन्फ्रेंस का सबसे महत्वपूर्ण फोकस- डिस्रप्ट, एक्सिलरेट और इनोवेट होगा।’’
नितिन चुघ, वीपी-कस्टमर रिटेंशन एंड लॉयल्टी, फार्मेसी ने कहा, ‘‘यह कॉन्फ्रेंस हेल्थकेयर स्टार्ट-अप के लिए एक बेहतरीन मंच है। यह ऐसे इनोवेशंस पर प्रकाश डालता है जो स्वास्थ्य उद्योग के लिए उपयोगी होंगे और कोविड-19 के मुश्किल दौर से उबरने में हमारे समाज के लिए फायदेमंद साबित होगा।’’ इसी तरह, साहिल कपूर, लीड डिजिटल हेल्थ एंड प्रोग्राम मैनेजर पार्टनरशिप निष्ठा/झेपिएगो ने भी समान विचार साझा किए और कहा, ‘‘हेल्थ नेक्स्ट 2021 पर आधारित यह काॅन्फ्रंेस आईआईएचएमआर यूनिवर्सिटी की एक अनूठी पहल है, जिसने न केवल हेल्थकेयर क्षेत्र में रुझानों को उजागर किया, बल्कि टैक्नोलाॅजी से संबंधित नवाचारों को भी सामने लाने में इसकी महत्वपूर्ण भूमिका है। ये ऐसे नवाचार हैं, जो हैल्थकेयर सैक्टर के लिए फायदेमंद साबित हांेगे। हम देश में युवा प्रतिभाओं के उत्थान के लिए कई ऐसे अनेक काॅन्क्लेव की प्रतीक्षा कर रहे हैं, जो विशेष रूप से समाज के निचले स्तर तक स्वास्थ्य क्षेत्र में बदलाव करना पसंद करेंगे।’’
हेल्थ नेक्स्ट 2021- ग्लोबल हेल्थ एंड इनोवेशन कॉन्फ्रेंस में 5 क्षेत्रों पर ध्यान केंद्रित किया गया, जिनमें प्रमुख हैं- कोविड-19 के बाद न्यू हेल्थकेयर लैंडस्केप में इनोवेशन और हैल्थ ईकोसिस्टम में आईओटी।
काॅन्फ्रेंस के दूसरे दिन सस्टेनेबल हैल्थकेयर माॅडल की रचना करने और प्रत्येक रोगी के लिए स्वास्थ्य सेवा के अनुभव का निर्माण करने जैसे विषयों पर चर्चा की जाएगी। आईआईएचएमआर यूनिवर्सिटी का इनोवेशन एंड इनक्यूबेशन सेंटर हैल्थकेयर सेक्टर के ईकोसिस्टम में नवोदित स्टार्ट-अप को मेंटरिंग और सपोर्ट प्रदान करने का प्रयास कर रहा है।
‘हेल्थ नेक्स्ट 2021’ – ग्लोबल हेल्थ एंड इनोवेशन कॉन्फ्रेंस का आयोजन 11 और 12