दिल्ली के चुनावों की तारीख आ चुकी हैं, जैसे-जैसे चुनावों के दिन कम होते जा रहे हैं वैसे नेताओं के वादे उतने ही ज्यादा सामने आ रहे है मौजूदा केजरीवाल सरकार ने बजट का विरोध करने की पेसकस की है| वहीँ दूसरी और भाजपा के मुख्यमंत्री उम्मीदवार मनोज तिवारी भी जनता के सामने कई वादे लेकर जा रहे हैं| बजट फरबरी में आना है ऐसे में केंद्र सरकार का दिल्ली पर ध्यान ज्यादा होगा|
दिल्ली चुनाव में आम आदमी पार्टी और बीजेपी एक-दूसरे पर निशाना साधने का कोई मौका नहीं चूक रही है| दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा है कि उन पर बजट का विरोध करने का काफी दवाब है, लेकिन वह ऐसा कोई कदम नहीं उठाएंगे| केजरीवाल ने यह बयान बजट में दिल्ली को लेकर होने वाले घोषणाओं के मद्देनज़र दिया है|
अरविंद केजरीवाल ने कहा, ”मेरे ऊपर एक फरवरी को आने वाले बजट का विरोध करने का काफी दवाब है| चुनाव से पहले कोई भी सरकार वोटर्स को लुभाने के लिए घोषणाएं नहीं कर सकती है| ये हकीकत है कि केंद्र सरकार के आने वाले बजट से वोटर्स आकर्षित हो सकते हैं| लेकिन मैंने इसका विरोध करने से इंकार कर दिया है|”
केजरीवाल का कहना है कि दिल्ली का विकास किसी भी शर्त पर रूकना नहीं चाहिए| उन्होंने कहा, ”दिल्ली के विकास को लेकर किसी भी तरह की राजनीति नहीं होनी चाहिए| बजट में दिल्ली को लेकर ज्यादा से ज्यादा घोषणाएं होनी चाहिए|” केजरीवाल ने दिल्ली की बढ़ती हुई आबादी को देखते हुए ज्यादा फंड देने की मांग भी की है|
इसके अलावा अरविंद केजरीवाल ने टिकट काटे जाने वाले 15 विधायकों के दूसरी पार्टियों के संपर्क में होने के दावे को भी नकारा है| अरविंद केजरीवाल ने कहा कि जिन 15 विधायकों को टिकट नहीं दिया गया है वह पार्टी का हिस्सा हैं और हमारे साथ रहेंगे|