पीछे पॉकेट में पर्स रखना भी अब आपके हेल्थ के लिए सुरक्षित नही है. आप अगर बैक पॉकेट में पर्स रखते है तो जान लें कि उसके साथ कई बीमारियों को भी रख रहे हैं. अब लोगो की जरूरतें इतनी बढ़ गयी है कि एक दो कार्ड नही बल्कि कई कार्ड अपने साथ लेकर चलते हैं. एटीएम कार्ड, पैन कार्ड, आधार कार्ड के अलावा भी बहुत से कार्ड रखे होते हैं जो कभी -कभी जरूरत से ज्यादा मोटा हो जाता है. और ये सभी कार्ड वॉलेट में रखे जाते है और वॉलेट पिछले पॉकेट में. बैक साइड में कई महत्वपूर्ण नसे होती है जो दब जाती है और कई बीमारियों का कारण बन जाती हैं. इन बीमारियों से बचने के लिए पर्स को साइड पॉकेट में रखा जा सकता है.
आपकी गलती से कौन कौन सी उत्पन्न हो सकती है बीमारियां-
युवा अवस्था में पीठ दर्द इसी कारण से हो सकता है. इसके इलाज के बावजूद भी लम्बे अंतराल के बाद भी राहत नही मिलती.
साइटिका बीमारी का भी यह है कारण. बैक साइड की नस दब जाने से ये साइटिका की समस्या शुरू हो जाती है.
कमर का जॉइंट पूरे शरीर के वेट को बैलेंस करता है. कमर से ही बहुत सी नसे ऐसी गुजरती है जो मस्तिष्क के ब्लड सर्कुलेशन को बनाये रखते है, तो ऐसे में इन नसों के दब जाने से मस्तिष्क में समस्याएं उत्पन्न हो जाती हैं. रीढ़ की हड्डियों में इसके कारण से दर्द हो सकता है, जो कभी कभी असहनीय हो जाता है. दबाव के कारण मसल्स दब जाती है.
कैसे बचे इन समस्याओं से-
वॉलेट रखना भी बहुत जरूरी हो गया है तो ऐसे में कुछ छोटी छोटी सावधानी से इन समस्याओं को दूर कर सकते हैं. ऑफिस टाइम में वॉलेट को टेबल पर रख सकते हैं. ड्राइव करते वक्त वालेट को साइड सीट पर रख सकते हैं. हो सके तो वॉलेट को साइड पॉकेट में ही रखे.