उदयपुर,15 अगस्त। निर्धनता और किडनी की बीमारी से ग्रस्त प्रभुलाल पालीवाल के पुत्र कौशिक ने राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड के 10 वीं कक्षा की परीक्षा में 90.33%अंक पाकर स्कूल में चौथा स्थान हासिल किया।
पुत्र कौशिक ने बताया कि परिणाम से बहुत खुश है और अपने माता पिता का रोशन करने के लिए तन-मन से पढ़ाई करेंगे ।
नारायण सेवा संस्थान के अध्यक्ष प्रशांत अग्रवाल ने बताया कि गंभीर रोग के चलते निर्धनता से परेशान इस परिवार के दोनों बच्चों को विगत चार साल से संस्थान प्राइवेट स्कूल में अध्ययन करवा रहा है। कौशिक ने अच्छा प्रदर्शन करके अन्य गरीब बच्चों को शिक्षा के प्रति लगनशीलता के लिये प्रेरित किया है।
बता दें कि नारायण सेवा संस्थान कोरोना महामारी में गरीब ,दिहाड़ी मजदूरों एवं निराश्रित परिवारों की परेशानियों के मद्देनजर संस्थान ने 50 हजार परिवारों को निःशुल्क मासिक राशन पहुंचाने का लक्ष्य निर्धारित किया, जिनमें संस्थान मुख्यालय सहित देश के विभिन्न शहरों में यथा मथुरा, अलवर, पाली,भीलवाड़ा, दिल्ली, बीकानेर, सिरसा आदि में 12000 परिवारों तक राशन सेवा पहुंचाई जा चुकी है। कोरोना रिलीफ सेवा अभियान में करीब 1.30 लाख भोजन पैकेट और 65000 फेस मास्क व 800 पी पी ई किट बना |
अध्यक्ष प्रशांत अग्रवाल ने कहा, ” पूरी दुनिया महामारी से जूझ रही है, जिसने टेक्नोलॉजी नवीनीकरण के जरिए दिव्यांगों के लिए अवसर पैदा हुए हैं। लेकिन दिव्यांग को सदियों से एक सामाजिक समस्या के रूप में देखा जाता है। सरकार के प्रयासों के बावजूद, दिव्यांगों को मुख्यधारा में लाने के कई अवसर खुले नहीं हैं। दिव्यांग के लिए समय आ गया है कि उन्हें प्रोत्साहित और सशक्त बनाने के तरीके खोजे जाने चाहिए। हम सभी को इस स्वतंत्रता दिवस पर विभिन्न क्षेत्रों में बेहतर शिक्षा, स्वास्थ्य और रोजगार के माध्यम से सशक्तिकरण के अवसर प्रदान करने की शपथ लेनी चाहिए। उन्हें बेहतर अवसर और कौशल के साथ सशक्त बनाने पर काम करना चाहिए ताकि वे समाज में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाकर नई दिशा दे सकें ।
MEDIA RELEASE
देश के यह राज्य बिना परीक्षा ही कर रहें हैं बच्चो को अगली क्लास में प्रमोट