कश्मीर के उरी सेक्टर में सीमा पार से घाटी में चुपके से प्रवेश करने की कोशिश कर रहे आतंकवादियों की आवाजाही को सैनिकों ने देखा. इसके बाद उरी में 15 जुलाई 2017 को घुसपैठ-रोधी अभियान चलाया गया.
इस अभियान के दौरान 6 आतंकियों को मार गिराया गया. अधिकारी ने बताया कि सैनिकों ने घुसपैठियों को ललकारा, जिसके बाद मुठभेड़ शुरू हो गई. इस दौरान छह आतंकवादी मार गिराए गए. आतंकियों के साथ गोलीबारी में सेना के दो जवान भी जख्मी हो गए हैं.
गौरतलब है कि 26 मई को सेना ने पाकिस्तानी बार्डर एक्शन टीम के दो सदस्यों को मार गिराया था जिन्होंने उरी सेक्टर में घुसपैठ की कोशिश की थी. अगले दिन उसी सेक्टर में छह आतंकवादी मारे गए थे जब उन्होंने सीमापार से घाटी में घुसपैठ का प्रयास किया था.
आपको बता दें कि पाकिस्तान ने दो साल में लगभग हर दिन संघर्ष विराम तोड़ा
पाकिस्तानी सेना ने घरेलु राजनीति में अपनी प्रासंगिकता और कश्मीर को अंतराष्ट्रीय स्तर पर मुद्दा बनाने के लिए गत दो साल में औसतन हर रोज संघर्ष विराम का उल्लघंन किया. भारत के गृह मंत्रालय की तरफ से सुचना के अधिकार के तहत दी गई जानकारी में यह खुलासा हुआ है. आरटी आई में पांच साल में कशमीर में औसतन हर दुसरे दिन एक आंतकी हमला हुआ.
ना ‘पाक‘ हरकत
405 : बार संघर्ष विराम तोड़ा वर्ष 2015 में एलओसी और अंतराष्ट्रीय सीमा पर.
449 बार संघर्ष विराम का उल्लंघन पाकिस्तान ने वर्ष 2016 के दौरान किया.
10 जावान शहीद हुए 2015 में, 13 जावान 2016 में शहीद.
आतंकवादियों ने भी अपनी ताकत झोंकी
1142 आतंक की घटनाएं 2012 से 2016 के बीच जम्मू-कश्मीर में हुई.
507 आंतकी जो इन हमलों में शामिल थे सुरक्षा बलों के हाथों मारे गए .
263 जवानों को भी देनी पड़ी शहादत, 90 आम नागरिक शिकार.
पिछले साल सबसे अधिक जवानों का बलिदान
2016 में 322 आतंकी घटनाओं में 82 जावान शाहीद हुए, 150 आतंकी भी ढेर हुए.
2015 में आतंकी हमलों में 108 आतंकी मारे गए, 39 जवानों ने दी शहादत.
2014 में 222 आतंकी घटना, 47 सुरक्षाकर्मी शहीद, 110 आतंकी मारे गए.
2013 में 170 हमलों का जवाब देने के दौरान 53 जवान शाहीद, 67 आतंकी ढेर.