कहते हैं इस दुनिया में बहुत ही कम ऐसी जगह हैं जहां जीते जी, कोई व्यक्ति नहीं जाना चाहता, उनमें से ही एक है जेल, यह शब्द सुन कर चोर और चालबाजों की भी रूह काप जाती है एक शरीफ इंसान तो कभी जेल जाने के बारे में ख्वाब में भी नहीं सोच सकता, लेकिन फिर भी कुछ लोगों के ज़हन में एक सवाल जरूर आता होगा कि आखिर जेल होती कैसी है, क्या वैसी जैसी हमने फिल्मों में देखी है या थोड़ी अलग, अगर आप भी जेल को देखना चाहते हो वंहा जा कर लंच या डिनर करना चाहते हो तो कर सकते हो। हम एक असली जेल की बात नहीं कर रहे हम बात कर रहे हैं एक ऐसे रेस्टोरेंट की जो जेल थीम पर आधारित है, यानी यंहा आपको वेटर, शैफ और रेस्टोरेंट का हर स्टाफ या तो जेलर या कैदी के कास्टयूम में दिखाई देगा।
पुलिस और कैदी करेंगे खाना सर्व
आज हर व्यक्ति कुछ अलग और नया ढूंढता दिखाई देता है, शायद इसी अलग करने के विचार ने यह रेस्टोरेंट खुलवा दिया। इस रेस्टोरेट का नाम ही जेलखाना है और यहां का इंटीरियर बिलकुल जेल की तरह ही है। यह रेस्टोरेंट अपनी अलग थीम के चलते लोगों के बीच चर्चा का विषय बना हुआ है। अगर यंहा कुछ अलग है तो वह है यंहा का खाना, क्योंकि यंहा का खाना बेहद ही टे्स्टी है। यंहा आपको खाना सर्व करने वाला वेटर भी पुलिस की युनिफॉर्म में दिखाई देगा।
सीटिंग अरेंजमेंट
इस रेस्टोरेंट की थीम की तरह ही यंहा का सीटिंग अरेंजमेंट है। यंहा आपको चार बैरक दिखाई देंगे। एक बैरेक का नाम लव बाइट्स है जिसमें शादी शुदा जोड़े या अन्य कपल बैठते हैं, इसे काफी रोमेंटिक तरीके से बनाया गया है। दूसेर बैरक में विलेन स्पेशल है इसमें कॉलेज के युवा बैठते हैं, तीसरे बैरक का नाम बॉलीवुड रखा गया है इस बैरक में नई पुरानी फिल्मों के डायलॉग लिखे हुए हैं। चौथे बैरक का नाम राजस्थानी बेस्ट है इसकी साजो सजावट राजस्थानी स्टाइल में की गई है साथ ही यंहा राजस्थानी अंदाज में बोले गए स्लोगन दिखाई देंगे।
ऐसा है मैन्यू
रेस्टोरेंट का नाम जेलखाना है, तो यहां पर मिलने वाली खाने-पीने की चीजों के नाम भी बड़े अजीबोगरीब हैं। कोल्ड कॉफी – ठंडा दिमाग, चाय -काला पानी, सूप – खूनी सूप, स्टाटर्स – जुर्म की शुरुआत, मैगी – कांटों भरी राह, पास्ता -इटली के गुंडे, बर्गर – मोंटू मास्टर, ग्रिल्ड सैंडविच – जेलखाने की चक्की से, नूडल्स – चायनीज टोर्चर, राइस – सफेदपोश, सिजल्र – अंगारों पर, उत्पम – सफेद झूठ, पानीपूरी – टेस्टट्यूब, पिज्जा क्लासिक – संगीन अपराध, पिज्जा सिग्नेचर – दस्तखत, पिज्जा सुप्रीम – शंहशाह-ए-जुर्म, आइसक्रिम – सनसनी, कंपकपी, हॉट कॉपी – गर्म दिमाग, सेक – झनझनाहट।
डायलॉग से सजी हैं दीवारें
जोधपुर में खोले गए रेस्टोरेंट को किसी ऐसी ही स्टूडेंट ने नहीं खोला बल्कि इसकी प्लानिंग बहुत सोच समझकर की गई है। यंहा आने वाले लोगों को जेल में लिखे डायलॉग फांसी के फंदे और बिलकुल जेल की तरह दिखने वाला यह रेस्टोरेंट बेहद पसंद आता है। इसके चलते रेस्टोरेंट भी खुब लाभ कमा रहा है। खास बात यह है कि इस जेलखाने में आने वाले लोग अपने व्यूज भी लिखते हैं, जिसमें ज्यादातर लोग यही राय देते हैं कि करियर को बेहतर बनाओ और अच्छे काम करो।