आजकल के बच्चे ऑनलाइन गेम्स और ऑनलाइन चैटिंग इंटरनेट के जरिए अपना काफी कीमती समय बर्बाद कर रहे हैं। गेम्स के साथ-साथ ऑनलाइन जुए का खेल भी बढ़ता जा रहा है।
आप लोगों से अनुरोध है, कि आप सब इन सब से दूर रहें और अपने बच्चों को मोबाइल की ज्यादा लत न लगने दे। जितना हो सके मोबाइल बच्चों को टाइम टू टाइम दे, और मोबाइल का सदुपयोग करना बच्चों को सिखाएं।
बच्चों पर ध्यान दें
ऑनलाइन गेम और इंटरनेट के जरिए बच्चे मोबाइल में बंधते जा रहे हैं। इसलिए अपने बच्चों को थोड़ा समय बिताएं।
अपने साथ बाहर घूमने ले जाएं उनको टाइम दे उनके साथ खाना खाए और टाइम फिक्स कर दें उसी टाइम मोबाइल दे। ज्यादा मोबाइल की आदत न लगने दें। कुछ गेम्स ऐसे होते हैं जिन्हें मल्टीप्लेयर ऑनलाइन प्लेयर के साथ खेलने की सुविधा होती है जिसकी सावधानी हमे बच्चों को बताना चाहिए।
मल्टीप्लेयर में बहुत सारे फेक आईडी के प्लेयर भी खेल सकते हैं जिनका काम दूसरे छोटे-छोटे बच्चों को अपने जाल में फंसाना और ऑनलाइन गेमिंग के लिए उनको उकसाना है। कई बार तो आप से यह फोटो और नंबर मांग लेते हैं और बाद में आप को ब्लैकमेल करने लगते हैं इसलिए आप अपने बच्चों को ऑनलाइन खेल खेलते समय जागरूक करें और अपने टाइम के हिसाब से उनको मोबाइल दे। ज्यादा मोबाइल की लत में अपने बच्चों को न बंधने दे।
गेम खेलने से पहले उसे चेक करें
अगर आप अपने बच्चों को गेम खेलने देना चाहते हैं और आप भी इसके लिए तैयार है, तो पहले उस गेम को आप चेक कर ले उसके बाद उसके प्लेयर सेफ है या नहीं यह भी चेक कर ले। आजकल मोबाइल के अंदर पेरेंट्स टूल इत्यादि पाए जाते हैं यह ऑप्शन भी आप इस्तेमाल कर सकते हैं।
अपने बच्चों को मोबाइल चलाते समय थोड़ा ध्यान दें कि वह क्या कर रहे हैं, और किसी भी लिंक को उन्हें ओपन न करने दें आजकल फर्जी लिंक भी इंटरनेट की दुनिया में बहुत रहती हैं अपने बच्चों का ध्यान रखें।
नजर रखें अपने बच्चों पर
आप अपने कंप्यूटर या मोबाइल में फैमिली सेफ्टी अकाउंट को बना सकते हैं। ऐसी वेबसाइट जो बच्चों के लिए नुकसानदायक है उन्हें खोलने से पहले परमिशन मांगता है। आपके बच्चे कोई भी चीज देख रहे हो तो आपको उसके बारे में पता चल जाता है। आप अपने बच्चों पर ध्यान दें और बच्चों को बताएं, इस तरह की वेबसाइट को न खोलें और मोबाइल का सदुपयोग करना सिखाए।
सहायक है पेरेंट्स टूल
बच्चे अपने मोबाइल लैपटॉप में क्या कर रहे हैं आप हर वक्त उस चीज का पता लगा सकते हैं, पता लगाने के लिए आजकल मोबाइल के अंदर पेरेंट्स कंट्रोल टूल पाया जाता है जिसके जरिए आप आसानी से बच्चों की हर चीज पर नजर रख सकते है।
एक एप ट्रैकर रहता है, जिसके द्वारा आप अपने बच्चों की स्क्रीन टाइम मैनेज कर सकते हैं। इसकी प्रमुख बात यह है कि, यह पैरेंट्स टूल के साथ ही यह फीचर अवेलेबल रहता है। इसकी मदद से आप यूट्यूब, वीडियो, सोशल मीडिया आदि पर अपने बच्चों देख पाएंगे। आप अपने बच्चों को वक्त दे, ताकि वह मोबाइल के अलावा अपनी फैमिली के साथ भी टाइम बिताए।