अभी तक केवल शहर के एक चौराहे से दूसरे चौराहे तक केवल इलेक्ट्रिक बसों का संचालन हुआ करता था पर अब यह शहर से शहर के बीच भी शुरू हो गया है। देश की पहली बस अभी मुंबई से पुणे के बीच चलाई जाएगी। इसको केंद्र परिवहन मंत्री नितिन गडकरी के द्वारा शनिवार को मंजूरी प्राप्त हो गई है। इस इलेक्ट्रॉनिक बस का उद्घाटन केंद्र परिवहन मंत्री के द्वारा ही किया गया है।
बस की खासियत –
एक रिपोर्ट के मुताबिक यह लग्जरी बस है जिसमें एक बार में 40 से 45 लोग बैठ कर आसानी व सुविधाजनक पूर्वक एक स्थान से दूसरे स्थान जा सकेंगे। यह एक बार चार्ज होने पर लगभग 300 किलोमीटर तक की दूरी तय कर सकती है। इसके साथ-साथ इसमें A.C. की सुविधा, पानी पीने की छोटी-छोटी जरूरत के अनुसार व्यवस्था उपलब्ध है। इस बस के द्वारा लोगों को एक स्थान से दूसरे स्थान तक लोगों को कम समय में आसानी तरीके से पहुंचाया जा सकता है।
अब आगे क्या –
एक रिपोर्ट के मुताबिक अब आगे इस व्यवस्था को और बड़े स्तर पर किए जाने का प्लान बन रहा है। बताया जा रहा है, कि अगर इस योजना में कोई बाधा उत्पन्न नहीं होती है, तो इस योजना से देश के अन्य प्रमुख स्थानों को भी जोड़ा जाएगा ताकि सभी लोग इस योजना का फायदा उठा सके। यह बस पेट्रोल डीजल की बसों के मुकाबले में कम खर्चीली है और ज्यादा सुविधाजनक है। केंद्र मंत्री ने इस योजना को बढ़ावा देते हुए लोगों से यह कहा कि आप इस सुविधा का इस्तेमाल करें और देश के विकास में सहयोग करें।
इस बस के फायदे –
एक रिपोर्ट के मुताबिक इस बस के यह फायदे हैं, कि यह अन्य बसों की तुलना में इलेक्ट्रिसिटी कम इस्तेमाल करेगी व इस के साथ-साथ हमारे वातावरण को भी प्रदूषित नहीं करेगी क्योंकि यह केवल बिजली से से ही संचालित की जाती है। इसके साथ साथ हम अपने -पेट्रोल डीजल की भी बचत कर राष्ट्र के विकास में सहयोग कर सकते हैं। इसके संचालन करने में कम लागत आती है। परिणाम स्वरूप हम बचत को बढ़ावा दे सकते हैं। अगर इसका इस्तेमाल बढ़ता है, तो पेट्रोल डीजल से चलित बसों के स्थान पर इसको बड़े स्तर पर संचालित किया जा सकता है।
जिस प्रकार इस योजना को केंद्र सरकार द्वारा प्रोत्साहन मिला है, उसी प्रकार अगर राज्यों से भी प्रोत्साहन मिला तो इस योजना को काफी बड़े स्तर पर संचालित किया जा सकता है। इस बस में केवल यह कमी है, कि इसको लगभग 300 किलोमीटर के बाद चार्ज किया जाना आवश्यक है। अगर चार्ज नहीं किया जाएगा तो यह आगे नहीं बढ़ पाएगी। इलेक्ट्रिक वाहन में कुछ अन्य सुविधाओं की कमी रही है जैसे अगर इस बस में सोलर पैनल की व्यवस्था होती तो इस बस को हर 300 किलोमीटर के बाद चार्ज करने की आवश्यकता नहीं होती। इसके साथ साथ इसमें रिजर्व पावर बैंक की भी व्यवस्था की जानी चाहिए जिससे की आपातकाल में यह पावर बैंक काम आ सके। इस प्रकार यह सुविधा भी इस बस में होनी चाहिए।