पूर्वोत्तर भारत काफी दूर-दूर तक बसा हुआ है जहां पर बड़े जंगल, सुंदर झरने, ऊंचे-नीचे रास्ते, पहाड़, पर्वत इत्यादि मौजूद है।
पूर्वोत्तर भारत में प्रकृति की सुंदरता को बड़े नजदीक से देखा जा सकता है। यहां पर कुछ बेहद स्वादिष्ट और लजीज पकवान का स्वाद चखने के लिए लोग देश-विदेश से आते हैं।
आज हम इस लेख के माध्यम से आपको पूर्वोत्तर भारत के ऐसे लजीज पकवानों के बारे में बताएंगे जिसको आप अगर एक बार चख लेंगे तो बार-बार खाने का मन करेगा। यहां के व्यंजन इतने स्वादिष्ट हैं कि बाहर से आए हुए लोग इनके बनाने की विधि सीखने के लिए उत्सुक रहते हैं हैं। पूर्वोत्तर भारत से कई दूसरे देशों की सीमाएं भी लगी है जैसे भूटान, तिब्बत, म्यांमार, और बांग्लादेश।
पूर्वोत्तर भारत में हिंदू धर्म, बौद्ध धर्म, ईसाई धर्म, इस्लाम के अधिक लोग निवास करते हैं। यहां पर कई प्रकार की भाषा बोली जाती हैं जैसे हिंदी, अंग्रेजी, मणिपुरी, बंगाली, नागामीज़, मिजो, खासी, लेपचा, लिम्बो, भूटिया, गारो, जयंतिया, असमिया इत्यादि। इसके अलावा भी कई स्थानीय भाषाएं भी बोली जाती हैं। उत्तर-पूर्वी भारत में विभिन्न आदिवासियों के समूह भी निवास करते हैं। इन सभी आदिवासी समूह की अलग-अलग संस्कृति होती है। इस क्षेत्र में मनाए जाने प्रमुख त्यौहार नोंगक्र्रेम, दुर्गा पूजा, बिहु, झूम खेती, पम्बलांग इत्यादि है। इस प्रकार से यहां की हर चीज भिन्न होने से यहां के व्यंजन भी हर क्षेत्र में भिन्न होते हैं। इन सभी क्षेत्र के कुछ व्यंजन प्रचलित हैं जिनका हम आगे जिक्र करेंगे।
उत्तर-पूर्वी भारत के प्रसिद्ध व्यंजन
उत्तर-पूर्वी भारत में अलग-अलग संस्कृति होने के कारण यहां के व्यंजनों में भी अलग अलग स्वाद देखा जा सकता है। कहने का तात्पर्य यह है, कि यहां के लोगों को आमतौर पर गैर शाकाहारी और अधिक मसालों का सेवन करना शौक है। इस क्षेत्र में बतख से तैयार व्यंजन और बांस के शूट तैयार व्यंजन इस कदर प्रचलित है, कि इसका स्वाद चखने के लिए लोग बहुत दूर-दूर से यहां पर आते हैं। इसके अलावा भी यहां पर कई व्यंजन बनाए जाते हैं लेकिन उनमें से यह दोनों व्यंजन ही अधिक प्रचलित हैं। आप भी अपने घर परिवार के साथ यहां पर जाकर इन व्यंजनों का स्वाद चख सकते हैं।
पूर्वी-उत्तरी के कुछ हिस्सों में मांसाहारी भोज्य पदार्थों को अधिक पसंद किया जाता है इसलिए यहां पर कुछ बेहद प्रचलित मांसाहारी डिश भी मशहूर है जैसे मछली फ्राई, चावल, कोत पिठा, पूर मच, ग्रील्ड चिंराट इत्यादि।
पूर्वोत्तर भारत के व्यंजन
पूर्वोत्तर में स्थित असम राज्य में चावल और मछली से तैयार भोजन को अधिक पसंद किया जाता है और इसी से यहां की प्रचलित डिश बनाई जाती है जिसका नाम है ‘पिठस’। यह एक तरह का केक होता है, जो स्वाद में मीठा होता है। यहां के लोग तो इसको बहुत पसंद करते ही है, साथ ही घूमने आए लोग भी इसको बड़े चाव से खाते हैं। असम में चावल को बहुत ज्यादा पसंद किया जाता है। असम के लोग चावल से भिन्न-भिन्न प्रकार के व्यंजन बनाकर तैयार करते हैं जिनका नाम है- चिरा, दूध, दही, कोमल चोल, मुरी इत्यादि। अरुणाचल प्रदेश में एक तरल पेय बनाया जाता है, जो चावल या बाजरे से बना होता है। अरुणाचल प्रदेश का यह गैर शाकाहारी व्यंजन सबसे ज्यादा पसंद किया जाता है।